गॉलब्लैडर की समस्या से बचने के घरेलू नुस्खे
हम जो भी खाते हैं उसे पचाने मे पित्ताशय का अहम रोल होता है। यह शरीर में लीवर के नीचे स्थित होता है। इसका काम है पित्त को इकट्ठा करना और उसे गाढ़ा करना। पित्ताशय में कई प्रकार की समस्याएं होने की आशंका होती है। इससे बचने के लिए घरेलू नुस्खों की मदद लेन

गॉलब्लैडर की समस्या होने पर बार-बार पेट में दर्द की समस्या होती है जिसे कई बार लोग आम दर्द समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। यह आपके पित्ताशय के लिए खतरनाक हो सकता है। इसके अलावा पित्ताशय में पथरी, कैंसर की भी समस्या होती है। स्वस्थ पित्ताशय के लिए आप घरेलू उपचार की मदद ले सकते हैं। आइए जानें क्या हैं वे उपचार।

हर रोज खाली पेट चार नींबू का रस लें। इस प्रक्रिया को एक हफ्ते तक अपनाएं। इससे गॉलब्लैडर स्वस्थ रहता है साथ ही अगर पथरी की समस्या हैं तो वो भी आसानी से दूर हो सकती है। इसके अलावा खूब सारा पानी पीएं। यह पित्ताशय को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है।

गॉलब्लैडर यानी पित्ताशय को स्वस्थ रखने के लिए सब्जियों का जूस लेना फायदेमंद है। चुकंदर, गाजर और खीरे के रस को एक साथ मिलाकर हर रोज दिन में दो बार लें। इस जूस को दो हफ्ते तक लें। इससे पित्ताशय में होने वाली किसी भी प्रकार की समस्या से निजात मिलेगा।

हर रोज नाशपाती के सेवन से सेवन से पित्ताशय में होने वाले दर्द से राहत मिलती है। अगर यह समस्या पित्ताशय की पथरी की वजह से हो रही है तो भी आपको आराम मिलेगा क्योंकि यह पथरी को धीरे-धीरे खत्म कर देता है। image courtsey getty images

पित्ताशय की समस्याओं से बचने के लिए हर्बल टी पीना फायदेमंद है। हर्बल टी को आप चाय की तरह दिन में दो तीन बार भी ले सकते हैं। इससे बनाना भी काफी आसान हैं बस पानी उबालिए और उसमें चार-पांच पत्तियां डाल लें। इसका सेवन आपको हमेशा पित्ताशय की समस्या से बचाएगा। image courtsey getty images

टूना, मैकरेल, और सैलमन जैसी समुद्री मछलियों को खायें। ओमेगा-3 युक्त मछली के तेल पित्ताशय में पथरी बनने की प्रक्रिया को रोककर पित्ताशय को अधिक प्रभावी ढंग से कार्य करने में मदद करते हैं। image courtsey getty images

ऐसा करने से पित्ताशय में कोलेस्ट्रॉल स्तर कम होता है और पथरी बनने की प्रक्रिया को रोकने में मदद मिलती है। नए शोध के मुताबिक दिन में दो कप कॉफी पीने से पथरी के खतरे से बचा जा सकता है। जो लोग दिन में दो या तीन कप कॉफी लेते हैं उनको 40 प्रतिशत तक पथरी की समस्या से निजात मिल सकता है।

साबुत अनाज और अन्य अनाज जैसे जल में घुलनशील फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को अपने आहार में भरपूर मात्रा में शामिल करें। पथ्य फाइबर कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम कर स्वाभाविक रूप से पथरी बनने से रोकने में मदद करते हैं। image courtsey getty images

पित्ताशय की समस्या से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की दालों का सेवन करना अच्छा रहता है। हर रोज इनमें सें किसी भी प्रकार की दाल, नट्स, बीन्स, मटर आदि का सेवन करने वाले लोगों को पित्ताशय की समस्या होने की आशंका बहुत कम होती है। image courtsey getty images

हर रोज एक चम्मच सेब का सिरका लें। इससे पित्ताशय में होने वाले दर्द में तुरंत में राहत मिलता है। अगर आपको इसका स्वाद अच्छा ना लगे तो इसे सेब के रस के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं। यह पित्ताशय में मौजूद टॉक्सिन को बाहर निकलने में भी मददगर साबित होता है।

रोजमेरी एक प्रकार का हर्ब है जो पित्ताशय की समस्या से निजात दिलाता। यह पित्त के निर्माण को बढ़ाता है और ऐंठन कम करता है। इसके अलावा यह फैट भी कम करता है। हर रोज खानें में बस थोड़ा सा रोजमेरी डालें। इससे खाने का स्वाद तो बढ़ता ही है साथ ही यह आपके पित्ताशय को भी स्वस्थ रखता है।
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