विशेषज्ञ देते हैं आपको इन खाद्य सामग्रियों से बचने की सलाह
इस भागदैड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का तो ख्याल रखते हैं वो भी बकायदा पोषक ये भरपूर डायट चार्ट बनवाकर। लेकिन क्या आपको मालूम है कि कुछ ऐसे भी खाने की चीजें हैं जिन्हें विशेषज्ञ भी खाने से मना करते हैं।

कहते हैं स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। लेकिन हम अपने आप को स्वस्थ तभी बना सकते हैं जब हम हेल्दी खाएं। पर हेल्दी खाने का मतलब ये नहीं की कुछ भी खालें। आजकल लोग अपने हेल्थ को लेकर कुछ ज्यादा ही जागरुक हो गए हैं। इस भागदैड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी सेहत का तो ख्याल रखते हैं वो भी बकायदा पोषक ये भरपूर डायट चार्ट बनवाकर। लेकिन क्या आपको मालूम है कि कुछ ऐसे भी खाने की चीजें हैं जिन्हें विशेषज्ञ भी खाने से मना करते हैं। आइये आपको कुछ ऐसे ही खाद्य पदार्थों से रूबरू करवाते हैं जिन्हें खाने से परहेज करना चाहिए। image courtesy : getty images

अक्सर हम देखते हैं कि बाजार में मिलने वाली खाने की चीजों पर लिखा होता है, जीरो शुगर लेकिन इसका ये तात्पर्य नहीं होता कि उस खाद्य पदार्थ में चीनी बिल्कुल भी नहीं हैं बल्कि उसमें चीनी की कुछ मात्रा है जोकि अलग नाम से अंकित होती है। यहां हम कुछ ऐसे ही चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें विशेषज्ञ भी खाने से मना करते हैं। image courtesy : getty images

ब्रूके अल्पेर्ट एमएस, आरडी फाउंडर ऑफ बी नुट्रिशयस के अनुसार, ये एक ऐसा पदार्थ है जो दूध और दूध से बने उत्पाद को गाढ़ा करने में मदद करता है। लेकिन यह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं होता है। image courtesy : wisegeek.com

जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों और बढ़ते वजन ने पिछले कुछ समय में आर्टिफिशियल शुगर की मांग को बढ़ाया है। और बहुत से लोगों को लगता है कि कृत्रिम स्वीटनर हानिरहित और बहुत अच्छा विकल्प है। लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, कृत्रिम मिठास चयापचय को धीमा और वसा के जमाव को बढ़ा देता है। साथ ही मोटापा कम करने की जगह उसे बढ़ाने में मदद करता हैं। इसका कारण यह है कि इस तरह की शुगर से मिलने वाली कैलोरी से पेट भरने या ऊर्जा के उपयोग का एहसास नहीं होता और व्यक्ति भूख के प्रति अचेत होकर अधिक कैलोरी ले लेता है। image courtesy : getty images

ये बहुत सारे परिष्कृत फूड सॉफ्ट ड्रिंक, ब्रेड, पैनकेक इत्यादि में पाया जाता है। ये सिर्फ खाने की चीजों को ताजा रखने में ही नहीं बल्कि चीजों को सुंदर दिखने के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन ये ऐडड कलर्स होते हैं जो स्वास्थ पर बुरा असर डालते हैं। image courtesy : getty images

ये आर्टीफीशियल, अनसैचुरेटेड फैट होते है जो परिष्कृत फूड यानी पैक्ड खाने की चीजों में पाया जाता है जो उनकी शेल लाइफ बढ़ाता है जिससे खाना ज्यादा दिनों तक टिका रहे। मिशेल डेवनपोर्ट पीएचडी, आर डी सिलिकॉन वैली न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, ट्रांस फैट हार्ट डिजीज के खतरे को भी बढ़ा देता है। image courtesy : getty images

शुगर जोकि एक बहुत ही आम पदार्थ है, बहुत सी खाने की चीजों में पाया जाता है। चीनी के सेवन से शरीर में कैलोरी बढ़ती है क्योंकि इनमें फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है। इसके अलावा यह हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करती है, शरीर में सूजन का कारण बनती है और इंसुलिन के स्तर को बढ़ा देती है। image courtesy : getty images

सफेद रंग का चमकीला-सा दिखने वाला मोनोसोडियम ग्लूटामेट यानी अजीनोमोटो, एक सोडियम साल्ट हैं। ज्यादातर चाइनीज डिश में इसका इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है। शायद ही आपको पता हो कि यह खाने का स्वाद बढ़ाने वाला मसाला वास्तव में खाने का स्वाद नहीं बढ़ाता। बल्कि हमारी स्वाद ग्रन्थियों के कार्य को दबा देता हैं। जिससे हमें खाने के बुरे स्वाद का पता नहीं लगता। मूलतः इस का प्रयोग खाद्य की घटिया गुणवत्ता को छिपाने के लिए किया जाता हैं। यह सेहत के लिए भी बहुत खतरनाक होता हैं। image courtesy : authenticspicethyme.co.za

हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप इस बात का अच्छा संकेत है कि आपका खाद्य अत्यधिक शुगर से भरपूर है। एचएफसी सोडा और मीठा पेय तक सीमित नहीं है, बल्कि यह कई तरह की मल्टीग्रेन ब्रेड, मॉफिन, केचप, और सलाद ड्रेसिंग में भी अक्सर होता है। यह आपके शरीर के लिए नुकसानदेह होता है क्योंकि फ्रुक्टोज तरल रूप में होता है इसलिए इसे शरीर की प्रक्रिया से गुजरने में एक कठिन समय लगता है। image courtesy : getty images
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