कॉकरोच से सेहत को नुकसान

कॉकरोच से भले ही अधिकतर इंसानों को घिन आती हो, लेकिन यह एक ऐसा जीव हैं, जो हजारों लाखों साल से धरती पर बने हुए हैं। दुनिया का कोई भी ऐसा घर नहीं मिलेगा जहां आपको इसकी मौजुदगी का एहसास नहीं होगा। कभी वे आपको सिन्क पर घुमते नजर आयेंगे, तो कभी पाइप के छेद में चले जायेंगे या गंदे चीजों, फ्रीज के कोने में कहीं भी नजर आ जाते हैं। कॉकरोच आपके घर में एक शानदार कॉलोनी बना कर मजे से रहते हैं। जब भी आप किचन में जाती हैं तब ही आपको 2-3 कॉकरोच इधर-उधर भागते हुए दिखते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि घर में मजे से घूमने वाले यह कॉकरोच आहार को विषाक्‍त करना और डायरिया आदि जैसी कितनी तरह की बीमारियां पैदा कर सकते हैं।
फूड पॉइजनिंग

कॉकरोच से फूड पॉइजनिंग की समस्‍या हो सकती है। इसके अलावा इससे आपको टाइफाइड की समस्‍या भी हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है क्‍योंकि कॉकरोच सैलमोनेला नामक वायरस के फैलाने का प्रमुख स्रोत होते हैं।
हो सकती है एलर्जी

कॉकरोच के कारण आपको एलर्जी की समस्‍या भी हो सकती है। इससे आपको त्वचा पर रैशेज, छींक, आंखों में पानी आदि कई तरह की एलर्जी होनी शुरू हो जाती हैं। ऐसा कॉकरोच के मुंह से लार निकलने के कारण होता है। कॉकरोच किसी भी तरह के आहार को खाने के अलावा मृत पौधों, जानवरों, मल त्याग, साबुन, गंदे कागज, किसी भी तरह के छिलकों और किसी भी चीज में लग जाते हैं। और ये रात को बालों, अंडों और मृत त्‍वचा से भोजन को दूषित कर संक्रमण फैलाने का काम करते हैं।
बैक्टीरिया के कारण संक्रमण

कॉकरोच के आहार के खाने पर उनके पेट के जीवाणु लार के द्वारा खाने पर छूट जाते हैं जो पाचन क्रिया में समस्या उत्‍पनन करने लगते हैं। एक अध्‍ययन के अनुसार, जीवाणु सूडोमोनाज़ ऐरूगिनोसा कॉकरोच के पेट में बड़े पैमाने पर बढ़ते है और कई प्रकार के रोगों जैसे यूरीन ट्रेक्‍ट इंफेक्‍शन, पाचन संबंधी समस्‍याओं और सेप्सिस ( रक्त या ऊतकों में मवाद-बनाने वाले बैक्टीरिया या विषाक्त पदार्थों की उपस्थिति) का कारण बनते हैं।
अस्थमा का कारण

कॉकरोच अस्‍थमा के रोगी के लिए दुश्‍मन की तरह होते हैं। घर में कॉकरोच की संख्‍या अधिक होना अस्‍थमा रोगी के लिए खतरनाक हो सकता है क्‍योंकि इससे अस्‍थमा का अटैक बढ़ सकता है। कॉकरोच की लार से एलर्जी के कारण उनकी अवस्‍था गंभीर हो सकती है। इसके अलावा ये कॉकरोच आपके घर पर आक्रमण करने के साथ-साथ शरीर के कोमल अंगों जैस पैरों की उंगलियों, अंगूठों या त्‍वचा के नर्म हिस्‍सों को कुतर कर घाव पैदा कर सकते हैं। इसलिए अगर आपके घर में कॉकरोच की बहुत बड़ी संख्या है तो आप अपने कोमल अंगो को इससे होने वाले क्षति से बचाकर रखें।
कॉकरोच दूर करने के उपाय

अगर इस बदसूरत प्राणी को अपने घर में देखना नहीं चाहते तो अपने घर को साफ रखें। पूरे घर को साप्‍ताहिक रूप से साफ करने की कोशिश करें। साथ ही रात को सोने से पहले किचन और किचन का सिंक जरूर साफ करें। नियमित रूप से अपने रसोई घर में कूड़ेदान खाली करें और हमेशा इसे कवर करके रखें। क्‍योंकि कचरे का ढेर कॉकरोच के लिए एक खुला निमंत्रण है। खुला हुआ आहार कॉकरोच को आमंत्रित करता है, इसलिए रात को कभी आहार को खुला न छोड़ें। सभी प्रकार के आहार को ढक्‍कन वाले बर्तन में ही रखें। साथ ही अपने फिज्र को नियमित रूप से सप्‍ताह में कम से कम एक बार जरूर साफ करें। कभी भी पुराने अखबार, किताब, मैगजीन को खुली जगह पर न रखें।
पेस्ट से पायें काबू

घर में ऐसे सभी प्रवेश द्वार को बंद कर दें जहां से कॉकरोच प्रवेश कर सकते हैं। इसके अलावा घर में स्‍थायी रूप से कॉकरोच को दूर करने के लिए दीवारों में मौजूद छोटे दरारों और छेद को सील कर दें। अगर कॉकरोच की संख्‍या कंट्रोल में नहीं आ रही तो घर में पेस्‍ट कंट्रोल करवाना न भूलें।