झूठ बोलने वालों को कैसे पहचानें? जानें झूठ बोलते समय हाव-भाव में दिखने वाले 10 लक्षण
झूठ बोलते समय लोगों के हाव-भाव में कुछ ऐसे बदलाव होते हैं, जिन्हें देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो झूठ बोल रहे हैं। जानें ऐसे ही 10 संकेत।

हम सभी कभी न कभी झूठ बोलते हैं। मगर कुछ लोगों की आदत होती है कि उनकी ज्यादातर बातें झूठी होती हैं। कई बार लोगों के झूठ के कारण आपको नुकसान उठाना पड़ता है। मगर क्या आप जानते हैं कि आप आसानी से पहचान सकते हैं कि सामने वाला व्यक्ति आपसे झूठ बोल रहा है, सच? जी हां, झूठ बोलते समय हर इंसान के हाव-भाव में कुछ ऐसे बदलाव होते हैं, जो आसानी से बता सकते हैं सामने वाले ने आपसे झूठ बोला है। आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही 10 संकेत। दरअसल, किसी को भी झूठ पकड़ने के लिए किसी खास ज्ञान की जरूरत नहीं होती है। आइए जानें कि जब आपके आस-पास के लोगों का झूठ बोलें तो आप उन्हें कैसे पकड़ सकते हैं।

जब आपको लगता है कि सामने वाला आपसे झूठ बोल रहा है तो उसके चेहरे को गौर से देखें। झूठ बोलते समय चेहरे के भाव बिल्कुल बदल जाते हैं। झूठ बोलते समय गालों का रंग बदल जाता है, क्योंकि भीतर झूठ को पकड़ने को छिपी चिंता से लोग मन ही मन शर्मिदा रहते हैं। इसके अलावा नाक के नकुने फूल जाना, गहरी सांस लेना, बार-बार पलकें झपकाना और होंठ चबाना इस बात की निशानी हैं कि दिमाग ज्यादा चल रहा है।

मुस्कुराहट भी कई बार सच्ची भावना बयां करने का काम करती है। आप किसी का झूठ पकड़ना चाहती हैं तो इस बात पर ध्यान दें कि सामने वाले मुस्कुरा कैसे रहा है। सच्ची मुस्कुराहट होंठों और आंखों से झांकती है, लेकिन झूठे शख्स की आंखों में मुस्कुराहट नहीं होती।

हालांकि झूठ बोलने वाला कई बार इतनी सफाई से झूठ बोलता है कि आप उसकी आवाज से उतार-चढ़ावों को पहचान नहीं पातीं, लेकिन आप अगर बोलने की गति और सांस के पैटर्न पर गौर करें तो पाएंगी कि झूठ बोलते वक्त इन दोनों में या बढ़ोतरी होती है या फिर कमी। अगर ऐसा है तो संभव है कि आप सच नहीं सुन रही हैं।

जब कोई आपसे झूठ बोले तो उससे सवाल पूछने में बिल्कुल ना हिचकें। कई बार लोग सवाला का जवाब देने में इतने उलझ जाते हैं कि सच्चाई जुबान पर आ जाती है। कई बार सवाल पूछने पर झूठ बोलने वाला इधर-उधर झांकने लगता है, यह स्वाभाविक है, लेकिन साधारण सवाल पूछने पर भी सामने वाला इधर-उधर देखे, नजरें न मिलाए तो यह एक बड़ी पहचान है।

झूठे लोग आपसे नजरें मिलाने का दिखावा करेंगे। उनके शरीर का ऊपरी हिस्सा फ्रीज होगा। वे झूठी हंसी हंसने की कोशिश करेंगे, आवाज धीमी होगी। साइंस ने इसे पकड़ने के अन्य सूचकों के बारे में भी बताया है। तो जब आप धोखे को पकड़ने के विज्ञान, सुनने, देखने की कला को साथ मिला देंगे तो आप खुद को झूठ से दूर रख सकेंगे।

अक्सर ऐसा देखा जाता है कि झूठ बोलते समय लोग बार-बार अपने बालों पर हाथ फेरते हैं या उंगलियां चटकाते हैं क्योंकि उनके अंदर डर होता है कि कहीं उनका झूठ पकड़ ना लिया जाए। इसका मतलब यह है कि वह झूठ बोल रहा है।

जब कोई इंसान झूठ बोलता है तो वो सामने वाले की आंखों में देखकर बात नहीं कर पाता है। बात करते समय उसकी नजरें झुकी रहती है क्योंकि उसे डर होता है कि कहीं उसका झूठ पकड़ना ना लिया जाए।

कई बार लोग झूठ के पकड़े जाने के डर से सामने-सामने बात करने से बचते हैं। ऐसे में वे बातचीत के दौरान किसी ना किसी बहाने से मुंह ढंक कर बात करते हैं। अगर आपके आसपास भी कोई झूठ बोलते समय ऐसा करता है तो आप उसे आसानी से पकड़ सकते हैं।

प्रशिक्षित लाईपॉटर्स यानी झूठ पकड़ने वाले 90 फीसदी तक झूठ पकड़ लेते हैं। वहीं कुछ लोग 54 फीसदी तक झूठ पकड़ लेते हैं। वास्तव में, अच्छे झूठ बोलने वाले या खराब झूठ बोलने वाले होते हैं। मगर, कोई भी जन्मजात झूठा नहीं होता। पहला तरीका आप झूठ बोलने वाले के शब्दों पर ध्यान दें।

ईमानदार शख्स की बॉडी लैंग्वेज आत्मविश्वास से भरपूर होता है, जबकि झूठ बोलने वाला बार-बार अपनी बांह चढ़ा कर बात करता है। उसके पैर या तो अंदर की मुड़े होते हैं या फिर वह उनका मूवमेंट कम से कम रखता है। उसके हाथ भी अक्सर पीछे बंधे रहते हैं क्योंकि वह अपनी बेचैनी को किसी को दिखाना नहीं चाहता।
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