पर्यावरण अनुकूल वस्तुओं को आजमायें

जब बात ईको फ्रेंडली होने की आती है तो हममें से अधिकांश लोग अपनी ज़िंदगी में कुछ इतने व्यस्त हो जाते हैं कि इस दिशा में कोई प्रयास ही नहीं करना चाहते। लेकिन आपको जानकर खुशी होगी कि हम सभी आलसी लोगों के लिए पर्यावरण की दृष्टि से रोजमर्रा की चीजों के कुछ ऐसे बेहद आसान तरीके भी हैं, जो न सिर्फ ईको फ्रेंडली हैं, बल्कि हेल्दी भी होते हैं। तो चलिये जानें ऐसे ही तरीकों के बारे में।
बेकिंग सोडा है अच्छा रूम फ्रेशनर

एयर फ्रेशनर में मौजूद कैमिकल्स पर्यावरण और आप के स्वास्थ्य दोनों के लिए ही बेहद बुरे होते हैं, इसलिये बेकिंग सोड़ा मेड आरान रेमेडी का उपयोग करें। इसे बनाने के लिये एक चम्मच बेकिंग सोड़े को थोड़े से पानी में मिलाकर स्प्रे बोतल में रख लें। आप सुगंध के लिये किसी भी इसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदों का इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन ऐसा करना जरूरी नहीं होता है। बस आपका ईको फ्रेंडली एयर फ्रेशनर तैयार है।
प्लास्टिक की प्लेटें और कटलरी

प्लास्टिक की प्लेटें और कटलरी की जगह सिरेमिक प्लेट और स्टील कटलरी का स्तेमाल करना ईको फ्रेंडली विकल्प होता है। अधिकांश लोगों को प्लास्टिक की प्लेटें व चम्मच आदि इस्तेमाल करने की आदत होती है, लेकिन ये आदत अपशिष्ट का भारी मात्रा पैदा करती है। सिरेमिक प्लेट और स्टील कटलरी को खाना खाने के बाद धोने में थोड़ा ज्यादा वक्त भले ही लगे, लेकिन ये पर्यावरण के लिहाज से बेहद अच्छी होती हैं।
पेपर नैपकिन की जगह कपड़े वाले नैपकिन

पेपर नैपकिन और तौलिये सुविधाजनक तो होते हैं, लेकिन इन्हें बनाने के लिये बहुत सारे पेड़ काटने पड़ते हैं और पर्यावरण को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। पेपर नैपकिन की जगह कपड़े वाले नैपकिन का इस्तेमाल करने से इन्हें धो कर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता है और पहुत सारे पेड़ों को बचाया जा सकता है।
घरेलू क्लीनर की जगह सिरका

अपनी खिड़कियां और घर के अन्य सामान को साफ करने के लिये औद्योगिक क्लीनर का उपयोग करने की बजाए घर पर ही बनाए गए क्ल ीनर का इस्तेमाल करें। इसे बनाने के लिये बराबर भाग में सिरका और पानी मिला लें, क्लीनर तैयार।
पॉलीथिन की जगह जूट बैग

पॉलीथिन की जगह जूट के बैग का इस्तेमाल करें। इसकी शुरुआत के लिये जैसे किसी को उपहार देना है तो उसे जूट के कवर में पैक करके दिया जा सकता है। बाजार जाएं तो जूट का इस्तेमाल करें, देखने में भी यह आकर्षक लगता है।
सिंथेटिक डायपर की जगह कपड़े के डायपर

सिंथेटिक डायपर की जगह कपड़े के डायपर का इस्तेमाल कर आप अपने नन्हे-मुन्ने को भी पर्यावरण बचाव में शामिल कर सकते हैं। इससे न सिर्फ आप काफी सारे पैसे बचा सकते हैं, बल्कि पर्यावरण की मदद भी कर सकते हैं।
बिजली का बचत

अगर कम्प्यूटर पर काम करते समय थोड़ी देर के लिए भी कहीं जाना हो तो उसे स्लीप मोड पर सेट कर दें। ऐसा करके तुम 80 प्रतिशत पावर बचा सकते हो। ऐ से ही यदि स्टडी टेबल खिड़की के सामने या अगल-बगल में लगाएं, ताकि दिन के समय बल्ब जलाकर पढ़ने के बजाय लाइट की मदद से पढ़ाई की जा सके।