अगर आपके घर में भी है बेटी तो इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपके घर में बेटी है तो उसके प्रति आपकी जिम्मेदारी थोड़ी अधिक हो जाती है, आइए हम आपको बताते हैं कि बेटी के साथ किस तरह का व्यवहार करें।

जमाना बदल गया और बदलते जमाने के साथ सबसे अधिक बदलाव हुआ आधी आबादी को लेकर, यानी अब बेटों की तरह बेटियों को लेकर लोगों के मन में खुलापन और स्वहतंत्रता का विचार आया। अब बेटियां केवल घर की चारदिवारी में नहीं रहती बल्कि लड़कों से आगे निकल रही हैं और हर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम कर रही हैं। ऐसे में अगर आपके घर में भी बेटियां हैं तो कुछ बातों का ध्यांन आप भी रखें। आइए इस स्लाइड शो में जानें कि अगर आपके घर में बेटी है तो किन-किन बातों का ध्यान रखें।

अपनी बेटी को लेकर भी आपकी जिम्मे-दारियां हैं, इसलिए बेटी का पूरी तरह से ध्यान रखना भी आपकी जिम्मेदारी है। लेकिर अगर आपकी बेटी कहीं बाहर जा रही है तो उसके आने-जाने का वक्त आपको पता होना चाहिए, लेकिन हिटलर बनने की जरूरत नहीं है। अगर उसे कभी देर हो जाये तो डांटने की बजाय उसे प्यार से समझायें, हो सकता है किसी कारण से उसे देर हो गई हो।

आपकी लाइफस्टाइल सामान्य है तो आपके कपड़े भी सामान्य ही होंगे। इसलिए अपने बेटी के पहनावे पर ध्यान दें, अगर उसके कपड़े बहुत भड़कीले हैं तो उसे प्यार से समझायें। पार्टी या फिर किसी आयोजन में भड़कीले कपड़े ही अच्छे लगते हैं लेकिन अगर आपकी बिटिया स्कूल, कॉलेज या ऑफिस जा रही है तो उसके कपड़ों का चयन सही होना चाहिए, कपड़े अगर शालीन हों तो अच्छा है।

ये बहुत जरूरी है कि आप अपनी बेटी के साथ अभिभावक कम और दोस्त बनकर रहें, ताकि वो अपनी हर बात आपसे खुलकर बता सके। उसकी बातें ही आपको उसके लिए सही फैसला लेने या फिर उसे किसी परेशानी से बचाने में मदद करेगी। क्योंकि इस दुनिया में आपसे अच्छा उसे कोई नहीं समझ सकता है।

आपकी बेटी के दोस्ती किस तरह के हैं, वह किन लोगों के साथ उठती-बैठती है, आदि बातें भी जानना आपके लिए बहुत जरूरी है। किसी भी इंसान पर उसकी संगति का असर बहुत अधिक होता है। ऐसे में अगर आपकी बेटी की संगत अच्छी नहीं है तो वह भी गलत कदम उठा सकती है, इसलिए उसे सही और गलत दोस्तों के बीच का अंतर जरूर बतायें।

प्राइवेसी सभी के लिए बहुत जरूरी है, इसलिए अपनी बेटी को थोड़ा स्पेस देना बहुत जरूरी है। हर समय उसके पीछे परछाई की तरह रहना भी उसे आपसे दूर ले जा सकता है। इससे उसे ये लग सकता है कि आप उस पर भरोसा नहीं करते हैं, इसके कारण वह आपसे दूर हो सकती है। इसलिए उसे थोड़ा स्पेस जरूर दीजिए।

बेटी से अपनी बात कहना और उसे उसके फायदे-नुकसान बताना पूरी तरह से सही है, लेकिन उस पर अपनी राय थोपना गलत है। उसकी अपनी इच्छा यें हैं, इसलिए उसके मामलों में फैसला उसे ही करने दें। इससे उसकी समझ भी बढ़ेगी और वो जीवन के दूसरे फैसले भी बिना डरे ले सकेगी। लेकिन उसे सही फैसला लेना आप उसे सिखा सकते हैं।
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