इन 5 बीमारियों का काल है ये 'आयुर्वेदिक जूस'
जब भी किसी स्वस्थ्यवर्धक पेय पदार्थ की बात होती है तो फलों और सब्जियों के जूस की चर्चा जरूर होती है। मगर ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि कौन सा जूस किस बीमारी में या किन परिस्थितियों में पिया जाए तो उससे गंभीर से गंभीर बीमारियां दूर रहती है। तो चल

एक गिलास पानी में एक नींबू का रस और एक चम्मच अदरक का रस मिलाकर पियें। माइग्रेन की समस्या से छुटकारा मिलेगा।

गर्म पानी में शहद के साथ नींबू का रस पियें। गर्म पानी में एक-एक चम्मच लहसुन और प्याज के रस का सेवन किया जा सकता है। गठिया के रोगी को फनसी और चेरी का रस विशेष रूप से पीनी चाहिए। आलू का रस भी उपयोगी हो सकता है। शराब, मांसाहार तथा अत्यधिक प्रोटीनयुक्त आहार का त्याग करें।

अगर हड्डी टूट गई है तो आप पालक, चौलाई, मेथी, सहजन और अजवाइन के रसों को मिलाकर सेवन करें। आंवला, तरबूज, गाजर, अमरूद और पपीते का रस पीने सेचोट वाले हिस्से को विशेष आराम मिलता है और उचित मात्रा में प्रोटीन प्राप्त होता है। ऐसा आप डॉक्टर से इलाज करने के बाद ही करें तो बेहतर रहेगा। इस जूस से हड्डी जल्दी जुड़ती है।

सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी में नींबू निचोड़ कर पियें। भोजन के समय से आधा घंटा पहले एक चम्मच अदरक का रस पियें। पपीता, अनानास, ककड़ी और पत्ता गोभी का रस तथा गाजर, बीट और पालक के मिश्रित रस का सेवन करें।

कुछ लोगों को अनिद्रा की शिकायत रहती है। देर रात तक नींद नही आती है। ऐसी स्थिति में सेब, अमरूद और आलू का रस इसके अलावा पालक और गाजर के मिश्रित रस को अनिद्रा की स्थिति में पीना फायदेमंद होता है।
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