वजन, लंबाई और इम्यूनिटी बढ़ाने में कारगर है अश्वगंधा ये हैं इसके 5 बड़े फायदे
अश्वगंधा एक गुणकारी पौधा है जिसकी जड़ों और पत्तियों का आयुर्वेद में बड़ा महत्व है। इसमें ऐसे बहुत से गुण हैं जिनको जानकर हैरानी होती है।

अश्वगंधा आपकी हाइट बढ़ाने में भी कारगर है। जिन लोगों की हाइट रुक गई है उन्हें रोजाना अश्वगंधा का प्रयोग करना चाहिए। इसके लिए एक ग्लास दूध में एक चौथाई चम्मच अश्वगंधा मिलाकर रोज सुबह-शाम पियें और साथ में ताड़ासन का नियमित अभ्यास करें। एक महीने में ही आपकी लंबाई में आपको चमत्कारी परिवर्तन दिखने लगेगा। ध्यान रखें कि जल्दी लाभ के चक्कर में अश्वगंधा का इस्तेमाल ज्यादा न करें क्योंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है और ये शरीर को नुक्सान भी कर सकता है।

बहुत से लोग अपने दुबले-पतले शरीर को लेकर परेशान रहते हैं। तमाम उपायों के बाद भी उनका वजन नहीं बढ़ता है। ऐसे लोगों को अश्वगंधा का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि आयुर्वेद में वजन बढ़ाने के लिए अश्वगंधा को विशेष महत्व दिया गया है। इसके प्रयोग के लिए एक ग्लास दूध में 2-3 ग्राम अश्वगंधा पाउडर को मिलाकर सुबह और शाम इसका सेवन करें। एक सप्ताह में ही आपको फर्क दिखना शुरू हो जाएगा।

अगर आपके शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है तो इसे कई तरह के रोग और परेशानियां घेर लेते हैं। जैसे बार-बार बुखार आना, जुकाम होना, सिर दर्द होना, इंफेक्शन होना आदि। इसके साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता के कम होने पर सभी बीमारियों का प्रभाव आप पर जल्दी होता है इसलिए इसे दुरुस्त रखना बेहद जरूरी है। अश्वगंधा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि इम्यूनिटी को बढ़ाता है। इसके लिए 50 ग्राम अश्वगंधा, 50 ग्राम हरड़ और 100 ग्राम आंवला को सुखाकर पीस लें और इसमें 350 ग्राम मिश्री मिला लें। अब इस पाउडर को एयर टाइट कंटेनर में रख लें और रोज रात में सोने से पहले एक ग्लास दूध में एक चम्मच मिलाकर पियें। ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा।

थायराइड गले में होने वाली एक गंभीर बीमारी है क्योंकि इसकी वजह से शरीर में कई अन्य बीमारियां घर करने लगती हैं। थायराइड के कारण बहुत से लोगों का शरीर फूलने लगता है। ये समस्या आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा होती है। अश्वगंधा थायराइड के इलाज में भी कारगर है। इसके लिए आधे 1 से 2 ग्राम अश्वगंधा को काली चाय में मिलाकर पियें। आप चाहें तो इसमें तुलसी की पत्तियां भी डाल सकते हैं क्योंकि उनमें भी एंटी-बैक्टीरयल और एंटी-फंगल गुण पाए जाते हैं।

अगर आपको आंतों या लिवर की कोई समस्या है तो अश्वगंधा के प्रयोग से वो भी ठीक हो जाती है। कब्ज, एसिडिटी, लिवर की कमजोरी आदि के लिए अश्वगंधा का इस्तेमाल लाभप्रद है। इसके लिए आप एक चौथाई चम्मच अश्वगंधा के चूर्ण में आधा चम्मच मिश्री मिलाकर इसका सेवन करें। पेट में गैस की समस्या से राहत मिलेगी और लिवर मजबूत होगा।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।