हार्ट अटैक की पहचान

अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी ही नहीं होती। वे न ही इसके कारणों से परिचित होते हैं। दरअसल, हार्ट अटैक के दौरान दिल की धमनियों में पैदा होने वाली रुकावट से रक्त में थक्के का निर्माण होता है, जो हृदय धमनी में रक्त प्रवाह को पूरी तरह रोक देता है। हार्ट अटैक होने की कई वजह हो सकती हैं। आइये जानें हार्ट अटैक के संकेतों के बारे में-
सांस की तकलीफ

जब शरीर को आराम की ज्‍यादा जरुरत होती है, उस समय सांस की तकलीफ अधिक होती है। इसे आम लक्षण माना जा सकता है। लेकिन, कभी-कभी ऐसा दिल पर अतिरिक्‍त तनाव के कारण भी होता है। यह दिल की परेशानियों का संकेत हो सकता है। यदि आप बिना किसी कारण के थक जाते हैं या थका-थका सा लगता है तो यह परेशानी का सबब हो सकता है।
दिन भर पसीना

बैठे-बैठे पसीने से भीग जाना भी दिल की परेशानी के कारण हो सकता है। आप केवल बैठे है लेकिन पसीना इस प्रकार आता है जैसे आपने काफी थकाने वाला और मेहनत वाला काम किया है। बिना किसी कार्य या एक्‍सरसाइज के सामान्‍य से अधिक पसीना आना चिंता का विषय हो सकता है। इसे कभी भी हल्‍के में नहीं लेना चाहिए।
सीने में तकलीफ

छाती के बीच में बेचैनी, दबाव, दर्द, जकड़न और भारीपन का अहसास होना। साथ ही अगर यह दर्द 30 मिनटों तक लगातार जारी रहे, तो यह हार्ट अटैक का लक्षण हो सकता है। कभी-कभी यह अवस्‍था कुछ मिनट तक रहकर या तो गायब हो जाती है, या फिर लौट भी आती है। सीने में दर्द या बेचैनी हार्ट अटैक का सबसे सामान्य लक्षण है, हालांकि, कुछ लोगों को बिल्कुल भी सीने में दर्द का अनुभव नहीं होता।
ऊपरी शरीर में बेचैनी

शरीर कई हिस्‍सो में यानी बाहों, कमर, गर्दन और जबड़े में दर्द या भारीपन भी महसूस हो सकता है। कभी-कभी यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्‍से से शुरू होकर सीधे सीने तक भी पहुंच सकता है। पेट में एसिडिटी और अपच के साथ दर्द की शिकायत भी होती है। इन लक्षणों की अनदेखी नही करनी चाहिए और संभावित हार्ट अटैक के लिए इनकी जांच की जानी चाहिए।
थकान

असामान्य और लगातार रहने वाली थकान भी हार्ट अटैक का लक्षण हो सकती है। शरीर के ऊतकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए दिल पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर सकते। बॉडी ब्‍लड को कम महत्वपूर्ण अंगों विशेष रूप से मांसपेशियों से दूर कर हार्ट और ब्रेन को भेजती है। खासतौर पर महिलाओं में यह लक्षण ज्यादा होता है। ऐसा नहीं है हर बार थकान इसी कारण से हो, पर फिर भी सावधानी और डॉक्टरी सलाह में ही समझदारी है।
सोच का बिगड़ना

याददाश्त की कमी और भटकाव की भावनाएं हार्ट अटैक के संभावित लक्षणों में से माना जाता है। सबसे पहले आपका जानकार या रिश्तेदार इस पहले नोटिस कर सकता है। कुछ पदार्थ रक्‍त का स्तर बदल सकते हैं, जैसे सोडियम भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है।