आपके बीपी को काबू में रखते हैं ये हर्ब्स
हालांकि बाजार में उच्च रक्तचाप के लिए बहुत सारी दवाइयां उपलब्ध हैं। लेकिन कई लोग कुदरती उपचार को प्राथमिकता देते हैं। जानिए कुछ ऐसे ही हर्ब्स के बारे में जो उच्च रक्तचाप को नीचे लाने में काफी सहायक साबित होते हैं।

आज की जीवन शैली जिसमें शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा, तनाव, खान-पान में लापरवाही और धूम्रपान या नशें की आदत के चलते लोग उच्च रक्तचाप से पीड़ित हो रहे हैं। उच्च रक्तचाप एक गंभीर रोग है क्योंकि सही समय पर इलाज न होने पर इससे हार्ट अटैक, ब्रेन हैंमरेज आदि की संभावना रहती है। उच्च रक्तचाप को मूक हत्यारा भी कहते हैं क्योंकि यह जानलेवा भी हो सकता है। हालांकि बाजार में उच्च रक्तचाप के लिए बहुत सारी दवाइयां उपलब्ध हैं। लेकिन कई लोग कुदरती उपचार को प्राथमिकता देते हैं। जानिए कुछ ऐसे ही हर्ब्स के बारे में जो उच्च रक्तचाप को नीचे लाने में काफी सहायक साबित होते हैं।

उच्च रक्तचाप होने का मुख्य कारण है रक्त का गाढ़ा होना। रक्त गाढ़ा होने पर उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। जिससे नसों और धमनियों पर दबाव पड़ने लगता है। लहसुन में मौजूद एंटीऑक्सीडेट जैसे कि सेलेनियम, विटामिन सी और अलिसीन जैसे तत्वों के कारण यह रक्त का पतला करने में बहुत असरदार होता है। रक्त चाप को कम करने के लिए सुबह-सुबह कच्चे लहसुन की दो या तीन कलियां खाने से काफी फायदा पहुंचता है।

बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध पैदा हो जाता है। इसका नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में ताकतवर एंटीऑक्सीडेट होते है जो बुरे कोलेस्ट्रोल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। रक्त संचार में सुधार करने की क्षमता के अलावा, अदरक रक्त वाहिकाओं के चारों ओर मांसपेशियों को आराम पहुंचने में भी मदद करता है। जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।

गाजर, एंटीऑक्सीडेंट जैसे बीटा कैरोटीन और विटामिन ए और सी का बहुत अच्छा स्रोत है। यह एंटीऑक्सीडेंट फ्री रैडिकल्स को समाप्त करने में उपयोगी माने जाते हैं जो कोशिकाओं को मारने में मदद करता है। साथ ही एंटीऑक्सीडेंट मुक्त कण द्वारा तनाव के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। गाजर पोटैशियम का भी बहुत अच्छा स्रोत है जो रक्तचाप के स्तर को कम करने में प्रमुख भूमिका निभाता है जिससे हृदय रोगों के विकास को रोकने में मदद मिलती है।

धमनियों में प्लेक जमा होने के कारण रक्त वाहिकाएं और नसें संकरी हो जाती है जिससे रक्त प्रवाह में रुकावटें आने लगती है। लेकिन लाल मिर्च के सेवन से नसें और रक्त वाहिकाएं चौड़ी हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह ठीक प्रकार से होने लगता है और रक्तचाप नीचे आ जाता है।

सहजन की फली में काफी अधिक मात्रा में प्रोटीन, विटामिन और खनिज लवण पाये जाते हैं। अध्ययन से पता चला है कि इसका रस पीने से ब्लडप्रेशर को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए सहजन का रस सुबह और शाम नियमित रूप से पीने से उच्च रक्तचाप में बहुत लाभ मिलता है।

आंवला भी ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद करता है। आंवले में मौजूद विटामिन सी रक्तवहिकाओं को फैलाने में मदद करता है, जिससे ब्लडप्रेशर को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए एक बडा चम्मच आंवले का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह-शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।

यह हर्ब उच्च रक्तचाप के लिए सबसे अच्छे प्राकृतिक उपचारों में से एक है। प्याज में उच्च स्तर में क्यूरसेटिन नामक तत्व होता है। यह एक प्रकार का एंटीऑक्सीडेंट है जो उच्च स्तर, स्ट्रोक और दिल की बीमारियों को रोकने की क्षमता के लिए जाना जाता है। प्याज का रस ब्लड में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके दिल के दौरे को रोकता है। यह ब्लड साफ करता है और नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है। प्याज का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर, दिन में एक बार नियमित रूप से दो चम्मच लेना रक्तचाप में लाभप्रद होता है।

रक्तचाप को काबू में लाने के लिए आप इलायची का भी सेवन कर सकते हैं। इलायची को सेवन करने से उच्च रक्तचाप प्रभावी ढंग से कम होता है। इलायची में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट से रक्त में थक्के बनने नहीं देता है। एक छोटी चम्मच इलायची के पाउडर और 2 चम्मच शहद दोनों को मिलाकर सुबह-शाम खायें। 15 दिन तक लगातार प्रयोग करने से उच्च रक्तचाप सामान्य हो जायेगा।

अलसी में एल्फा लिनोनेलिक एसिड बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है। यह बहुत महत्वपूर्ण ओमेगा-3 फैटी एसिड है। जो उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। कई अध्ययनों से पता यह बात सामने आई है कि जिन लोगों को उच्च रक्तचाप की समस्या होती है उन्हें अपने भोजन में अलसी का इस्तेमाल शुरू करना चाहिए क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होती है जिससे ब्लड़प्रेशर कम हो जाता है।

दालचीनी एक ऐसा हर्ब हे जो न केवल हृदय रोगों में बल्कि डायबिटीज में भी उपयोगी होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है। यह उच्च रक्तचाप के लिए बहुत उपयोगी दवा है। उच्च रक्तचाप से बचने के लिए दालचीनी का पाउडर बना कर आधा चम्मच रोज सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ खाइए। या फिर दालचीनी को शहद के साथ लें।

एलोवेरा त्वचा और स्वास्थ्य के लिए कई प्रकार से लाभकारी है। इसमें मौजूद ग्लाइकोप्रोटीन नामक तत्व रक्त शर्करा को नियंत्रित करने और रक्तचाप को कम करने में मदद करता है।

हल्दी के स्वास्थ्य लाभों से शायद हम सभी परिचित है। इसके अलावा हल्दी में मौजूद करक्युमिन नामक तत्व के कारण रक्चाप को कम करने में भी बहुत मददगार होती है। यह एंटीऑक्सीडेंट रक्त वाहिकाओं को मजबूती देता है और रक्त प्रवाह में सुधार करने में मदद करता है।
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