मिलावटी दूध का परीक्षण

दूध पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दूध पीने से ताकत मिलती है। ये बात तो हम सभी जानते हैं दूध में लगभग वो हर तत्व मौजूद होता है जो शरीर के लिए आवश्यक होता है। ये विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन, नियासिन, फॉस्फोरस और पोटैशियम का खजाना होता है। लेकिन क्‍या आप सच में शुद्ध दूध पी रहे हैं? कहीं आप दूध के साथ जहरीला पदार्थ तो नहीं पी रहे हैं? जी हां, मार्केट में मिलने वाले दूध मिलावटी भी हो सकते हैं। अगर आपको किसी प्रकार की शंका है तो इन 4 आसान तरीकों से आप दूध का परीक्षण कर सकते हैं।
दूध में डिटर्जेंट का परीक्षण

अक्‍सर खबरों में मिलावटी दूध का भंडाफोड़ देखने और सुनने को मिलता है, जिसमें सबसे ज्‍यादा डिटर्जेंट की मिलावट देखने को मिलती है। अगर आपको लगता है कि दूध में मिलावट हो सकती है तो इसे जांच करना बहुत आसान है। आधा कप दूध में बराबर मात्रा में पानी मिलाएं, यदि झाग आए तो दूध में डिटर्जेंट मिला हुआ है।
सिंथेटिक दूध का परीक्षण

अगर आपको लगता है कि दूध सिंथेटिक है तो इसकी भी पहचान की जा सकती है। सिंथेटिक दूध को हथेलियों के बीच रगड़ें यदि यह साबुन जैसा लगे तो यह सिंथेटिक दूध हो सकता है। इसके अलावा सिंथेटिक दूध गर्म करने पर हल्‍का पीला हो जाता है। इस प्रकार के दूध का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकते हैं। इसे भी पढ़ें: जानें क्‍या है दूध पीने का सही समय: सुबह या रात
दूध में स्टार्च का परीक्षण

आजकल खुले दूध पर भरोसा करना थोड़ा मुश्किल है। आपूर्ति और ज्‍यादा पैसा कमाने के चक्‍कर में लोग दूध में तरह-तरह की चीजें मिलाते हैं। कई लोग दूध में स्‍टार्च मिलाकर भी बेचते हैं। अगर आपको लगता है कि दूध में स्‍टार्च की मिलावट है तो इसकी जांच की जा सकती है। इसके लिए दूध में कुछ बूदें आयोडीन टिंचर या आयोडीन सॉल्‍यूशन की डालें, यदि दूध का रंग नीला हो जाए तो इसका मतलब दूध मिलावटी है।
दूध में पानी का परीक्षण

दूध की कुछ बूंदें किसी सतह पर डालें, इसके बाद सतह को थोड़ा टेढ़ा करें यदि दूध की बूंद धीरे-धीरे ढलान की तरफ जाए और पीछे सफेद लकीर छोड़े तो इसका मतलब इसमें पानी का मिश्रण नहीं है और जब दूध बूंद तेजी से ढलान की तरफ जाए और निशान भी न छोड़े तो इसका मतलब पानी की मिलावट की गई है। इसे भी पढ़ें: किस उम्र में कितना दूध पीना सही है, देखें पूरा चार्ट