
गर्भावस्था में महिलाओं को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हीं में से एक समस्या है बवासीर। अगर गर्भवती महिलाएं बवासीर का शिकार हो जाएं तो उन्हें काफी परेशानी उठानी पड़ती है। ऐसे में कुछ घरेलू उपचार इस समस्या को दूर करने में गर्भवती महिलाओं के बेहद काम आ सकते हैं। जानते हैं इनके बारे में...
तिल के तेल का उपयोग

तिल का तेल भी बवासीर की समस्या को दूर करने में आपके काम आ सकता है। ऐसे में आप प्रभावित स्थान पर तिल का तेल लगाएं। ऐसा करने से ना केवल दर्द में आराम मिलेगा बल्कि सूजन और खुजली से भी राहत मिल जाएगी।
आलू का उपयोग

आलू का रस बवासीर की समस्या को दूर करने में उपयोगी है। बता दें कि आप प्रभावित स्थान पर आलू के रस में नींबू की कुछ बूंदे मिलाएं और प्रभावित स्थान पर लगाएं। ऐसा करने से बवासीर के लक्षणों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ

गर्भवती महिलाएं अगर अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इससे भी बवासीर की समस्या को दूर किया जा सकता है। इसके लिए महिलाएं किसी डाइटीशियन की मदद भी ले सकती हैं। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ बवासीर की समस्या को काफी हद तक कम करने में आपके काम हो सकते हैं।
आई्स का उपयोग

बर्फ का पैक बवासीर की समस्या से राहत दिलाने में आपके काम आ सकता है। बता दें कि प्रभावित स्थान पर आप बर्फ के पास को चार से 5 मिनट तक रखें। ऐसा करने से दर्द के साथ-साथ रक्त स्राव से भी राहत मिल सकती है।
भरपूर मात्रा में पानी पिएं

भरपूर मात्रा में पानी पीना भी समस्या को दूर करने का एक अच्छा उपाय है। बता दें कि पानी पीने से काफी हद तक शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। वहीं अगर पानी ना पिएं तो वह पदार्थ शरीर में काफी समस्याओं को पैदा कर सकते हैं। ऐसे में बवासीर को दूर करने में भरपूर मात्रा में पानी पीना एक अच्छा विकल्प है।
नारियल के तेल का उपयोग

नारियल का तेल भी बवासीर की समस्या को दूर करने में उपयोगी है। बता दें कि नारियल के तेल के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं। जो ना केवल बवासीर को कम करने में उपयोगी सूजन और दर्द से भी राहत पहुंचा सकते हैं।
लहसुन का उपयोग

लहसुन के उपयोग से भी बवासीर की समस्या को दूर किया जा सकता है। ऐसे में आप एक गिलास पानी में लहसुन की कली को उबालें और उबले पानी को छानकर प्रभावित स्थान को साफ करें। ऐसा करने से दर्द के साथ साथ मस्से आदि समस्या भी दूर हो जाएंगे।
ग्रीन टी का उपयोग

ग्रीन टी के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो न केवल बवासीर के कारण हुए दर्द को दूर कर सकते हैं। ग्रीन टी के सेवन से सूजन से भी राहत मिल सकती है। बता दें कि गर्भावस्था में ग्रीन टी का सेवन सुरक्षित माना जाता है।
एलोवेरा का उपयोग

एलोवेरा के उपयोग से बवासीर की समस्या को दूर किया जा सकता है। बता दें कि एलोवेरा के अंदर एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो न केवल सूजन को कम करने में मददगार हैं बल्कि जलन खुजली से भी राहत पहुंचा सकते हैं।