अल्जाइमर रोगी ऐसे लें छुट्टियों का मजा

अल्जाइमर भूलने की बीमारी है जिसमें इंसान अचानक से सबकुछ भूल जाता है। इस बीमारी में डॉक्टर अल्जाइमर रोगियों को कहीं भी अकेले जाने या अकेले ना रहने की सलाह देते हैं। ऐसे में अल्जाइमर रोगी हमेशा किसी ना किसी के साथ ही रहता है और उसका बाहर आना-जाना पूरी तरह से बंद हो जाता है। ऐसे में अल्जाइमर रोगी अपनी बीमारी के बाद शायद ही कभी छुट्टियों का मजा ले पाते हैं। तो इस स्थिति में अल्जाइमर के मरीज इन तरीकों के जरिये छुट्टियों का मजा ले सकते हैं।
पहले से तौयारी करें

अगर कोई अल्जाइमर का मरीज छुट्टियों की किसी तरह की प्लानिंग कर रहा है तो उसे इसकी पहले से तैयारी कर लेनी चाहिए। साथ ही अपने साथ रहने वाले पार्टनर से इस प्लानिंग की चर्चा भी कर लें क्योंकि फिर किसी भी तरह की अनचाही स्थिति के लिए आपका पार्टनर तैयार रहे।
घर पर ही रहें

घर पर ही पार्टी कर अल्जाइमर रोगी छुट्टियों का मजा ले सकते हैं। क्योंकि सामान्य तौर पर पार्टी में लाउड म्यूजिक और भीड़ होती है जो अल्जाइमर मरीजों के लिए नुकसानदायक होते हैं। इसलिए घर पर ही अपने करीबियों या दोस्तों को बुलाकर पार्टी या वीकेंड आयोजित करें। इस पार्टी के बारे में अपने पार्टनर को बता दें और उसकी पूरी तरह से मदद लें।
खाना बनाएं

अल्जाइमर रोगी कुछ भी चीजों को तुरंत अचानक से भूल जाते हैं इस कारण अल्जाइमर के रोगियों को उनकी बीमारी का पता लगने के बाद उनके घरवाले कभी भी खाना बनाने की अनुमति नहीं देते। ऐसे में अल्जाइमर रोगी अपने पार्टनर के साथ छुट्टी के दिन घर पर खाना बनाकर छुट्टियों का मजा ले सकते हैं। ये कुक थैरेपी की तरह है जिसमें मरीज को फिर से कुछ नया करने का एहसास होगा।
इंडिपेंडेट ट्रवलिंग

किसी भी तरह की ट्रेवलिंग इंसान को पूरी तरह से रिफ्रेश कर देती है। इस कारण अगर कोई अल्जाइमर का मरीज इंडिपेंडेट ट्रवलिंग करना चाहते हैं तो कृप्या कर पूरी सावधानी बरतें और हर चीज पूरी तरह से पहले से ही तैयार कर लें। होटल और आने-जाने के लिए गाड़ी पहले से बुक करा लें। कम भीड़ वाली और पास की जगह चुनें। जिससे की आपका पार्टनर आपके कॉन्टेक्ट में हमेशा रह सके और किसी भी तरह की अनचाही स्थिति उत्पन्न होने पर आपके पास तुरंत पहुंच सके।