हर चोट के लिए बैंडेज अलग होता है

ज्यादातर फर्स्ट एड किट में आपने अलग-अलग तरह के बैंडेज देखें होंगे जिनमें स्ट्रिप बैंडेज, प्रेशर बैंडेज, मोलस्किन आदि शामिल है। कटने, जलने, हड्डी टूटने, छिलने, छेद होने जैसे घाव को भरने के लिए उन पर पट्टी बांधने का तरीका और पट्टी की किस्म अलग होती है, आइए जानते हैं किस घाव को कैसे कवर किया जाता है।
अगर छोटा कट है तो स्ट्रिप बैंडेज लगाएं

स्ट्रिप बैंडेज कई शेप और साइज में आती हैं। अगर चोट ज्यादा गहरी नहीं है तो आप स्ट्रिप बैंडेज का इस्तेमाल कर सकते हैं। छोटे घाव के लिए स्ट्रिप बैंडेज अच्छी होती है। आप इसे हाथ या उंगली में लगा सकते हैं।
अगर त्वचा जली है तो गौज पट्टी का इस्तेमाल करें

अगर आपकी त्वचा जल गई है तो आपको उसपर गौज पट्टी बांधनी चाहिए, घाव पर आप बर्न प्रोटेक्टिंग क्रीम लगाकर गौज पट्टी बांध दें और ऊपर से टेप लगा दें। आपको इस बात का ध्यान रखना है कि टेप, जले हुए हिस्से पर टच नहीं करना चाहिए।
फफोला होने पर मोलस्किन का इस्तेमाल करें

अगर आपके हाथ या पैर में फफोले हो गए हैं तो एक खास तरह के बैंडेज का इस्तेमाल करें, इसे कहते हैं मोलस्किन। मोलस्किन फोम का बना होता है। आप इसे फफोले या ब्लिस्टर वाली जगह पर लगा सकते हैं। इससे ब्लिस्टर में इंफेक्शन का खतरा नहीं रहेगा।
गहरे कट्स के लिए इस्तेमाल करें प्रेशर बैंडेज

अगर चोट का कट बहुत गहरा है तो प्रेशर बैंडेज का इस्तेमाल करें। गौज की पट्टी को घाव को साफ करके दवा के साथ लगाएं, इससे खून रुक जाएगा। गहरे घाव में खून ज्यादा बहता है और प्रेशर बैंडेज ज्यादा खून वाली चोटों में इस्तेमाल किया जाता है।
अगर हड्डी टूटी है तो बैंडेज कैसे लगाएं?

अगर आपकी हड्डी टूटी है तो आप बड़े साइज के बैंडेज का इस्तेमाल करें जो फ्रैक्चर हुई हड्डी को सहारा दे सके। आपको हड्डी को अच्छी तरह से बैंडेज से कवर करना है, सहारे के लिए आप पट्टी को गले से ले जाते हुए बांध सकते हैं। हड्डी टूटने पर ट्रायएंगल बैंडेज का भी इस्तेमाल किया जाता है।
पैनिट्रेटिंग वाउंड क्या होते हैं?

पैनिट्रेटिंग घाव ऐसे घाव होते हैं जो आपकी त्वचा में किसी चीज के घुस जाने से होते हैं जैसे कांच चुभ जाना। ऐसे घाव में ऑब्जेक्ट आपकी स्किन में हो सकता है। ऐसे घाव को अस्पताल में डॉक्टर ही ड्रेसिंग कर सकते हैं। अगर आपको किसी की मदद करनी हो तो ऐसे घाव पर कुछ लगाने के बजाय सर्जिकल बैंडेज से कवर करें और अस्पताल लेकर जाएं।
खरोंच आने पर स्ट्रिप बैंडेज यूज करें

खरोंच लगने पर आप स्ट्रिप बैंडेज बांध सकते हैं, अगर घाव ज्यादा बड़ा नहीं है तो घाव को एंटीसेप्टिक से साफ करें और उस पर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर पट्टी बांध दें। अगर सड़क या लोहे की चीज से खरोंच लगी है तो टिटनेस का इंजेक्शन जरूर लगवाएं।
छेद वाले घाव पर बैंडेज कैसे लगाएं?

जिन घाव में किसी चीज़ के चुभने से छेद हो गया है उन चोटों को आप सबसे पहले कॉटन और एंटीसेप्टिक से साफ करें, इसके बाद उस पर स्टिक स्ट्रिप या एडहेसिव (adhesive) पट्टी लगा दें। आपको ऐसे घाव को इंफेक्शन से दूर रखना चाहिए, इन पर धूल-मिट्टी न लगने दें।
चीरा लगने पर क्या करें?

अगर किसी को चीरा लगा है तो आपको इंफेक्शन होने की आशंका ज्यादा होगी। हाथों को अच्छी तरह से साफ करें। खून को रोकने के लिए साफ गौज पट्टी लें और खून को रोंके। घाव को साफ करके उसे पानी से धो दें। एंटीबायोटिक लगाकर घाव को कवर कर दें।