जानें प्रेगनेंसी में विटामिन बी कितना है जरूरी
प्रेगनेंसी में विटामिन बी महत्वपूर्ण होता है। जब गर्भ में बच्चा बढ़ रहा होता है, उस दौरान 8 प्रकार के बी विटामिन (जिन्हें विटामिन बी कॉम्पेल्स के नाम से भी जाना जाता है) गर्भवति और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिये महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

विटामिन स्वस्थ व निरोग शरीर के लिये बेहद जरूरी होते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान तो विटामिनों का बेहद महत्वपूर्ण रोल होता है। खासतौर पर विटामिन बी तो इस दौरान बेहद महत्वपूर्ण होता है। जब गर्भ में बच्चा बढ़ रहा होता है, उस दौरान विटामिन बी शरीर को मजबूत रखता है। 8 प्रकार के बी विटामिनों (बी कॉम्पेल्स के नाम से भी जाना जाता है) युक्त भोजन स्वस्थ गर्भावस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। तो चलिये जानें कि प्रेगनेंसी में विटामिन बी क्यों इतना जरूरी है।
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विटामिन बी- 1 आपके बच्चे के मस्तिष्क के विकास में एक बड़ी भूमिका निभाता है। गर्भवती महिलाओं को रोज़ाना लगभग 1.4 मिलीग्राम विटामिन बी- 1 की जरूरत होती है। विटामिन बी -1 के प्राकृतिक स्रोतों में होल ग्रेन पास्ता, खमीर, पोर्क मीट, मटर तथा कुछ डेयरी उत्पाद आदि शामिल होते हैं।
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सभी बी विटामिनो की ही तरह राइबोफ्लेविन भी पानी में घुलनशील होता है, जिसका मतलब है कि शरीर इसकी संग्रहण नहीं करता है। आप अपने आहार या फिर जन्म के पूर्व इस विटामिन की खुराक से इसे संतुलित कर सकते हैं। विटामिन बी 2 आंखों को स्वस्थ रहता है और त्वचा को ग्लो करने व रिफ्रेशिंग लगने में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन 1.4 मिलीग्राम (सामान्य महिलाओं के लिए दैनिक 1.1 मिलीग्राम) विटामिन बी- 2 लेना चाहिए। चिकन, टर्की, मछली, दही, आलू चिप्स, और अंडे आदि सभी विटामिन बी 2 से भरपूर होते हैं।
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विटामिन बी- 3 पाचन को सुधारता है और मतली को कम करता है व सिरदर्द से बचाता है। डॉक्टर गर्भवती महिलाओं को रोज़ाना 18 मिलीग्राम विटामिन बी- 3 लेने की सलाह देत हैं। होल ग्रेन ब्रैड, टूना मछली और पत्तेदार सालद इसका अच्छा श्रोत होते हैं।
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विटामिन बी- 5 हार्मोन पैदा करने में मदद करता है तथा बेहद दर्द देने वाली पैर में ऐंठन को दूर करता है। गर्भवती महिलाओं को प्रतिदिन लगभग 6 मिलीग्राम विटामिन बी- 5 की जरूरत होती है। ब्रोकोली, काजू, अंडे की जर्दी व खिचड़ी आदी इसके पूरक होते हैं। इसके अलावा विटामिन बी- 6 (पायरियोडॉक्सिन), अगले 9 महिने तक शिशु के मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के विकास में, विटामिन बी- 7 (बायोटिन), बायोटिन की कमी को दूर करने में, विटामिन बी- 9 (फॉलिक एसिड) मेरुदंड और अन्य न्यूरल ट्यूब संबंधी रोग सहित जन्म दोष से बचाने में तथा विटामिन बी - 12 (कोबालामिन), जन्म दोषों से बचाता है और तंत्रिका तंत्र के विकास में महत्वपूर्ण होता है।
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