लोफा और इससे नुकसान

नहाने के दौरान लोफा का इस्तेमाल हर कोई करता होगा। सिर्फ पानी डाल लेना नहाना नहीं होता। जब तक लोफा से शरीर की गंदगी को अच्छी तरह साफ नहीं कर लेते तब तक हमें फ्रेश महसूस नहीं होता। लेकिन कई बार नहाने का लोफा भी बैक्टीरिया का संवाहक बन जाता है और कई सारी बीमारियां पैदा करता है। लगातार बिना सोचे समझे लोफा का इस्तेमाल करने से ये बैक्टीरिया के अटैक को बढ़ा देता है जिससे मुंहासे और रेशेज़ होने का डर रहता है।
कैसे हानिकारक है लोफा

एक बार लोफा के इस्तेमाल कर हम उसे बाथरुम में ही छोड़ देते हैं। गीली चीज को अगर धूप में नहीं सुखाया जाता है तो उसमें फंगस और बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। इससे लोफा बैक्टीरिया और फंगस का निवास स्थल बन जाता है। अब इस लोफा का उपयोग आप नहाने के दौरान गंदगी साफ करने के लिए करते हैं तो बैक्टीरिया आपके शरीर के संपर्क में आ जाता है जिससे आपका शरीर बीमारियों के चपेट में भी आ सकता है।
एंटी-बैक्टीरियल स्क्रबर

अगर आप अपने शरीर को एक्सफोलिएट करना चाहते हैं और ये जरूरी भी है तो एंटीबैक्टीरियल स्क्रबर का इस्तेमाल करें। यह पानी को ज्यादा देर तक अपने में नहीं रखता और तुरंत सूख जाता है। जिससे इसमें बैक्टीरिया भी नहीं पनपते। लेकिन एक लोफा का इस्तेमाल तीन महीने से अधिक समय तक ना करें।
अलग-अलग रखें लोफा

ऐसे लोफा और साबुन पूरे परिवार के लिए एक ही होता है। लेकिन अगर परिवार के किसी सदस्य को मुहांसे की या स्कीन की समस्या है तो उस सदस्य को अपना लोफा अलग रखना चाहिए। साबुन सेल्फ-क्लीनिंग है लेकिन लोफा नहीं।
धूप में रखें

धूप हर तरह के बैक्टीरिया और फंगस को खत्म कर देता है। हफ्ते में कभी-कभी नहाने के लोफा को धूप में रख दें। इससे उसमें मौजूद जीवाणु समाप्‍त हो जायेंगे और आपका लोफा हेल्‍दी हो जायेगा।