रिफ्लेक्सोलॉजी पद्धति दिलाएगी कमर दर्द से झुटकारा
रिफ्लेक्सोलॉजिस्टों के अनुसार रिफ्लेक्सोलॉजी उपचार की एक सुरक्षित पद्धति है जिसमें बिना चीर-फाड़, बिना दवा के कई प्रकार के दर्द और रोगोंका इलाज किया जा सकता है।

यदि आप पीठ दर्द या मासिक धर्म में होने वाली ऐंठन से पीड़ित हैं तो बिना किसी दवा के हेंड रिफ्लेक्सोलॉजी की मदद से आपको तत्काल ही सहायता उपचार मिल सकता है। कमाल की बात तो ये कि ये उपचार आप अपनी कार में, घर पर अपने काम की डेस्क पर या बाहर कहीं भी कर सकते हैं। तो चलिये जानें रिफ्लेक्सोलॉजी की मदद से कमर दर्द से झुटकारा कैसे पाएं।
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रिफ्लेक्सोलॉजी एक प्रकार की वैकल्पिक चिकित्सा है, जिसमें बिना तेल या लोशन का इस्तेमाल किये विशिष्ट अंगूठे, अंगुली और हस्त तकनीक द्वारा पैर और हाथ पर दबाव डाला जाता है। रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट्स का मानना है कि यह ज़ोन और रिफ्लेक्स क्षेत्र की प्रणाली पर आधारित है, उनका कहना है कि पैर व हाथ पर शरीर की छवि प्रतिबिंब होते हैं, और रिफ्लेक्सोलॉजी शरीर में एक शारीरिक बदलाव लाती है।
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जब आप तनावग्रस्त होते हैं तो इसके कारण आपकी गर्दन और कंधों में भी तनाव पपैदा हो सकता है और दर्द शुरू हो सकता है। ऐसे में एक रिफ्लेक्सोलॉजी सत्र बड़ी राहत दिला सकता है, विशेष रूप से लगातार कंप्यूटर पर काम करने वाले लोगों को।
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अपकी कलाई के बीच से होते हुए अंगूठे के शीर्ष तक जाने वाले बिन्दु को धीरे - धीरे चलाएं। दो बार इस क्षेत्र को ऊपर नीचे करें। ऐसा करने से गर्दन की नसों की भी एक्सरसाइज होती है और उनका दर्द दूर होता है।
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अपने कंधे की माशपेशियों को आराम देने और दर्द मुक्त करने के लिए अपनी छोटी उंगली को नीचे से ऊपर मसाज करें। 5 से 10 मिनट तक ऐसा करने पर आपका दर्द दूर हो जाता है।
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साइऐटिक नर्व का प्रतिबिंब ठीक टखने की हड्डी के पीछे पाया जाता है तथा लगभग 4 से 10 सेमी. तक एक सीधी रेखा में ऊपर की ओर जाती है। साइऐटिक नर्व कई कारणों से कमर और पैर के नीचे की और दर्द का कारण बन जाती है। जब इस नर्व पर नीचे से ऊपर की ओर मसाज की जाती है तो दर्द से राहत मिलती है।
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सबसे पहले तो इस बात को समझें कि चिकित्सा रिफ्लेक्सोलॉजी, पैर की मसाज नहीं है। हां, रोगी को आराम दिलाने के लिए रिफ्लेक्सोलॉजी उपचार में कुछ मासाज की तकनीक जरूर शामिल हैं, लेकिन अधिकांश मसाज से अलग है।
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इस उपचार पद्धति की मदद से शरीर के किसी भी हिस्से के दर्द का इलाज चेहरे के किसी पाइंट पर दबाव बनाकर किया जाता है। फेशियल रिफ्लेक्सोलॉजी एक ऐसा इलाज है, जो उपचार की तीन प्राचीन पद्धतियों चायनीज मेरीडियन, चायनिज एनर्जी मेडिसीन और एक्यूपंक्चर पाईंट्स, वियतनामी और एंडीयन ट्राइब्स बॉडी मैप से प्रेरित है।
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रिफ्लेक्सोलॉजी की इस उपचार पद्धति में दबाव का बहुत महत्व होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमारे पूरे शरीर के उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रकृति ने कुछ रिफ्लैक्स क्षेत्र बनाए हैं। रिफ्लेक्सोलॉजी में अंगुलियों व अंगूठे की मदद से इन रिफ्लैक्स क्षेत्र के बिन्दु विशेष पर दबाव डालकर इच्छित परिणाम प्राप्त किए जाते हैं। ये रिफ्लैक्स एरिया हथेली, तलवे तथा कुछ अन्य भागों में होते हैं।
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हालांकि इस बात पर रिफ्लेक्सोलॉजिस्ट में कोई आम सहमति नहीं है कि रिफ्लेक्सोलॉजी किस तरह काम करती है, केवल एकमत विचार इस बात पर है कि शरीर में रिफ्लैक्स एरिया होते हैं, जिन पर दबाव डालकर शरीर को स्वस्थ किया जाता है। वहीं यादृच्छिक नियंत्रित परीक्षण की 2009 की एक व्यवस्थित समीक्षा के अनुसार "आज तक का उपलब्ध सबसे अच्छा सबूत ठोस रूप से यह प्रदर्शित नहीं करता कि रिफ्लेक्सोलॉजी किसी चिकित्सा स्थिति के उपचार के लिए प्रभावी है।"
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