क्या है मिलिया

मिलिया यानी सफेद फुंसी एक प्रकार की त्‍वचा की समस्‍या है जो चेहरे को प्रभावित करती है। यह फुंसी बहुत ही छोटी होती है जो किसी भी उम्र में हो सकती है। जब त्‍वचा की मृत कोशिकायें त्‍वचा के ऊपर आती हैं तब यही मिलिया का रूप ले लेती हैं। मिलिया की समस्‍या सबसे अधिक बच्‍चों में देखी जाती है उसके बाद यह समस्‍या किशोरों में दिखती है। यह समस्‍या बिना उपचार के भी समाप्‍त हो जाती है। लेकिन अगर थोड़ी सावधानी बरती जाये तो इसे होने से बचाया जा सकता है। image source - pediatricsconsultant360.com
चेहरे को साफ रखें

चेहरे पर गंदगी के कारण ही मिलिया की समस्‍या होती है। यह तैलीय त्‍वचा की तुलना में सूखी त्‍वचा को अधिक प्रभावित करती है, क्‍योंकि सूखी त्‍वचा की कोशिकायें आसानी से चेहरे के ऊपरी परत तक आ जाती हैं। इससे बचने के लिए दिन में कम से दो बार अपने चेहरे को जरूर साफ करें। image source - getty images
अच्छे उत्पाद का प्रयोग करें

त्‍वचा के लिए अच्‍छी गुणवत्‍ता वाले मॉइश्‍चराइजर क्रीम का प्रयोग करें। मॉइश्‍चराइजर क्रीम आपकी त्‍वचा की ऊपरी परत से मृत कोशिकाओं को आसानी से निकाल देती है, जिसके कारण ये फुंसियां चेहरे पर नहीं दिखाई देती हैं। image source - getty images
रेटीनॉल का प्रयोग

यह विटामिन ए का पूरक माना जाता है, इसका प्रयोग एक्‍ने की समस्‍या को दूर करने के लिए किया जाता है। यह त्‍वचा की मृत कोशिकाओं को यानी ऊपरी परत को निकालकर त्‍वचा को साफ और मुलायम रखता है। अच्‍छे परिणाम के लिए रेटीनॉल युक्‍त क्रीम का प्रयोग सीधे तौर पर प्रभावित त्‍वचा पर करें। रेटीनॉल को आंखों के आसपास न लगायें। image source - getty images
सूर्य की किरणों से बचाव

सूर्य की हानिकारक किणों से मिलिया और भी बदतर हो सकती है। इसलिए अगर आप मिलिया से ग्रसित हैं तो सूर्य की हानिकारक त्‍वचा से चेहरे का बचाव करें। धूप तेज हो तो बाहर जाने से बचें और अगर जाना जरूरी हो तो चेहरे को ढक कर जायें। image source - getty images
अधिक मेकअप न करें

अगर आप मिलिया से ग्रस्‍त हैं तो इसे छुपाने के लिए चेहरे पर अधिक कॉस्‍मेटिक का प्रयोग न करें। दरअसल कॉस्‍मेटिक और मेकअप के अन्‍य उत्‍पाद आपके रोम छिद्रों को बंद कर सकते हैं, इससे त्‍वचा अधिक प्रभावित होगी और मिलिया आपकी त्‍वचा पर और फैल सकती है। इसलिए मेकअप कम करें। image source - getty images
इसे खरोंचे नहीं

मिलिया को मुहांसों की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता है। यह मृत कोशिकाओं के कारण होता है जो कि कुछ सप्‍ताह में अपने आप समाप्‍त हो जाता है। इसके कारण दर्द और जलन की समस्‍या नहीं होती है। इसलिए इसे खरोंच कर निकालने की कोशिश न करें। खरोंचने से यह बदतर हो सकता है और इसके कारण त्‍वचा पर जलन और खुजली की समस्‍या भी हो सकती है। image source - getty images
नियासीन और बायोटिन के सप्लीमेंट

हालांकि अभी इसपर शोध हो रहा है कि नियासीन (विटामिन बी3) और बायोटिन (विटामिन एच) की कमी के कारण ये समस्‍यायें होती हैं। हालांकि इन शोधों में यह बात सामने आयी है कि उपचार के दौरान विटामिन 'के' इन सप्‍लीमेंट का सेवन करने से मिलिया की समस्‍या दूर होती है। खानपान के जरिये इनकी कमी को दूर किया जा सकता है। लेकिन अगर इनकी कमी त्‍वरित पूरा करना चाहते हैं तो नियासीन और बायोटीन के पूरक का सेवन करें। image source - getty images
त्वचा रोग विशेषज्ञ

अगर आपको लगता है कि मिलिया आपके चेहरे के लिए समस्‍या बन गया है तो इसके लिए आप किसी कुशल त्‍वचा रोग विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं। अगर कुछ सप्‍ताह में मिलिया नहीं समाप्‍त हो रहा है तो चिकित्‍सक सूई के जरिये इसे त्‍वचा से निकाल सकते हैं। इसके लिए क्रायोथेरेपी भी किया जाता है। क्रायोथेरेपी संवेदनशील क्षेत्रों जैसे - आंखों और भौहों के पास से मिलिया को निकालने के लिए किया जाता है। image source - getty images