बेहद पौष्टिक होता है

सरसों के 100 ग्राम साग में लगभग 360 मिलीग्राम पोटैशियम, 4.7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3.2 ग्राम फाइबर, 1.3 ग्राम शुगर, 27 कैलोरी एनर्जी और सिर्फ 0.4 ग्राम फैट होता है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, विटामिन बी12, विटामिन सी, विटामिन डी, मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए ये शरीर को विकास के लिए सारे जरूरी तत्व प्रदान करता है और कई रोगों से रक्षा करता है।
दिल की बीमारियां रहती हैं दूर

सरसों का साग शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है और इसमें मौजूद आयरन खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाता है इसलिए इसके सेवन से दिल की बीमारियां दूर रहती हैं। सरसों के साग से फोलेट का ज्यादा निर्माण होता है इसलिए इसके खाने से कार्डियोवस्कुलर रोगों से बचाव रहता है।
कैंसर की आशंका को कम करता है

सरसों का साग ढेर सारे एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है इसलिए इसको खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्युनिटी पॉवर बढ़ती है। इसमें कई ऐसे एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो कैंसर से बचाव में शरीर की सहायता करते हैं। इसके अलावा ये शरीर को डीटॉक्सिफाई करता है इसलिए इससे किडनी के रोगों में भी बचाव रहता है।
आंतों की सफाई करता है

सरसों के साग में फाइबर की मात्रा भरपूर होती है इसलिए इसे खाने से आंतों की सफाई हो जाती है और शरीर का मेटाबॉलिज्म ठीक रहता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और विटामिन्स के कारण पेट भी साफ रहता है और कब्ज, एसिडिटी जैसी पेट की बीमारियों से भी बचाव रहता है।
आंखों की रोशनी बढ़ाता है

सरसों के साग में विटामिन ए और बी12 भरपूर पाया जाता है इसलिए ये आंखों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। विटामिन ए से हमारे आंखों की रोशनी बढ़ती है इसलिए सरसों के साग के नियमित प्रयोग से आपकी आंखों की कमजोरी दूर होती है और आपको कभी भी चश्मे की जरूरत नहीं पड़ती है।