अल्जाइमर के मरीजों के लिए घर में सुरक्षा के उपाय

सुरक्षित घर सबके लिए जरूरी है। लेकिन जहां मरीजों की बात आती है खासकर अल्‍जाइमर के मरीजों की, तो घर को और भी सुरक्षित बनाना सामान्य लोगों की जिम्मेदारी हो जाती है। दरअसल अल्‍जाइमर एक भूलने की बीमारी है। शुरुआती स्तर पर मरीज को छोटी मोटी चीजें याद नहीं रहतीं मसलन सामान कहां रखा है, कपड़े का कबर्ड कहां है आदि। लेकिन यह बीमारी धीरे धीरे विकार रूप धारण कर लेती है। मरीज अपना नाम, अपने बच्चों-परिजनों आदि सबको भूलने लगता है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि अल्‍जाइमर के मरीजों के सुरक्षित घर कितना महत्वपूर्ण है। अस्तव्यस्त घर अल्‍जाइमर के मरीजों को असहजता हो सकती है। यहां तक कि उनकी जान भी जा सकती है। बहरहाल इस लेख में हम कुछ ऐसे ही घर को सुरक्षित रखने हेतु नुस्खे पर नजर दौड़ाएंगे।
घर की सुरक्षा का आंकलन

घर की सुरक्षा की शुरुआत के सोच से करें। सबसे पहले यह सोचें कि क्या आपका घर अल्‍जाइमर के मरीज के लिहाज से सुरक्षित है? क्या वहां सीढ़ियां हैं? क्या सीढ़ियों से वह कभी पहले गिरा है? यदि हां तो उसमें किस तरह के बदलाव आवश्यक है? इसके अलावा यह भी जहन में रखें कि क्या रात के समय यानी अंधेरे में आपका सुरक्षित है? कहने का मतलब यह है कि अल्‍जाइमर के मरीज की स्थिति, स्वास्थ्य और मानसिक स्तर के विषय में सोचते हुए घर का सुरक्षा हेतु आंकलन करें।
बाथरूम

अल्‍जाइमर के मरीजों के लिए बाथरूम कुछ असुरक्षित जगहों में से एक है। ध्यान रखें कि बाथरूम में शावर चेयर लगाएं ताकि मरीज यदि बाथरूम जाकर कुछ भूल जाए तो वह वहां बैठ सके। दरअसल अल्‍जाइमर के मरीज अकसर कोई काम करते करते यह भूल जाते हैं, कि वह वास्तव में क्या कर रहे थे। ऐसे में हो सकता है कि वह बाथरूम नहाने गया हो; लेकिन नहाना भूल जाए। ऐसे में बाथरूम में एक चेयर आवश्यक है।
दरवाजें

घर के हर दरवाजें पर से ताला हटवा दें। खासकर बाथरूम से। मरीज नहाने गया और वहीं बैठा रह गया तो यह घर के अन्य सदस्यों के लिए डर का विषय हो सकता है। ऐसे में दरवाजों पर से लाक हटाना आवश्यक है। यही नहीं घर के अन्य कमरे से लाक हटवा दें ताकि मरीज किसी भी कमरे में जाकर खुद को ताला न लगा सके। यह उसकी सुरक्षा के लिए जरूरी है।
पानी

अल्‍जाइमर के मरीज के आसपास पानी कम रखें। खासकर गर्म पानी। पानी अल्‍जाइमर के मरीजों के सुरक्षित नहीं है। बाथरूम में तो बाथटब में पानी भरकर कतई न रखें। हां, इस बात का भी ध्यान रखें कि फर्श पर भी पानी न हो। इससे वह फिसल सकता है। उसके सिर पर चोट लग सकती है। यदि पानी बाथरूम में गिरा है और बाथटब में भी पानी है तो मरीज फिसलकर बाथटब में गिर सकता है। उसके लिए उठना किसी चुनौती सरीखा होता है। अतः घर के प्रत्येक कमरे और बाथरूम में सुनिश्चित करें कि पानी कहीं न गिरा हो।
रसोई

अल्‍जाइमर के मरीजों के लिए रसोई भी असुरक्षित जगहों में से एक है। दरअसल रसोई में गैस-सिलेंडर है। सिलेंडर के नाब को अंदर से बंद रखें ताकि मरीज गलतीवश भी गैस खोल न सके। संभव हो तो मरीज को रसोई में जाने न दें। जरूरत हो तो कोई उसके साथ जाए ताकि दुर्घटना न घट सके। इसके अलावा कूड़ेदान को भी अलग रखें। मरीज के संपर्क में न आ सके। कूड़ेदान में कई बार हानिकारक चीजें होती हैं। टूटे हुए बर्तन या कांच भी हो सकता है। मरीज के लिए ये सब चीजें नुकसादेय है।
कृत्रिम फल

यूं तो घर में सजाने के लिए अकसर कृत्रिम फल या सब्जियां खरीदी जाती हैं। लेकिन अल्‍जाइमर के मरीजों के लिए यह सही नहीं है। उन्हें यह असली खाने योग्य वस्तु लग सकती हैं। मरीज उन्हें जबरदस्ती खाने की कोशिश कर सकता है। यही नहीं न खा पाने की स्थिति में उन्हें गुस्सा आ सकता है। वे खुद को हानि भी पहुंचा सकते हैं। अतः घर में किसी भी तरह की कृत्रिम चीजें न रखें।.garylellis.org
कांच के बर्तन

कांच के बर्तन या भी कोई धारदार चीजें अल्‍जाइमर के मरीजों के संपर्क में न आने दें। कांच के बर्तन आसानी से टूट सकते हैं। इससे मरीज आक्रामक हो सकता है। यही नहीं वे उससे खुद को नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसी तरह धारदार वाली चीजों को भी अल्‍जाइमर के मरीजों से दूर रखें। उससे वह खेलने की कोशिश कर सकता है। अपने हाथ-पांव में जख्म बना सकता है।Image Source : Getty