सेब

स्‍वास्‍थ्‍य संबंधी कई परेशानियों के पीछे अधिक वजन का होना होता है। दिल की बीमारियां, स्‍ट्रोक और उच्‍च रक्‍तचाप और टाइप टू डायबिटीज और अनिद्रा जैसी परेशानियों के पीछे मोटापा होता है। अपने वजन को काबू में रखकर आप अपनी सेहत को सही रख सकते हैं। इसके लिए डॉक्‍टर आपको फाइबर युक्‍त आहार खाने की सलाह देते हैं। फाइबर युक्‍त आहार से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है साथ ही आपको अतिरिक्‍त कैलोरी नहीं मिलती। सेब में फाइबर की मात्रा अधिक होती हैं। इस फल के सेवन से पेट भरा-भरा सा महसूस होता हैं। इसमें कैलोरी भी कम होती हैं और यह पाचन तंत्र को भी ठीक रखने में मदद करता हैं, इसलिए कसरत करने के बाद आपको इसका सेवन करना चाहिए। जिससे बॉडी फिट बनी रहती है।
बीन्स

बीन्स में फाइबर और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती हैं। जिसे खाने से लंबे समय तक भूख नहीं महसूस होती हैं। इसके सेवन से मांसपेशियों के निर्माण में मदद मिलती हैं। अगर आप अपना वजन घटाने के तमाम प्रयासों से हार मान चुके हैं, तो हरी सब्जी बीन्स का सहारा लें। बीन्स से बने उत्पादों का सेवन करके आप अपना मोटापा घटा सकते हैं।
बादाम

बादाम में फाइबर भरपूर मात्रा में होता हैं। जिसे खाने से जल्दी भूख नहीं लगती हैं। पेट भरा-भरा सा महसूस होता हैं। लोग अपने आप को एनर्जेटिक महसूस करते हैं। इसके अलावा बादाम में कई पोषक तत्‍व होते हैं। इसमें प्रोटीन, मैगनीज, कॉपर, राइबोफ्लाविन आदि मौजूद होते हैं। ये सब पोषक तत्‍व शरीर को भरपूर शक्ति और ऊर्जा प्रदान करते हैं। सुबह के समय बादाम के साथ दूध का सेवन करने से शरीर को पूरी शक्ति मिलती है।
अंडे का सफेद भाग

इसमें वसा की मात्रा कम होती हैं और यह कोलेस्ट्रोल मुक्त होता हैं। इसमें प्रोटीन बहुत होता हैं इसलिए नाश्ते में या कसरत करने के बाद इसे खाना अच्छा होता हैं। जो लोग वजन घटाने के लिए सुबह का नाश्ता नहीं करते, उनके मुकाबले रोज नाश्ते में अंडा खाने वाले लोगों का वजन जल्दी कम होता है। अंडे में पाए जाने वाले प्रोटीन की पाचन प्रक्रिया अन्य प्रोटीनों के मुकाबले थोड़ी धीमी होती है। इसलिए अंडा खाने के काफी देर तक पेट भरे होने का एहसास होता है।
दही

यह एक अच्छा प्रोटीन स्नैक्स हैं। इसमें सामान्य दही की तुलना में प्रोटीन दोगुना और कार्बोहाईड्रट आधा होता हैं, इसलिए यह एक अच्छा स्नैक्स माना जाता है। दही पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पेट की बीमारी से परेशान लोगों को अपने आहार में दही को प्रचुर मात्रा में शामिल करना चाहिए। पेट में जब अच्छे किस्म के बैक्टीरिया की कमी हो जाती है, जिसके चलते भूख न लगने जैसी तमाम बीमारियां पैदा हो जाती हैं। इस स्थिति में दही सबसे अच्छा भोजन बन जाता है। इसमें अच्छे बैक्टीरिया पाये जाते हैं जो पेट की बीमारी को ठीक करते हैं, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।