बच्चों और घर की सुरक्षा

शहरीकरण के दौर में अगर किसी को नुकसान हुआ है तो वो बच्चों को हुआ है। शहरों के एक रुम में सिमटती लाइफ और सिकुड़ते परिवार के बीच में बच्चों का कोई संगी-साथी नहीं रहा। जिसके कारण आज बच्चे सबसे पहले क्राइम के शिकार होते हैं और बच्चे सबसे पहले यही रास्ता पकड़ते हैं। बच्चों को इस रास्ते में जाने से रोकने के लिए और अपराध का शिकार होने से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स पर ध्यान देने की जरूरत है। इससे आप अपने बच्चों और घर की सुरक्षा काफी अच्छे तरीके से कर पाएंगे।
कैमरे से करें घर की सुरक्षा

सबसे पहले अपने घर और घर के बाहर कैमरे लगाएं। अगर मेट्रो शहर के किसी फ्लैट में रहते हैं और वहां कैमरे नहीं लगे हुए हैं और आप सोच रहे हैं कि, आप ही अकेले कैमरा क्यों लगाएंगे.... तो प्लीज ऐसा मत सोचिए। इससे दूसरों को फायदा भले होगा लेकिन आपको भी फायदा होगा और आप इससे अपने बच्चों और घर पर कहीं भी रहते हुए नजर रख पाएंगे।
बच्चों को सिखाएं

बच्चों को पहले से सिखा दें कि उनकी गैरमौजूदगी में कोई भी दरवाजा खटखटाए तो ना खोलें। भले ही वे आपका ही नाम लें। उनको समझा दें कि आपके पास डुप्लीकेट चाभी है और आप उसका इस्तेमाल कर कभी भी अंदर घुस सकते हैं। इसके अलावा अनजानों के साथ ही पड़ोसियों से भी दूर रहने की हिदायत दें। क्योंकि बच्चों कै यौन शोषण के मामले में नब्बे प्रतिशत पड़ोसी और परीचित ही शामिल होते हैं। चॉकलेट्स, मिठाई, केक और गेम जैसी चीजें किसी भी अजनबी या परीचित इंसान से ना लें।
ऐसे करें स्कूल में सुरक्षा

स्कूल में बच्चों के प्रति घटनाएं काफी बढ़ गई हैं और आफ स्कूल पर उन पर नजर भी नहीं रख सकते। ऐसी स्थिति में अपने बच्चे के स्कूल जाकर वहां के सुरक्षातंत्र के बारे में पूरी जानकारी लें। फिर अपने बच्चे को इन सुरक्षा उपायों के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि जरूरत पड़ने पर तुरंत इन सुरक्षा उपायों को बिना किसी के सलाह के आजमाएं। अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है तो उसे घर से स्कूल के कई सारे रास्ते दिखाएं। हमेशा एक रास्ते का इस्तेमाल करना सही नहीं।
कराटे सीखाएं

आपका बच्चा लड़का हो या लड़की, उन्हें कराटे जरूर सीखाएं। इससे वे हर तरह की स्थिति में खुद की रक्षा कर पाएंगे। इससे उनका शरीर एक्टिव बना रहेगा जिससे की वे अपराधियों के साथ बीमारियों से भी अपनी रक्षा कर पाएंगे।