मांसपेशियों को कम करती है शराब

जीवन में किसी चीज़ का जुनून न हो तो जीवन का मज़ा ही नहीं। लोगों को कई तरह के जुनून होते हैं, जैसे किसी को पढ़ने का जुनून होता है तो किसी को फैशन का, किसी को डांस का जनून होता है तो किसी को फिटनेस और मसल बिल्डिंग का। लेकिन अपने जुनून को सही दिशा में ले जाते हुए सफलता पाने के लिये त्याग, अनुशासन और कड़ी मेहनत की जरूरत होती है। खासतौर पर फिटनेस के दिवानों को तो अपनी जीवनशैली और डाइट आदि में कई बड़े बदलाव करने पड़ते हैं। शराब मसल बिल्डिंग करने वालों के लिये बेहद हानिकारक होती है। शराब के सेवन से मांसपेशियों का हृास होता है और मोटापा बढ़ता है। आज हम आपको ऐसे ही पांच कारण बता रहे हैं, जो ये दर्शाते हैं कि एल्कोहॉल का सेवन आपकी मांसपेशियों की वृद्धी नहीं होने देती और आप मोटापे के शिकार हो जाते हैं।
प्रोटीन संश्लेषण को बाधित करती है

शोध इस बात को प्रमाणित कर चुके हैं, कि शराब का सेवन प्रोटीन संश्लेषण को बाधित करता है, जोकि आगे चलकर लीन मसल मास को कम करता है। प्रोटीन संश्लेषण एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें शरीर मांसपेशियों को विकसित होने के लिए प्रोटीन की आवश्यक राशि की आपूर्ति करता है। एक और महत्वपूर्ण विकास तत्व है, ग्रोथ हार्मोन जिसे शराब का सेवन बाधित करता है, जोकि बॉडीबिल्डर्स के लिये बेहद जरूरी होता है। साथ ही एल्कोहॉल का सेवन 'जीएच' के उत्पादन को 70 प्रतिशत तक धीमा कर सकता है। तो अगर आप एल्कोहल का सेवन करते हैं, और ढेर सारा वर्कआउट करने के बाद भी यदि आपकी मसल बिल्डिंग नहीं हो पा रही है, तो अपने जिम ट्रेनर को दोष बिल्कुल न दें।
रिकवरी को धीमा करे

फिटनेस जगत की भाषा में एक्सरसाइज के बाद मसल बिल्डिंग को रिकवरी कहा जाता है। तो फिर भले ही आप वर्कआउट का पूरा फायदा लेने के लिये कितनी भी पोस्ट वर्कआउट गोलियां ले लें, अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो मसल बिल्डिंग नहीं हो पाएगी। जब आप वर्कआउट करते हैं, तो मांसपेशियां विघटित होती हैं, लेकिन एल्कोहल के सेवन से प्रोटीन संश्लेषण बाधित होता है और मांसपेशियों का निर्माण नहीं हो पाता है।
वसा जलने वाला चयापचय कमजोर हो जाता है

शराब के सेवन से वसा को जलाने वाला चयापचय कमज़ोर हो जाता है, जिसके कारण वज़न बढ़ने लगता है। इसलिये अगर आप वज़न कम कर रहे हैं तो एल्कोहल के से के सेवन से बिल्कुल दूर रहें। साथ ही एल्कोहल में खाली कैलोरी होती हैं, इन कैलोरी में कोई भी पोषण नहीं होता है। इन खाली कैलोर के प्रति ग्राम 7 कैलोरी होती हैं। अतः 30 मिलीग्राम का एक छोटा शराब का पैग भी 100 फैट बढ़ाने वाली कैलोरी होती हैं।
मांसपेशियों में पानी ना पहुंचने दे

हम अच्छी तरह जानते हैं कि हाइड्रेटेड मांसपेशियों की कोशिकाओं के उपचय विकास के लिए एक आदर्श वातावरण बनाती हैं। एल्कोहॉल मांसपेशियों से पानी को सोख लेती है और मांसपेशियों की बढ़त रुक जाती है। साथ ही एल्कोहल मांसपेशियों के संकुचन और विकास के लिये आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण को भी रोकता है।
टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम होना

अगर आपको नहीं पता है, तो बता दें कि शराब के सेवन से टेस्टोस्टेरॉन का स्तर कम हो जाता है, और शरीर में महिला हार्मोन एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है। बहुत ज्यादा शराब के सेवन की स्थिति में शरीर के टेस्टोस्टेरोन का स्तर 25 प्रतिशत तक गिर जाता है। तो आप जितना शराब का सेवन करेंगे, आपके टेस्टोस्टेरॉन का स्तर उतना नीचे गिरेगा।