मानसून मे पैरों की देखभाल

मानसून जितना सुहाना होता है सेहत के लिए उतना ही परेशानियों भरा होता है। मानसून में हम अपने खान-पान और चेहरे की त्वचा का तो ख्याल रख लेते हैं लेकिन पैरों के प्रति लापरवाह हो जाते हैं। जबकि इस मौसम में सबसे ज्यादा पैरों की समस्‍या होती है। पैरों में बदबू और फंगस लगने जैसी समस्यायें आपको परेशान कर सकती हैं। इससे निपटने के लिए हम आपको यहां कुछ टिप्स दे रहें हैं।Image Source- Getty
बारिश में पैरों में बदबू की समस्या

बारिश के दिनों में चिपचिप और नमी रहती है तथा वातावरण में भी अजीब सा परिवर्तन हो जाता है। पैरों में हमेशा नमी बने रहने के कारण बदबू आने लगती है। कई लोगों को इस मौसम में पैरों में छाले पड़ने लगते है या खाल निकलने लगती है। बारिश के दिनों में अगर पैरों को साफ न रखा जाएं तो लेप्‍टोस्पियोरिसिस नामक बीमारी होने का खतरा रहता है।Image Source- Getty
सही फुटवियर

बारिश के दिनों में पैरों को किसी भी संक्रमण से बचाने के लिए सही फुटवियर पहनना बेहद आवश्‍यक है। बरसाती तरीके के अच्‍छे फुटवियर पहनें। इससे पैरों में हवा लगती रहेगी और बारिश में गीले होने के बाद पैर सूख भी जाएंगे। ये फुटवियर गंदे हो जाने पर आसानी से धुले भी जा सकते हैं। बारिश के दिनों में प्‍लास्टिक या रबर के फ्लोटर पहनने का चलन बहुत पुराना है। ये अच्‍छे और आरामदायक रहते हैं। इनसे पैरों में हवा लगती रहती है और साथ ही साथ आपका स्‍टाइल और लुक भी नहीं बिगड़ता है।Image Source- Getty
रेन बूट

इन दिनों मार्केट में रेन बूट का प्रचनल है। महिलाओं के लिए ये बूट स्‍पेशल कलर्स और डिजाइन में आते हैं जिन्‍हे हर तरह ही ड्रेस के साथ मैच करके पहना जा सकता है। ये बूट, पैरों को कवर रखते हैं और पानी में भीगने से बचाते हैं।बारिश के दिनों में फ्लिप-फ्लॉप सबसे सही रहते हैं। ये रबर के बने होते हैं और फिसलने से बचाते हैं। सड़कों पर इन्‍हे पहनकर चलने से कोई दिक्‍कत नहीं होती है और आप गंदा होने पर इन्‍हे धो सकते हैं।Image Source- Getty
गीले पैरों मे ना पहने जूते

बारिश में बाहर से आने के बाद अपने पैरों को धोयें जरूर। क्‍योंकि मानसून के दौरान फंगस, बैक्‍टीरिया और कीटाणु होते हैं, तो इसलिए जरूरी है कि बाहर से घर आते ही अपने पैरों को साफ किया जाए। पैरों को धोने के बाद उन्‍हें पोंछकर सुखायें। बाहर जाते समय सैंडल के स्‍थान पर जूते पहनें। जूते आपके पैरों को पूरी सुरक्षा देते हैं वहीं सैंडल में आपके पैर गीले हो जाते हैं जैसे बैक्‍टीरिया संक्रमण होने का खतरा होता है। Image Source- Getty
माश्चराइजर लगायें

मानसून के दौरान रात को सोने से पहले, पैरों पर मॉश्‍चराइजर जरूर लगायें। मॉश्‍चराइजर में सात से दस फीसदी तक यूरिया और पाराफिन होना चाहिये। इससे आपके पैरों की डेड स्किन हट जाएगी और आपके पैर साफ, स्‍मूथ और एलर्जी से दूर रहेंगे। पैरों की उंगलियों के बीच मॉश्‍चराइजर न लगायें क्‍योंकि यहां कि त्‍वचा में बहुत नमी होती है और इससे फंगल संक्रमण होने का खतरा बढ़ सकता है।Image Source- Getty
नमक के पानी का इस्तेमाल करें

मानसून मे पैरों में सक्रंमण होने का खतरा रहता है। पैरों में किसी भी प्रकार का संक्रमण है तो उसे छुटकारा पाने के लिए नमक के पानी का इस्तेमाल करें। यह सबसे अच्छा एंटीसेप्टिक है। एक तब पानी में दो बड़े चम्मच नमक दाल दें, फिर उसमें 4 से 5 अपने पैर रखें। इसे रोज़ करे जब तक संक्रमण ठीक ना हो जाये।Image Source- Getty
पैरों को रखें सुरक्षित

बारिश के दिनों में पैरों को सुरक्षित रखने के लिए अच्‍छे फुटवियर पहनने के अलावा, सही क्‍लींजर का इस्‍तेमाल करना भी जरूरी है। नहाने के पानी में डिटॉल डालकर रखें। पैरों को साफ तौलिए से पोंछते रहें।किसी प्रकार की बैक्‍टीरियल या फंगल संक्रमण जैसे लालिमा, सूजन, खुजली और त्‍वचा गर्म होना, या बिना किसी चोट के दर्द होना आदि को नजरअंदाज नहीं करना चाहिये। किसी भी तरह का इंफेक्‍शन लगने पर तुरंत डॉक्‍टर से सम्‍पर्क करें।Image Source- Getty