आंखों की रोशनी बढ़ाना चाहते हैं, तो अपनी आदत में शामिल कर लें ये 5 बातें
मोबाइल, कंप्यूटर, टीवी आदि के प्रयोग के कारण आजकल छोटी उम्र में ही बच्चों को चश्मे लग जाते हैं। अगर आप लंबी उम्र तक अपने आंखों की रोशनी को अच्छा रखना चाहते हैं, तो इन 5 बातों को अपनाएं।

आजकल कम उम्र में ही लोगों की आंखों कमजोर हो जाती हैं। बचपन से ही मोबाइल, लैपटॉप, टीवी और दूसरे स्क्रीन वाले गैजेट्स के इस्तेमाल के कारण आंखें जल्दी कमजोर हो जाती हैं। अगर आप शुरुआत से ही बेहतर खान-पान और कुछ अच्छी आदतें अपने रोजाना के जीवन में शामिल कर लें, तो आपकी नजर बुढ़ापे तक अच्छी रहेगी।

हफ्ते में कम से कम तीन बार मछली का सेवन करें। इसके सेवन से आंखों में ड्राई-आई सिंड्रोम की समस्या दूर हो जाएगी। इसके अलावा पालक का सेवन करें यह पोषक तत्वों से भरपूर होती है जिससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। अपने आहार में अंडे को भी शामिल करें क्योंकि इससे ल्यूटिन और जियाक्साथिन मिलता है जो आंखों की रोशनी को बढ़ाता है।

अगर आपकी आंखों की रोशनी बिल्कुल ठीक है और आपको पढ़ने में भी किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है फिर भी साल में कम से कम एक बार आंखों की जांच अवश्य करवानी चाहिए। यह आंखों को स्वस्थ रखने का सबसे बेहतर तरीका है। इससे आंखों में होने वाली समस्या से भी निजात मिल जाती है और समय पर उसका इलाज भी हो जाता है।

आपकी पलकों को लगातार झपकना एक सामान्य प्रक्रिया है जो आपकी आंखों को तरो - ताजा रखता है और आंखों को तनाव मुक्त रखता है। कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने वाले लोग अपनी आंखों की पलकों को कम झपकाते है, ऐसे लोगों को हर सेकेंड कम से कम तीन से चार बार अपनी आंखों को झपकाना चाहिए।

अपनी दोनों हथेलियों को आपस में रगड़ें और जब हथेलियां गर्म हो जाएं तो उन्हे हल्के से आंखों पर रख लें। ऐसा करने से आंखों का तनाव काफी हद तक दूर हो जाता है। इसके अलावा, आंखों के तनाव को दूर करने का एक और आसान तरीका है, अपनी आंखों को बंद रखे और किसी सुंदर सी जगह होने की कल्पना करें। इससे आंखों को काफी आराम मिलता है।

पानी आपकी सभी समस्याओं का निदान करता है। समय-समय पर अपनी आंखों को धोते रहें। इससे आंखों में डिहाईड्रेशन नहीं होगा और वह स्वस्थ रहेगी। बाहार से आने के बाद आंखों पर पानी की छींटे जरूर मारे।

किसी भी ऐसी हवा से बचना चाहिए जिससे आंखों की नमी चली जाती हो जैसे-एसी की सीधी हवा। अपने घर, ऑफिस या गाड़ी में एसी के पैनल को हमेशा नीचे रखें ताकि आपकी आंखों पर सीधी हवा न लगे। शुष्क हवा लगने से अंधापन या कार्निया में बीमारी हो सकती है।

अगर आप कम्प्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल ज्यादा करते है तो उसकी ब्राइटनेस को कम रखें। इससे आपकी आंखों को ज्यादा जोर नहीं लगाना पडेगा और स्क्रीन की तीव्र रोशनी से आंखों को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।

कहीं भी बाहर धूप में निकलने से पहले सनग्लास जरूर पहन लें। इससे आपकी आंखें पराबैंगनी किरणों से बची रहेगी और उन्हे कोई नुकसान भी नहीं होगा। इसलिए आप जब भी सनग्लास खरीदने बाजार में जाएं, तो यह सुनिश्चित कर लें कि वह पूर्णत: यूवी प्रोटेक्शन देने में सक्षम है या नहीं।

पूरी नींद लें, इससे आंखों की रोशनी अच्छी रहती है, आपको सिरदर्द नहीं होगा। आंखों से धुंधला दिखने की शिकायत नहीं होगी। साथ ही आंखों की मांसपेशियों को आराम भी मिलेगा।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।