नवजात और ब्रेस्टफीडिंग

नवजात का दुनिया में आना और उसे दूध पिलाना एक स्त्री को पूर्ण हेने का अहसास कराती है। लेकिन नवजात को ब्रेस्ट-फीडिंग के दौरान महिलाओं के ब्रेस्ट या निप्पल में दर्द होता है जो कई बार असहनीय हो जाता है। पहली बार मां बनने वाली महिलाओं को इस बारे में कम जानकारी होती है जिस कारण उनके लिए ये दर्द एक समस्या बन जाती है। ब्रेस्ट-फीडिंग के दौरान दर्द, निप्पल में इंफेक्शन या ब्रेस्ट में दूध के अधिक जमाव के कारण होता है। अगर आपको भी ब्रेस्ट-फीडिंग के दौरान दर्द होता है तो ये घरेलू नुस्खों की जानकारी आपको ब्रेस्ट-फीडिंग के दर्द में राहत देगी।
ब्रेस्ट मसाज

अपने बच्चे को दूध पिलाने से पहले ब्रेस्ट की अच्छी तरह से मसाज करें। इस क्रिया से ब्रेस्ट में दूध का जमाव बाधित होता है और दूध का सर्कुलेशन बढ़ता है। यह ब्रेस्ट-फीडिंग के दर्द से तुरंत निजात दिलाता है।
थोड़ी सी गर्माहट दें

गर्म चीज से ब्रेस्ट पर दबाव बनाएं। यह ब्रेस्ट-फीडिंग के दौरान होने वाले दर्द को कम करता है। हॉट वाटर बैग को गर्म पानी से भरें और उसे अपने ब्रेस्ट पर रखकर हल्का-हल्का दबाव डालें। हीटिंग पेड से भी ब्रेस्ट पर दबाव बनाया जा सकता है। यह दूध के फ्लो को बढ़ाएगा और दर्द कम करेगा।
हवा और सूरज की रोशनी

हर बार बच्चे को दूध पिलाने के बाद अपने निप्पल को गीले कपड़े से अच्छे से साफ कर लें। फिर उसे मॉस्चराइज करें। बच्चे को दूध पिलाने के तुरंत बाद निप्पल को ढक लेने से उसमें इंफेक्शन हो जाता है। निप्पल को हवा में थोड़ी देर के लिए सूखने दें।
सही हो नवजात की स्थिति

ब्रेस्ट-फीडिंग के दौरान दर्द, बच्चे के ठीक से पोज़िशन में ना रहकर दूध पीने से भी होता है। इसलिए बच्चे को दूध पिलाने के दौरान उसके पोज़िशन का अच्छे से ख्याल रखें।
सपोर्टिव ब्रा

सूती कपड़े से बने और स्क्रीन फ्रैंडली ब्रा पहनें। जिससे हवा का आवागमन हो सके और ब्रेस्ट में पसीने का जमाव ना हो। अधिकतर ब्रा सिंथेटिक फाइबर के बने होते हैं जो पसीने को सोकते नहीं है जिससे स्कीन में रेशेश पड़ जाते हैं और निप्पल में इंफेक्शन का कारण बनते हैं।
बर्फ से सिंकाई

पतले कपड़े में बर्फ के टुकड़े को लेकर दूध पिलाने के दौरान ब्रेस्ट पर रखें। यह ब्रेस्ट-फीडिंग के दर्द से छुटकारा दिलाएगा।