त्वचा की खूबियां

त्‍वचा के बिना हम रह नहीं सकते। इसकी रंगत से ही हमारी खूबसूरती और हमारा व्‍यक्तित्‍व झलकता है। लेकिन त्‍वचा में कई तरह की खूबियां हैं जिसके बारे में आप अनजान हैं। सामान्‍तया त्वचा की दो परतें होती हैं, बाह्य एपीडर्मिस में कोशिकाओं की पांच तहें, होती हैं। ये कोशिकाएं घिसती रहती हैं और बदलती भी रहती हैं। एपीडर्मिस में न तो खून की पहुंच होती है और न ही तंत्रिकाओं की। इसके कुछ गुणों के बारे में भी जानें। image source - getty
बीमारियों के बारे में जानें

अपनी त्‍वचा की रंगत से आप बीमारियों के बारे में जान सकते हैं, इतना ही नहीं आपकी त्‍वचा आपके पूरे शरीर के स्‍वास्‍थ्‍य के बारे में भी बताती है। अगर आपके लीवर की समस्‍या, डायबिटीज, दिल की समस्‍या है तो त्‍वचा से ही इसकी जानकारी हो जाती है। जैसे कि थायराइड की समस्‍या होने पर आंखों की भौंहों का विकास रुक जाता है और यह हार्मोन में बदलाव के कारण होता है। तनाव और अवसाद का असर भी त्‍वचा पर पड़ता है। image source - getty
सुगंध लेने में मदद करता

आपकी त्‍वचा सुगंध लेने में मदद करती है। दरअसल सुगंध का ए‍हसास कराने वाली त्‍वचा के रिसेप्‍टर्स एपिडर्मिस में पाये जाते हैं। इसके कारण ही त्‍वचा सुगंध का एहसास कराती है। image source - getty
खिंचाव होता है

आपकी त्‍वचा में भी खिंचाव होता है। गर्भावस्‍था के दौरान 9 महीनों में पेट की त्‍वचा में बहुत खिंचाव होता है। यह फाइबर के कारण होता है जो त्‍वचा के खिचांव में मदद करता है। image source - getty
ठंडक का एहसास

अगर शरीर में गर्मी होती है तो रक्‍त वाहिकायें यानी ब्‍लड वेसेल्‍स अपने आप चौड़ी हो जाती हैं। इसके अलावा शरीर में पसीना होता है जो तापमान को सामान्‍य बनाये रखने में मदद करता है।
सांस लेने में मददगार

मानव त्वचा में बहुत महीन-महीन छिद्र होते हैं, जिनके द्वारा सांस लेने का कार्य भी लिया जाता है, यदि यह छिद्र बंद हो जाए तो व्‍यक्ति की मौत भी हो सकती है। image source - getty
संचार में मददगार

आपकी त्‍वचा ही आपकी सबसे शक्तिशाली संचार वाहिका है, इसकी रंगत से ही सामने वाले को आपके मिजाज का पता चलता है। अगर आपके चेहरे की त्‍वचा लाल पड़ जाये तो इसका मतलब कि आप खुशी महसूस कर रहें हैं, और जब त्‍वचा की रंगत फीकी पड़ जाये तो गम और दुख का आभास होता है। image source - getty
संक्रमण से बचाव

त्‍वचा का अपना इम्‍यून सिस्‍टम होता है जो शरीर को बाहरी संक्रमण से बचाता है। एपीडर्मिस में लैंगरहैंस नामक कोशिका पायी जाती है जो बाहरी संक्रमण से त्‍वचा का बचाव करती है। image source - getty
सन टैन से बचाव

सन टैन के कारण त्‍वचा कैंसर की संभावन होती है, लेकिन अगर आपकी त्‍वचा काली है तो यह सूर्य की हानिकारक अल्‍ट्र-वॉयलेट किरणों से डीएनए का नुकसान होने से बचाती है। image source - getty
बीमारियों से बचाता है

शरीर मे उत्पन्न होने वाला विष यानी टॉक्सिंस पसीना बनकर त्वचा से बाहर निकलता है, और इस से मानव के गुर्दो को सहायता मिलती है। और बीमारियों से बचाव होता है। image source - getty