खाने के प्रति संवेदनशीलता के भी होते हैं कुछ लाभ
कई लोगों कुछ विेशेष प्रकार के खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशईल होते हैं, लेकिन यदि इस बात को सकारात्मक नज़रिये से देखा जाए तो फूड सेंसेविटी सेहत के लिए अच्छी भी होती है।

वे लोग जिन्हें कुछ विशेष खाद्य पदार्थों से एलर्जी या उनके प्रति संवेदनशीलता है, उनके लिए कई बाहर खाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ाता है। आपको कई बार बुरा महसूस होता है कि आप अपने दोस्तों के साथ कई लज़ीज़ चीजों का लुफ्त नहीं उठा सकते क्योंकि आपको उनसे एलर्जी है। लेकिन इस बात को ज़रा दूसरे नज़रिये से देखें तो आपकी खाने के प्रति संवेदनशीलता के फायदे भी होते हैं। तो चलिये जानते हैं कि क्या हैं ये फायदे।
image courtesy - getty images

हम में से कुछ लोगों को किसी भी चीज से एलर्जी नहीं होती, वहीं कुछ लोगों को बहुत ही सामान्य चीजों से भी एलर्जी हो जाती है। असल में एलर्जी हमारे इम्यून सिस्टम को नुकसान न पहुंचाने वाली चीजों की तरह एक असामान्य रिएक्शन है। आप जो कुछ भी खाते हैं, यह उसकी प्रतिक्रिया भी हो सकती है।
image courtesy - getty images

फूड एलर्जी होने पर आपकी प्रथमिकता दूसरों को सुखद अनुभव कारने के बजाए ख़ुद के बारे में चिंता करना ज़रूरी होता है। आप लोगों को ख़ुश करने या कंपनी और सामाजिक दबाव में देने पर वो सब नहीं खाते, जिससे आपको नुकसान हो सकता है। तो हुआ ना ये आपकी सेहत के लिए बेहतर!
image courtesy - getty images

यह स्वस्थ खाने के लिए एक महान "बहाना" है। अधिकांश लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियां खाना पसंद नहीं होता, लेकिन जब आपको अन्य चीजों से एलर्जी होती है तो आपको ऐसी पौष्टिक चीजों को खाना ही पड़ता है। आप फूड एलर्जिक होने पर डाइट को लेकर सजग भी रहते हैं।
image courtesy - getty images

फूड एलर्जी आपको आपके कंफर्ट ज़ोन के बाहर के खाद्य पदार्थ (जो पौष्टिक होते हैं) खाने के लिए मजबूर करती है। जो लोग पहले लस, डेयरी और रिफाइंड चीनी से भरे खाद्य पदार्थ ज्यादा खाया करते थे, वे फूड एलर्जिक होने के बाद बेहतर भोजन करते हैं अनाज और ताज़े खाद्य पदार्थों को ही चुनते हैं।
image courtesy - getty images

जब आप ग्लूटन युक्त भोजन कर रहे होते हैं तो आपका पेट लगातार एक्सरसाइज के बाद भी बढ़ता रहता है और ऐसा लगता है जैसे आप प्रेगनेंट हैं। लेकिन जब आप कुछ खाद्य पदार्थों के प्रति एलर्जिक होते हैं तो आप खाने-पीने की चीज़ों के प्रति अनुशाषित रहतो हैं और पेट भी कम कर पाते हैं।
image courtesy - getty images

पीर्यड्स में अधिकांश महिलाएं उल्टी, दस्त और गंभीर ऐंठन का अनुभव करती हैं, जिसके चलते उनके दिन भर के सारे कामों पर प्रभाव पड़ता है और उनका मूड भी ख़राब रहता है। लेकिन डाइट सही हो तो इस समस्या से बेहतर तरीके से निपटा जा सकता है। लेकिन फूड एर्जिक होने पर आपकी डाइट संतुलित होती है और आपको पीर्यड्स के लक्षणों का कम अनुभव होता है।
image courtesy - getty images

खाद्य के प्रति संवेदनशीलता आपको खुद के लिए खाना बनाने की प्ररणा देती है। जिससे ना सिर्फ आपके बाजार में खाने में खर्च होने वाले पैसे बचते हैं, आपको यह भी पता होता है कि आप क्या खआ रहे हैं और वह आपके लिए कितना हैल्दी है।
image courtesy - getty images

आप ऐसे लोगों को जानते होंगे जो कहते थए कि वे कहीं भी और कुछ भी खा सकते हैं और उन्हें कोई समस्या नहीं होती, और बाद में वे हृदय संबंधी व अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं। लेकिन जब आप फूड एलर्जिक होते हैं तो आपका शरीर आपको इस प्रकार की समस्याओं के बढ़ने के पहले ही चेता देता है।
image courtesy - getty images

वैकसीन, पेनिसिलीन और एस्पिरीन जैसी दवाइयां, कुछ खास प्रकार की मछलियां, धूल, पॉलन, मूंगफली, कीड़े के काटने, चोट, गरम या ठंडा तापमानसे भी एलर्जी हो सकती है। एलर्जी के कारणों में दूध, नट्स, वीट और एग्स सबसे सामान्य होते हैं। सबसे अच्छी बात तो यह होती है कि आप ऐसी चीजों को अवॉइड करते हैं, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं।
image courtesy - getty images
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।