जॉक खुजली का घरेलू उपचार

यह एक प्रकार का फंगस इंफेक्‍शन है जो कवक के संक्रमण कारण होता है। शरीर के जिस जगह पर पसीना अधिक होता है यह संक्रमण उस जगह पर अधिक होता है। अधिक शारीरिक मेहनत करने वालों को यह संक्रमण ज्‍यादा होता है। इससे बचाव के लिए जरूरी है शरीर के ऐसे हिस्‍सों को सूखा रखें जहां पर पसीना अधिक होने की संभावना हो। फैब्रिक के कपड़े भी न पहने, क्‍योंकि इसके कारण पसीना अधिक होता है। घरेलू नुस्‍खों से इस संक्रमण का उपचार आसानी से हो सकता है।
तुलसी के पत्ते

तुलसी जॉक खुजली के लिए बेहतर घरेलू उपचार है, यह खुजली के कारण हो रही जलन की समस्‍या को भी दूर करती है। तुलसी के पत्‍तों में थीमोन नामक तत्‍व पाया जाता है जो जलन को दूर करता है। तो प्रभावित क्षेत्र पर तुलसी के पत्‍ते रगडि़ये।
एलोवेरा जेल

एलोवेरा त्‍वचा के लिए बहुत फायदेमंद है। जॉक खुजली होने पर एलोवेरा के जेल को खुजली वाले स्‍थान पर लगायें। इससे खुजली नहीं होगी और त्‍वचा की जलन भी दूर हो जायेगी। औषधी की दुनिया में एलोवेरा किसी चमत्कार से कम नहीं। एलोवेरा एक संजीवनी है यानी इसमें संजीवनी बूटी के सभी गुण मौजूद हैं। एलोवेरा से तमाम रोग दूर किए जा सकते हैं। एलोवेरा औषधीय गुणों से परिपूर्ण है।
सेब का सिरका

सेब में एंटीफंगल और एं‍टीसेप्टिक गुण होते हैं, जॉक खुजली की समस्‍या केा दूर करने के लिए इसका प्रयोग कीजिए। एक चम्‍मच सेब का सिरका पानी में मिलाकर खुजली वाली जगह पर लगाकर इसे 10 मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दीजिए। समस्‍या से निजात मिलेगी।
नारियल का तेल

खुजली वाली जगह पर नारियल का तेल लगाने से भी फायदा होता है। इसके अलावा आध कप नारियल के तेल को एक चम्‍मच ग्‍लीसरीन और दो चम्‍मच गुलाबजल के साथ मिलाकर पेस्‍ट बना लें। खुजली वाली त्‍वचा पर पेस्‍ट को लगाने तुरंत आराम मिलता है।
चाय के पेड़ का तेल

हरी चाय के पेड़ की पत्तियों में एंटीफंगल गुण होते हैं, जॉक खुजली के अलावा त्‍वचा में होने वाली अन्‍य प्रकार की खुजली के उपचार के लिए इसका प्रयोग करें। साफ कॉटन का प्रयोग करके इसके तेल को खुजली वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। इसे दिन में दो बार प्रयोग करें।
लहसुन

लहसुन में ऐसे प्राकृतिक रसायन पाये जाते हैं जो फंगस को तुरंत समाप्‍त कर देते हैं। लहसुन की कुछ कलियां लेकर उसे मसल दे, इसे सीधे खुजली वाली जगह पर लगाने से तुरंत आराम मिलेगा। लहसुन को ऑलिव ऑयल के साथ भी प्रयोग कर सकते हैं।
शहद का प्रयोग

शहद का सेवन शरीर के लिए बहुत फायदेमंद हैं, लेकिन जॉक खुजली से बचाव के लिए शहद का प्रयोग करें। शहद में हाइड्रोजन पैरॉक्साइड, ऑस्‍मोटिक इफेक्‍ट (इस प्रभाव का मतलब है कि चीनी की अधिक सांद्रता के कारण यह बैक्टीरिया की कोशिकाओं से पानी अवशेषित कर लेता है और बैक्‍टीरिया खत्‍म हो जाता है) हाई शुगर कंसंट्रेशन और पॉलीफिनोल्स वाले गुणों के कारण यह जीवाणुओं का खात्‍मा हो जाता है।
नींबू का रस

जॉक खुजली होने पर नींबू के रस का प्रयोग खुजली वाली जगह पर करने से खुजली बंद हो जाती है। इसके अलावा नींबू का रस और अलसी के तेल को बराबर मात्रा में लेकर खुजली वाली जगह पर मलने से फायदा होता है।
प्याज का प्रयोग

प्‍याज में एंटी-फंगल, एंटीबॉयटिक और एंटीफ्लेमेट्री गुण पाये जाते हैं, जो फंगस के प्रभाव को कम करते हैं। प्‍याज का पेस्‍ट बनाकर खुजली वाली जगह पर लगाकर 20-30 मिनट के लिए छोड़ दें, सूखने पर इसे साफ करें, तुरंत आराम मिलेगा।