जानें सौंदर्य के साथ सेहत के लिए कितना फायदेमंद है रीठा
आमतौर से रीठा के बालों के लिए फायदे से लोग परिचित है, लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि यह विभिन्न बीमारियों में भी बहुत उपयोगी होता है। आइए इस स्लाइड शो के माध्यम से रीठा के सौंदर्य और स्वास्थ्य लाभों की जानकारी लेते हैं।

रीठा का प्रयोग बालों को मजबूत, सुंदर और मुलायम बनाने के लिए प्रयेाग किया जाता है। रीठा एक प्राकृतिक क्लींजर है यह बाल व त्वचा की गंदगी और तेल को निकालने में मदद करता है। रीठा का वृक्ष बड़ा तथा पत्ते लंबे होते हैं। इसके हल्के गुलाबी रंग के फूल ही फूलों का रूप धारण कर लेते हैं। इसका फल पानी में डाले पानी में डालने पर झाग उत्पन्न करता है। आमतौर से रीठा के बालों के लिए फायदे से लोग परिचित है, लेकिन बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि यह विभिन्न बीमारियों में भी बहुत उपयोगी होता है। यह जड़ी बूटी कुछ खास उपचारों जैसे, मिर्गी रोग, माइग्रेन, क्लोरोसिस, एक्जिमा आदि के लिये भी जानी जाती है। आइए इस स्लाइड शो के माध्यम से रीठा के सौंदर्य और स्वास्थ्य लाभों की जानकारी लेते हैं।
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बालों के संक्रमण से लड़ने के लिए रीठा एक प्राकृतिक उपाय होने के कारण बालों की सामान्य समस्याओं के लिए महिलाएं रीठा का इस्तेमाल करती हैं। साथ ही इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण मौजूद होते हैं। इसको इस्तेमाल करने से बाल काले, घने, सुंदर लगने लगते हैं। अगर आपके बाल झड़ने लगे हैं, तो इसको रोकने के लिए रीठा का इस्तेमाल कर सकते हैं। 10-12 रीठा को कुछ घंटों तक पानी में भिगोकर रखें। इनको पानी से निकाल दें और उस पानी से अपने बालों को धोयें। अगर ऐसा लगे कि आपके बाल साफ नहीं हुए हैं तो इसी भिगोये हुए रीठे को दूसरे पानी से भरे बर्तन में रख दें और उस पानी से फिर से बालों को धोयें। रीठा बहुत प्रभावकारी होता है इसलिए इसका इस्तेमाल बार-बार किया जा सकता है।

रीठा एक उत्कृष्ट क्लींजर है और इसका त्वचा पर बहुत अच्छा प्रभाव दिखाई देता है। रीठा आपकी त्वचा को मुलायम बनाने में मदद करता है और त्वचा को ड्राई होने से रोकता है। रीठे का पानी चेहरे के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इस में सभी प्राकृतिक गुण मौजूद होते हैं। रीठा के छिलकों को पानी में पीसकर चेहरे पर मलने से दाग-धब्बे दूर हो जाते हैं, चेहरे में निखार आता है और ऑयली स्किन वालों के लिए भी रीठा बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यह चेहरे के ऑयल को कम करता है।

रीठा अस्थमा में भी फायदेमंद होता है। कफजनित खांसी होने पर 5 ग्राम रीठे के छिलके का पाउडर 250 मिली पानी में काढा बनाकर पिलाने से राहत मिलती है। उल्टी होने पर गर्म पानी अधिक मात्रा में पिलाएं, जिससे खुलकर उल्टी हो तथा सारा कफ फेफडे से निकल जाए, जिससे सांस, खांसी कफ से राहत मिल सके।

रीठा का पानी का एक प्राकृतिक हैंडवॉश भी है। आप चाहें तो हाथ धोने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। हो सके तो रीठा के पानी में कुछ बूंद नींबू का रस मिला दें ताकि इसकी सुगंध अच्छी हो जाए और साथ ही नींबू के रस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे ज्यादा दिनों तक सही रखेगा।

हिस्टीरिया के दौरे पडने वाले रोगी को रीठा के छिलकों को जलाकर उसका धुआं देना चाहिए। इसकी धूनी के प्रयोग से हिस्टीरिया के दौरे पडने बंद हो जाते हैं। इसके अलावा रीठा सिरदर्द को दूर करने में भी बहुत उपयोगी होता है। पूरे सिर का दर्द हो या आधे सिर का या फिर गर्मी या सर्दी-जुकाम से सिरदर्द। सभी तरह के सिरदर्द के लिए रीठा उपयोगी होता है। ऐसे रोगी की नाक में रीठा के रस की केवल दो बूंदें डालने से तीन दिन में ही सिर दर्द दूर हो जाता है।
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