सफेद रक्त कोशिकाएं

सफेद रक्त कोशिकाओं को व्हाइट ब्लड सेल्स, ल्यूकोसाइट्स या सफेद कॉर्पसकल भी कहा जाता है। सफेद रक्त कोशिकाएं स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होती हैं। यह शरीर को संक्रामक रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है। यह सफेद रक्त कोशिकाएं लगातार नष्ट होती और बनती रहती हैं। जब आपके शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की कमी होने लगती है, तो आपको कई कई बीमारियों व संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि शरीर में व्हाइट ब्लड सेल्स पर्याप्त मात्रा में हों। पौष्टिक खानपान के सेवन से व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद मिलती है। एक स्वस्थ व्यक्ति में प्रतिघन मिलीमीटर रक्त में 5000 से 11000 तक व्हाइट ब्लड सेल्स होती हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि कैसे और किन तरीकों से व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाया जा सकता है।
सफेद रक्त कोशिकाएं की कमी

जब व्हाईट ब्लड सेल काउंट या सफेद रक्त कोशिका की गिनती बेहद कम हो जाती है, तो उस व्यक्ति को ल्युकोपिनीया (leucopenia) नामक समस्या हो जाती हैं। इसमें शरीर में बीमारीयों से बचाव की शक्ति कम हो जाती है और एड्स, कैंसर और हेपेटाइटिस आदि रोग होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
कॉपर व जिंक सप्लीमेंट्स

तांबा (कॉपर) और जस्ता (जिंक) सफेद रक्त कोशिकाओं में मौजूद एंजाइम के सबसे महत्वपूर्ण घटक होते हैं। इन खनिजों की कमी शरीर में सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या कम करती है। कॉपर की पूर्ती के लिए आप मांस, हरी पत्तेदार सब्जियों, और अनाज आदि का सेवन कर सकते हैं। वहीं जिंक के लिए मांस, मछली, और दूध का सेवन लाभदायक होता है। केकड़े, सीप और रेड मीट (सी फूड) में भी अच्छा खासा जिंक होता है।
विटामिन 'ए' व 'ई'

विटामिन ए भी एक एंटीऑक्सीडेंट है। शरीर में इसकी पर्याप्त मात्रा के लिए आप गाजर, टमाटर, मिर्च, और स्क्वैश आदि का नियमित व संतुलित सेवन कर सकते हैं। विटमिन ई भी सफेद रक्त कोशिकाओं के लिए जरूरी होता है। इसके लिए जैतून का तेल, बादम, और कुछ फल और सब्जियों आदि का सेवन करें।
विटामिन 'सी'

विटामिन सी रक्त में कोलोस्ट्रोल को नियंत्रण करता है। यह फलों, हरी सब्जियों, टमाटर, शिमला मिर्च, रसीले व खट्टे फलों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी वाइट ब्लड सेल्स के ठीक प्रकार से काम करने में मदद करता है और इनकी संख्या बढ़ाता है, जिससे इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है और किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है।
लहसुन

लहसुन में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो हमारे इम्यून सिस्टम को बीमारियों से लड़ने की ताकत देता है। इसमें एलिसिन नामक तत्व भी होता है, जो शरीर को इन्फेक्शन और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। प्रतिदिन भोजन में लहसुन का इस्तेमाल करने से पेट के अल्सर और कैंसर से बचाव होता है और सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या भी बढ़ती है।
दही

दही में दूध के मुकाबले कैल्शियम की मात्रा ज्यादा होती है। दही के बैक्टीरिया तथा पोषक तत्व शरीर के लिए एंटीबायोटिक का कार्य करते हैं रोगों से लड़ने की क्षमता भी प्रदान करते हैं। दही के रोजाना सेवन से शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता और सफेद रक्त कोशिकाएं की संख्या बढ़ती है।
ग्रीन टी

ग्रीन टी में सबसे अधिक एंटी-ऑक्सिडेंट होते हैं साथ ही इसमें कैलोरी भी नहीं होतीं। ग्रीन टी में विटामिन सी और पोलीफिनॉल के अलावा अन्य एंटी ऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं जो शरीर में बैक्टीरिया नष्ट करके इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं तथा सफेद रक्त कोशिकाएं की संख्याभी बढ़ाते हैं।
नशे से रहें दूर

किसी भी प्रकार के नशे जैसे, शराब पीना, धूम्रपान करना या गुटका आदि चबाने जैसी आदतों से खुद को दूर रखें। इनमें मौजूद हानिकारक रसायनों से सफेद रक्त कोशिकाओं नष्ट हो सकती हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां

विटामिन व खनिज अधिक मात्रा की वजह से आहार में सब्जियां बहुत महत्वपूर्ण होती हैं। इनसे लौह तत्व, विटामिन-ए, विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, विटामिन-सी, कैल्शियम और फाइबर अच्छी मात्रा में मिलता है। इन में शक्तिशाली एंटीओक्सीडेनट्स होते हैं जो सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या बढ़ाते हैं जिससे कैंसर का कारण बनने वाले फ्री रेडिकल्स नहीं बढ़ पाते हैं।