जलन और जख्मों का इलाज

जलन और जख्‍मों को दूर करने के लिए हम डाक्‍टर के पास जाते हैं यह फिर बाजार में मौजूद क्रीम का इस्‍तेमाल करते हैं। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि मामूली जख्‍मों और जलन का इलाज हम घर पर मौजूद चीजों से भी कर सकते हैं। इस स्‍लाइड शो के जरिये हम घर पर ही बनाये जा सकने वाले ऐसे लेपों के बारे में जानेंगे जिन्‍हें जलन के लिए प्राथमिक उपचार के तौर पर इस्‍तेमाल किया जा सकता है।
मुलहठी का लेप

मुलहठी शरीर के बाहरी और भीतर दोनों ही जख्‍मों को जल्‍दी भर देता है। जख्‍म में रक्तस्राव में तो मुलहठी का उपयोग बहुत फायदेमंद होता है। इसके लिए त्‍वचा के जख्‍म में जलन और पीड़ा हो रही हो तो जौ के आटे में मुलहठी, तिल का चूर्ण और देसी घी को मिलाकर पेस्‍ट बना लें। इसे जख्‍म पर लगाने से घाव और जलन दूर हो जाता है।
एलोवेरा का लेप

एलोवेरा शरीर के जख्‍म को जल्‍दी भरता है और जलन को शांत कर तुरंत ठंडक पहुंचता है। इसके लेप को बनाने के लिए एलोवेरा के छिलके को उतारकर पीस लें फिर इसे शरीर के जख्‍म वाले हिस्‍से पर लगाये। या‍ फिर एलोवेरा के गूदे का चार भाग और दो भाग शहद मिलाकर लगाये।
त्रिफला का लेप

त्रिफला आंवला, हरड़ व बहेड़ा तीन फलों का मिश्रण है। यह तीनों सेहत संबंधी सभी समस्याओं के लिए रामबाण दवा है। ये तीनों फल एक ही चूर्ण में मिलकर शरीर को कई प्रकार से लाभ पहुंचा सकते हैं। हरड़ त्वचा की जलन और जख्मों को शांत करता है। त्रिफला के चूर्ण को पानी में मिलाकर लेप बनाने से घाव धोने से एलोपैथिक एंटीसेप्टिक की आवश्यकता नहीं रहती। घाव जल्दी भर जाता है।
पपीते का लेप

पपीता खाने में जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंदह होता है। सेहत के लिए पपीते का रस भी बहुत गुणकारी होता है। त्वचा पर अगर कहीं जख्‍म हो जाए तो उसमें सूजन और जलन होने पर पपीते के गूदे का लेप बना कर उस स्‍थान लगाने से आराम मिलता है।
धनिये का लेप

नाखून में जख्‍म और जलन होने पर धनिये का बना लेप लगाने से आराम मिलता है। इसके लिए सूखे धनिये का चूर्ण बनाकर जौ के आटे के साथ मिलाकर नाखूनों पर लेप करें और कपड़े से बांध दें।
नीम के पत्तों का लेप

अपने एंटीसेप्टिक गुणों के कारण नीम जख्‍म और उसमें होने वाली जलन को दूर करने में बहुत ही मददगार होता है। जख्‍म होने पर नीम के पत्तों को उबाल कर ठंडा कर के जख्‍म को अच्छी तरह पानी से धोकर उस पर हल्दी की गांठ को घिस कर लेप करने से जख्‍म भरने लगता है।
हल्दी का लेप

हल्दी में कुरकुमीन नाम का पदार्थ पाया जाता है, जिसमें औषधीय गुण होते है जो दवाई का काम करता है। पिसी हुई हल्दी को सरसों के तेल में मिलाकर अच्छी तरह गर्म कर लेप बना लें। कुछ ठंडा होने पर इस लेप को रूई के फाहे से जख्म पर लगाने से जख्म शीघ्र भरता है।
पीपल की छाल का लेप

पीपल धार्मिक रूप से ही नहीं औषधीय रूप से भी बहुत उपयोगी वृक्ष है। अनेक छोटी बड़ी बीमारियों के इलाज में पीपल बहुत उपयोगी होता है। पीपल की छाल से बने लेप को जख्म धोने से वे जल्दी भरते हैं। जख्मों पर यदि खाल न आ रही हो तो बारीक चूर्ण नियमित रूप से छिड़कने पर त्वचा आने लगती है।