धार्मिक ही नहीं सेहत के लिहाज से भी फायदेमंद है पीपल
आयुर्वेद में पीपल के पेड़ का खास महत्व है, यह गोनोरिया, डायरिया, पेचिश, नसों का दर्द, नसों में सूजन के साथ झुर्रियों की समस्या से से निजात दिलाता है।

फायदेमंद है पीपल का पेड़
यह पेड़ केवल भारतीय उपमहद्वीप में पाया जाता है। भारतीय इस पेड़ का धार्मिक महत्व तो है साथ ही आयुर्वेद में इसका खास महत्व है। कई बीमारियों का उपचार इस पेड़ से हो जाता है। गोनोरिया, डायरिया, पेचिश, नसों का दर्द, नसों में सूजन के साथ झुर्रियों की समस्या से निजात पाने के लिए इस पेड़ का प्रयोग कीजिए। एंटीऑक्सीडेंट युक्त यह पेड़ हमारे लिए बहुत फायदेमंद है।
image source - 4.bp.blogspot.com

झुर्रियों से बचाव
पीपल की जड़ों में एंटीऑक्सीडेंट सबसे ज्यादा पाए जाते हैं। इसके इसी गुण के कारण यह वृद्धावस्था की तरफ ले जाने वाले कारकों को दूर भगाता है। इसके ताजी जड़ों के सिरों को काटकर पानी में भिगोकर पीस लीजिए, इसका पेस्ट चेहरे पर लगाने से झुर्रियां से झुटकारा मिलता है।
image source - getty

दातों के लिए
पीपल की 10 ग्राम छाल, कत्था और 2 ग्राम काली मिर्च को बारीक पीसकर पाउडर बना लीजिए, नियमित रूप से इसका मंजन करने से दांतों का हिलना, दांतों में सड़न, बदबू आदि की समस्या नहीं होती है और यह मसूड़ों की सड़न को भी रोकता है।
image source - getty

दमा में फायदेमंद
पीपल की छाल के अन्दर का भाग निकालकर इसे सुखा लीजिए, और इसे महीन पीसकर इसका चूर्ण बना लें, इस चूर्ण को दमा रोगी को देने से दमा में आराम मिलता है।
image source - getty

दाद-खाज खुजली में फायदेमंद
पीपल के 4-5 कोमल, नरम पत्ते खूब चबा-चबाकर खाने से, इसकी छाल का काढ़ा बनाकर आधा कप मात्रा में पीने से दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों में आराम होता है।
image source - getty

फटी एडि़यों के लिए
पैरों की फटी पड़ी एड़ियों पर पीपल के पत्ते से दूध निकालकर लगाने से कुछ ही दिनों फटी एड़ियां सामान्य हो जाती हैं और तालु नरम पड़ जाते हैं।
image source - getty

घावों को भरे
पीपल के ताजे पत्तों को गर्म करके घावों पर लेप किया जाए तो घाव जल्द सूख जाते हैं। अधिक गहरा घाव होने पर ताजी पत्तियों को गर्म करके थोडा ठंडा होने पर इन पत्तियों को घाव में भर देने से कुछ दिनों में घाव भर जाते हैं।
image source - getty

जुकाम होने पर
पीपल के कोमल पत्तों को छाया में सुखाकर उसे अच्छे से पीस लीजिए, इसे आधा लीटर पानी में एक चम्मच चूर्ण डालकर काढ़ा बना लें। काढ़े में पीसी हुई मिश्री मिलाकर कुनकुना करके पीने से नजला-जुकाम से राहत मिलती है।
image source - getty

नकसीर होने पर
नकसीर की समस्या होने पर पीपल के ताजे पत्तों का रस नाक में टपकायें, इससे नकसीर की समस्या से आराम मिलता है।
image source - getty

पेट की समस्या के लिए
इसे पित्त नाशक माना जाता है, यानी यह पेट की समस्या जैसे - गैस और कब्ज से राहत दिलाता है। पित्त बढ़ने के कारण पेट में गैस और कब्ज होने लगता है। ऐसे में इसके ताजे पत्तों के रस एक चम्मच सुबह-शाम लेने से पित्त का नाश होता है।
image source - getty
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।