विटामिन सी युक्त फूड

संतरा, नीबू, अनन्नास और चकोतरा जैसे खट्टे फलों में विटमिन-सी पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है, जो हर तरह के संक्रमण से लडने वाली श्वेत रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने में सहायक होता है। इनके सेवन से बनने वाली एंटीबॉडीज कोशिकाओं की सतह पर एकआवरण बना देती हैं, जो शरीर के भीतर वायरस आने नहीं देता। इनमें मौजूद विटमिन सी शरीर में एडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढता है, जिससे कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों से बचाव होता है और ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है। यह हृदय की धमनियों में वसा जमने की प्रक्रिया को धीमी कर देता है। चकोतरा में भी फ्लैवोनॉयड नामक नैचरल केमिकल कंपाउंड मौजूद होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय करता है। इसलिए अपने रोजाना के भोजन में किसी न किसी खट्टे फल को जरूर शामिल करें।
लहसुन

लहसुन दुनिया के लगभग हर व्यंजन में पाया जाता है। यह भोजन के लिए थोड़ा ज़िंक जोड़ता है और यह आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। शुरुआती सभ्यताओं ने संक्रमण से लड़ने में इस आहार की खोज की थी। लहसुन रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकता है और धमनी के सख्त होने में धीमा हो सकता है। लहसुन की प्रतिरक्षा-बूस्टिंग गुण सल्फर युक्त यौगिकों, जैसे एलिसिन की भारी सांद्रता से आते हैं। प्रतिदिन भोजन में लहसुन का इस्तेमाल करने से पेट के अल्सर और कैंसर से बचाव होता है।
पालक

पौष्टिक तत्वों से भरपूर इस पत्तेदार सब्जी को सुपर फूड के नाम से जाना जाता है। इसमें फोलेट नामक ऐसा तत्व पाया जाता है, जो शरीर में नई कोशिकाएं बनाने के साथ उन कोशिकाओं में मौजूद डीएनए की मरम्मत का भी काम करता है। साथ ही इसमें मौजूद फाइबर आयरन, एंटीऑक्सीडेंट तत्व और विटामिन-सी शरीर को हर तरह से स्वस्थ बनाए रखते हैं। उबले पालक के सेवन से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है और कब्ज की समस्या दूर हो जाती है। पालक को बारिश के मौसम में खाने से बचना चाहिए, क्‍योंकि इस मौसम में संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
मशरूम

शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता की मजबूती के लिए सदियों से पूरी दुनिया में मशरूम का सेवन किया जाता रहा है। यह श्वेत रक्त कोशिकाओं को सक्रिय करने में सहायक होता है। इसमें सेलेनियम नामक मिनरल, एंटीऑक्सीडेंट तत्व विटमिन-बी, रिबोफ्लैविन और नाइसिन नामक तत्व पाए जाते हैं। इनके कारण मशरूम में एंटी वायरल, एंटी बैक्टीरियल और एंटी-ट्यूमर तत्व पाए जाते हैं। शिटाके, मिटाके और रेशी नामक मशरूम की प्रजातियों में शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने वाले तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। यदि प्रतिदिन 30 ग्राम मशरूम का सेवन किया जाए तो इससे इम्यून सिस्टम मजबूत बना रहता है।
ब्रोकली

इसमें विटमिन-ए और सी के अलावा ग्लूटाथियोन नामक एंटी ऑक्सीडेंट तत्व पाया जाता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने वाली ऐसी सब्जी है, जिसे आप रोजमर्रा के भोजन में आसानी से इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें थोडे से पीनर के साथ स्टीम्ड ब्रोकली मिलाकर स्वादिष्ट सैलड तैयार किया जा सकता है, जिसके सेवन से शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन और कैल्शियम भी मिल जाता है।