बदलाव

महिलाएं, पुरुषों की तुलना में बदलाव को सहजता से महसूस करती हैं। जबकि पुरुष ऐसा नहीं कर पाते। दरअसल महिलाएं निजी जीवन में तमाम किस्म के बदलाव से होकर गुजरती हैं। चाहे वो मानसिक हो, शारीरिक हो या फिर सामाजिक हो। परिणामस्वरूप महिलाओं के जीवन में अचानक हुए बदलाव उन्हें तुलनात्मक रूप से कम परेशान करती हैं।Image Source-Getty
निर्भरता

हालांकि ज्यादातर महिलाएं आर्थिक रूप से अपने पति पर निर्भर होती हैं। लेकिन पुरुष मानसिक रूप से अपनी पत्नी पर निर्भर होते हैं। सामाजिक स्थिति से लेकर घर की छुटपुट काम तक के लिए पुरुष महिलाओं पर ही निर्भर रहते हैं। ऐसे में तलाक होने के बाद पुरुष किसी भी स्थिति को सहजता से नहीं ले पाते। अचानक उन्हें अपनी पूरी निर्भरता खत्म हो गई लगती है। नतीजतन वे मानसिक परेशनी का शिकार होने लगते हैं। जबकि आर्थिक स्थिति को महिलाएं आसानी से बेहतर बनाने में सक्षम होती हैं।Image Source-Getty
उम्मीद

तलाक के बाद आर्थिक रूप से कमजोरी होने के बावजूद महिलाएं अपनी उम्मीद नहीं छोड़तीं। जबकि पुरुष तलाक के तुरंत बाद आसानी से अपने टूटे रिश्ते पर विश्वास नहीं कर पाते। असल में महिलाएं तुलनात्मक रूप से पुरुषों से ज्यादा आशावादी होती हैं। वे अपनी खराब शादीशुदा जिंदगी को खत्म कर नए सिरे से अपने आपको गढ़ती हैं और उम्मीद के सारे नए आयाम हासिल करती हैं।Image Source-Getty
चुनौतीपरक

असल में पुरुष तलाक को चुनौती के रूप में लेते हैं। वास्तव में किसी भी समाज में तलाक सहज स्वीकार्य नहीं है। ऐसे में तलाक होने से महिलाओं से ज्यादा पुरुषों पर सवालिया निशान दागा जाता है। हालांकि तलाक के बाद महिलाओं की भी अवहेलना होती है। लेकिन तमाम किस्म के सवालों से घिरे होने के कारण पुरुष को अपनी तलाकशुदा जिंदगी चुनौतियों से भरपूर लगती है। यही कारण है ये पुरुष अधिक परेशानी महसूस करता है। जबकि महिलाएं नई जिंदगी को नए शुरुआत के रूप में लेने की हर संभव कोशिश करने लगती है। हालांकि नई जिंदगी महिलाओं के लिए भी कम चुनौतीपरक नहीं है।Image Source-Getty
आर्थिक स्थिति प्रभावित होना

तलाक जीवन के हर स्तर पर नकारात्मक प्रभाव छोड़ता है। चाहे बात पुरुष की हो या स्त्री की। आर्थिक स्थिति भी इससे अछूती नहीं है। असल में तलाक होने पर पुरुष अपने कामकाज में ध्यान नहीं दे पाता और महिलाओं को नई नौकरी तक तलाशनी होती है। ऐसे में आर्थिक स्थिति का प्रभावित होना लाजिमी है। परिणामस्वरूप पुरुष खुद को अधिक असहाय महसूस करता है।Image Source-Getty