ॐ का अर्थ

ॐ अर्थात ओउम् तीन अक्षरों से बना है, जो सर्व विदित है । दरअसल ॐ शब्द, अ, उ और म अक्षर से मि‍लकर बना है। जिनमें "अ" का अर्थ है उत्पन्न होना, "उ" का तात्पर्य है उठना तथा उड़ना अर्थात विकास एवं "म" का मतलब है मौन हो जाना अर्थात "ब्रह्मलीन" हो जाना। इसका असर भी मानसिक स्तर पर आप महसूस करते हैं। अगर आप इस शब्‍द का नियमित उच्‍चारण करते हैं तो आपके अंदर सकारात्‍मकता का संचार तो होगा साथ ही कई बीमारियां भी आपको नहीं होंगी।Image Source-Getty
ॐ दूर करे तनाव और नींद की समस्या

अनेक बार ॐ का उच्चारण करने से पूरा शरीर तनाव-रहित हो जाता है।अगर आप भी नींद नहीं आने की समस्या से परेशान हैं तो ओम का उच्चारण शुरू कीजिए। कुछ ही देर में आपका दिमाग शांत हो जाएगा और आप बेफिक्र होकर अच्छी नींद ले सकेंगे।अगर आपको घबराहट या अधीरता होती है तो ॐ के उच्चारण से बेहतर कुछ भी नहीं। Image Source-Getty
ॐ और खून का प्रवाह

यह हृदय और ख़ून के प्रवाह को संतुलित रखता है।ओम का उच्चारण करना आपके रक्त संचार को सही करता है एवं संतुलन बनाए रखता है। इस तरह से आपको उच्च व निम्न रक्चाप संबंधी समस्याएं नहीं होती। ओम की शक्ति केवल मानसिक रोगों को ठीक करने तक ही सीमित नहीं है। यह आंतरिक परेशानियों खास तौर से पाचन क्रिया पर सकारात्मक असर डालता है, और पाचन तंत्र को सुचारु बनाए रखता है।Image Source-Getty
थायरॉइड, सांस और रीढ़ की हड्डी को आराम

थायरॉइड ग्रंथि‍ की किसी भी प्रकार की समस्या में ओम का उच्चारण काफी लाभप्रद होता है। यह आपके स्वर और गले में कंपन्न पैदा करता है जिसका असर थायरॉइड ग्रंथि‍ पर भी सकारात्मक रूप से पड़ता है।कुछ विशेष प्राणायाम के साथ इसे करने से फेफड़ों में मज़बूती आती है।ॐ के पहले शब्‍द का उच्‍चारण करने से कंपन पैदा होती है। इन कंपन से रीढ़ की हड्डी प्रभावित होती है और इसकी क्षमता बढ़ जाती है।Image Source-Getty
थकान दूर करके देता है ताजगी

आप किसी भी प्रकार के काम से थकान महसूस कर रहे हैं, तो आपके लिए ओम का उच्चारण दवा का काम करेगा। बस कुछ देर आंखें बंद करके किजिए ओम का उच्चारण और आप महसूस करेंगे थकान से आजादी। आलस्य को दूर कर, ओम का उच्चारण मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से आपको ताजगी देता है और स्फूर्ति का संचार करता है। इस तरह से आप चुस्त-दुरुस्त भी रह सकते हैं। Image Source-Getty