चलिये अपने घर को बनाएं जर्म फ्री!
घर में एलर्जी और कीटाणुओं वाली कई जगहे होती हैं, जिनकी नियमित सफाई न होने से हम बीमार पड़ सकते हैं। इसलिए घर को नियमित रूप से डिटॉक्सीफाई करते रहना चाहिए।

पूरी दुनिया भर में सबसे सूकुन वाली जगह अगर कोई है तो वो होता है, अपना घर। बशर्ते वह साफ-सुधरा और एलर्जी व कीटाणु मक्त हो। घर में एलर्जी और कीटाणुओं वाली कई जगहे होती हैं। जिनके साफ न होने पर एलर्जी हो सकती है और रैशेज, वॉयल्स और सांस लेने में तकलीफ आदि कई समस्याएं हो सकती हैं। कई बार लोगों जर्म्स के कारण कफ और अस्थमा से भी पीड़ित हो जाते हैं। तो चलिये जानें कि कैसे अपने घर को डिटॉक्सीफाई कर जर्म फ्री बनाया जाए।
Image courtesy: © Getty Images

कुछ लोगों को कुछ खास चीजों से अधिक एलर्जी होती है। ये चीजें घर में कई तरह से आ सकती हैं। जैसे, आपको धुएं से एलर्जी है और कोई सिगरेट पिएं तो आपको समस्या होगी। इसलिए बेहतर होगा कि आप घर को धूम्रपान निषेध क्षेत्र घोषित कर रखें। साथ ही जूते-चप्पलों के लिए एक बॉर्डर तय करें, जिससे आगे उनका जाना निषेध हो। घर और बाहर के फुटवियर अलग रखें।
Image courtesy: © Getty Images

अधिकांश लोगों को धूल से एलर्जी होती है, तो उनके चाहिए कि वे अपने घर को धूलरहित बनाए रखें। घर में मिट्टी या धूल जमा न होने दें, समय-समय पर सफाई करते रहें और बिस्तर, गद्दे आदि को भी नज़रअंदाज न करें। फर्नीचर व घर के कोनों की रोज़ाना डस्टिंग करें। खिड़कियां दिन के समय में बंद रखें।
Image courtesy: © Getty Images

घर को साफ करने की प्रक्रिया के दौरान हमेशा ड्राय डस्टिंग न करें। इससे डस्ट हवा में उड़कर सांस में जाती है, साथ ही पूरे घर में भी फैल जाती है। इसलिए हमेशा थोड़े गीले व नम कपडे से डस्टिंग करें। इसके लिए फर्नीचर स्प्रे या सादा पानी भी प्रयोग में लाया जा सकता है। साथ ही खिड़कियों में ब्लाइंड्स का प्रयोग भी न करें।
Image courtesy: © Getty Images

मक्खी, मच्छर व अन्य जीवों जैसे चूहे आदि से भी घर में कीटाणु पनपते हैं। और वैसे भी इन कीटों का घर में न रहना ही सेहत के लिए अच्छा होता है। हर सप्ताह एक बार घर में पेस्टीसाइड का छिड़काव करें, तकि इस प्रकार के कीट घर में न पनप पाएं। इसके लिए इलेक्ट्रिकल या मैकेनिकल तरीके भी प्रयोग में लाये जाये सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

घर में पालतू जानवर जैसे, कुत्ता, बिल्ली, खरगोश आदि हों तो साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। जानवरों को साफ-सुथरा रखें और थोड़ी दूरी बनाए रखें। जानवरों के रहने और खाने का इंतजाम घर के किसी निश्चित हिस्से में ही करें, जहां आपका सोना या खाना न हो, और वहां कि नियमित सफाई होनी चाहिए।
Image courtesy: © Getty Images

घर को कीटाणु मुक्त बनाने के लिए सबसे जरूरी कदम है कि ड्रॉइंग रूम में रखे कारपेट को अच्छी तरह से साफ करें। कारपेट एक स्पंज की तरह है जो धूल मिट्टी के बारीक कण, फफूंदी, जीवाणु-कीटाणुओं, पालतू जानवरों के बाल और रूसी आदि कई अन्य चीजों को खुद में समा लेता है। तो पहले तो इसे बाहर ले जाकर अच्छी तरह झाड़ें और साफ करें। क्योंकि कपड़े के कारपेट को रोज धोना संभव नहीं, आप इसकी जगह वुड, विनायल या लेमिनेट फ्लोर प्रयोग कर सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

अगर आपके मैट्रेस और पिलो काफी साल पुराने हो गए हैं तो ये इन्हें बदलने का समय है। पुराने मैट्रेस-पिलो में बहुत सारे जर्म्स और डस्ट माइट्स जमा हो जाते हैं जो आपको काफी बीमार कर सकते हैं। इन्हें देखा नहीं जा सकता, बावजूद इसके ये आपको बहुत बीमार बना सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

एयर प्यूरीफायर बहुत काम की चीज़ है। एयर प्यूरीफायर घर के वातावरण को एकदम साफ-सुथरा और एलर्जी व कीटाणु मुक्त बना देता है। घर में मौजूद जर्म्स इससे काफी हद तक खत्म हो जाते हैं। बाजार में कई तरह के एयरप्यूरीफायर्स मौजूद हैं जो अलग-अलग साइज और कीमत में आते हैं। आप अपनी सुविधानुसार इन्हें चुन सकते हैं।
Image courtesy: © Getty Images

बाथरूम में सबसे ज्यादा कीटाणु होते हैं, अतः इसकी नियमित सफाई होती है। इसके लिए बाजार में टॉयलेट क्लीनर आते हैं। आप उनका इस्तेमाल कर सकते हैं। दीवारों की सफाई भी करें। यदि दीवारों पर प्लास्टिक इमल्शन है तो आप गीले कपड़े से कर सकते हैं। काडूदान को भी समय-समय पर साफ करते रहें।
Image courtesy: © Getty Images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।