पेट में अल्सर

पेट अल्‍सर, जिसे आमाशय के अल्‍सर, पेप्टिक अल्‍सर या गैस्ट्रिक अल्‍सर के रूप में भी जाना जाता है। पेट में अल्‍सर पेट के अंदर पीड़ादायक होता है। अधिकांश पेट में अल्‍सर हेलिकोबेक्टर नामित जीवाणु, या एच. पाइलोरी के कारण होता है। अतिरिक्त पेट एसिड और तनाव अल्सर का कारण नहीं होते है, लेकिन यह मौजूदा अल्सर को अधिक दर्दनाक कर सकते हैं। अल्‍सर का इलाज हो सकता है, लेकिन आमतौर पर इसके इलाज के लिए छ‍ह से आठ सप्‍ताह की आवश्‍यकता होती है। उग्र अल्‍सर जीवन को दुखमय बना सकता है। image courtesy : getty images
एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं के बारे में जानें

लंबी अवधि तक नोनस्टेरॉइडल (एक कार्बनिक यौगिक जिसे कोई भी स्टेरॉयड नियंत्रित नहीं करता है) एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं (एनएसएआईडी) का नियमित इस्‍तेमाल पेट में अल्‍सर का कारण बनता है। एस्पिरिन, नेपरोक्सन और इबुप्रोफेन आदि पसंदीदा दवाएं एनएसएआईडी के तहत आती है। आप इनके स्‍थान पर एसिटामिनोफेन का सेवन करना च‍ाहिए। साथ ही आपको यह पता होना चाहिए कि कौन सी एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं आपके लिए सुरक्षित है। image courtesy : getty images
शराब और कैफीन की खपत को कम करें

शराब और कैफीन का उपभोग करने से पेट में एसिड का स्‍तर तेजी से बढ़ने लगता है। पेट में एसिड के बढ़ने से पेट का घाव उत्तेजित होता है जिससे पेट में दर्द और हार्टबर्न जैसे तकलीफों का कारण बनता है। यह पेय पदार्थ पेट में और आंत अस्‍तर में और पेरशानी पैदा कर सकते हैं। image courtesy : getty images
सक्रिय और निष्क्रिय धूम्रपान छोड़ने

सिगरेट में मौजूद रसायन पेट अस्तर को कमजोर करने के साथ-साथ अल्सर में जलन का करना बनता है। साथ ही यह नए अल्सर को विकसित करने का कारण भी हो सकता है। इसके अलावा, पेट में एसिड सिगरेट के धुएं के साथ बढ़ जाता है जो अल्सर में जलन पैदा कर सकता है। image courtesy : getty images
खान-पान की देखभाल

पेट के अल्‍सर से पीड़‍ित होने पर रेड मीट, तले या वसायुक्त खाद्य पदार्थों और आटा या चीनी से परिष्कृत खाद्य पदार्थ को खाने से बचें। इस तरह के खाद्य पदार्थ भविष्‍य में अल्सर में जलन पैदा करने के साथ पेट में एसिड को बढ़ा सकते हैं। साबुत अनाज और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन आपको राहत देता है क्‍योंकि यह अल्‍सर के उत्‍पादन को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, डेयरी उत्‍पादों की खपत को भी सीमित करें। image courtesy : getty images
नियमित रूप से खाये

खाने में बहुत ज्‍यादा खाना या बहुत अंतराल के बाद खाना पेट के अल्‍सर से पी‍ड़‍ि‍त लोगों के लिए अच्‍छा नहीं होता है। अल्सर के मरीजों को ज्यादा देर खाली पेट रहने से अम्ल का स्त्राव बढता है जो आपकी तकलीफ को बढाता है। इसलिए एक दिन 5-6 छोटे भोजन नियमित अंतराल के बाद खाये। image courtesy : getty images
दवाएं सही समय पर लें

अगर आपका डॉक्‍टर पेट के अल्‍सर के इलाज के लिए दवाओं को निर्धारित करता है तो आपको उन्‍हें सही समय पर लेना चाहिए और किसी भी खुराक को लेना नहीं भूलना चाहिए। आपका डॉक्‍टर एच. पाइलोरी बैक्टीरिया उन्मूलन के लिए एंटीबायोटिक दवाओं सुझाएगा, जो अल्सर के लगभग 70 से 90 प्रतिशत मामलों में कारण होती हैं। image courtesy : getty images
तनाव में कटौती करें

तनाव अल्‍सर के दर्द का कारण नहीं होता है लेकिन कुछ अल्‍सर से ग्रस्‍त मरीज के मानसिक तनाव का सामना करने पर पेट में जलन में वृद्धि का कारण बन सकता है। इसलिए अल्‍सर से प‍ी‍ड़‍ित व्‍यक्ति को तनाव कम करने की कोशिश करनी चाहिए। image courtesy : getty images