ब्राह्मी के स्वास्थ्य लाभ
ब्राह्मी एक प्रकार की औषधि है जिसका हर भाग हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। आइए जानें इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में।

ब्राह्मी के गुण
बुद्धि, स्मरण शक्ति के अलावा ब्राह्मी का प्रयोग कई स्वास्थ्य समस्याओं के लिए किया जाता है। आर्युवेद में इस औषधि का काफी महत्व है। ब्राह्मी हरे और सफेद रंग की होती है। इसका स्वाद फीका होता है और इसकी तासीर शीतल होती है। यह पौधा भूमि पर फैलकर बड़ा होता है। इसके तने और पत्तियां मुलायम, गूदेदार और फूल सफेद होते हैं। आइए जानें इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में।

कब्ज में फायदेमंद
ब्राह्मी में मौजूद औषधीय गुण कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार होते हैं। इसका नियमित सेवन करने से कब्ज की पुरानी से पुरानी समस्या दूर हो जाती है। ब्राह्मी में रक्तशोधक गुण पाये जाते हैं जिससे यह पेट की समस्या से बचाते हैं।

कार्यक्षमता बढ़ाए
ब्राह्मी के पौधे के सभी भाग उपयोगी होते हैं। जहां तक हो सके ब्राह्मी को ताजा ही प्रयोग करना चाहिए। ब्राह्मी का प्रभाव मुख्यत: मस्तिष्क पर पड़ता है। यह मस्तिष्क के लिए टॉनिक है ही, उसे शान्ति भी देती है। लगातार मानसिक कार्य करने से थकान हो जाने पर जब व्यक्ति की कार्यक्षमता घट जाती है तो ब्राह्मी के उपयोग से आश्चर्यजनक लाभ होता है।

अनिद्रा की समस्या दूर करे
जिन व्यक्तियों को अनिंद्रा से सम्बन्धित शिकायत रहती है, उन्हे यह प्रयोग करना चाहिए। सोने से 1 घन्टा पूर्व 250 मिली0 गर्म दूध में 1 चम्मच ब्रहमी का चूर्ण मिलाकर नित्य सेवन करने से रात्रि में नींद अच्छी आती है, तनाव से मुक्ति मिलती है एंव स्मरण शक्ति तेज होती है।

बच्चों में एकाग्रता बढ़ाए
जिन बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते हैं या उनमें एकाग्रता की समस्या है तो उन्हें 200 मिली गर्म दूध में 1 चम्मच ब्राह्मी का चूर्ण हर रोज खाने के लिए दें। इससे उनकी स्मरण शक्ति में वृद्धि होती तथा उनका पढ़ाई में मन भी लगने लगता है।

मस्तिष्क के लिए उपयोगी
ब्राह्मी का इस्तेमाल आमतौर पर मस्तिष्क के लिए किया जाता है। यह मस्तिष्क के लिए एक पौष्टिक टॉनिक तो है ही साथ ही यह मस्तिष्क को शान्ति भी देता है। लगातार मानसिक कार्य करने से थकान के कारण जब व्यक्ति को अनिद्रा की समस्या होती है तो ब्राह्मी का आश्चर्यजनक असर देखने को मिलता है।

एंटीऑक्सीडेंट
ब्राह्मी दिमागी शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। ब्राह्मी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट तत्व के कारण इसके नियमित सेवन से मस्तिष्क की शक्ति बढऩे लगती है। इसका एक चम्मच रस रोज पीना लाभदायक होता है। अगर आपको इसका रस पसंद नहीं है तो आप इसको चबाकर भी खा सकते है इसके 7 पत्ते खाने से भी वही लाभ मिलता है।

उच्च रक्तचाप कंट्रोल करे
यदि उच्च रक्तचाप का कोई विशेष कारण न हो तो ब्राह्मी की ताजी पत्तियों का रस 2.5 मिलीग्राम मात्रा में शहद लेकर सेवन करें, इससे भी रक्तचाप नियंत्रित रहेगा। इसमें मौजूद औषधीय गुण रक्तचाप को बढ़ने से रोकते हैं।

खांसी और बुखार दूर करे
ब्राह्मी 2.5 ग्राम, शंखपुष्पी -2.5 ग्राम ,बादाम क़ी गिरी पांच ग्राम, छोटी इलायची का पाउडर -2.5 ग्राम, इन सब को पानी में अच्छी तरह घोलकर छान लें और मिश्री मिलाकर सुबह शाम आधा से एक गिलास पीएं...इससे खांसी, बुखार में लाभ तो मिलता ही है।

बालों की समस्या
यदि आपको बालों से सम्बंधित कोई समस्या है जैसे बाल झड़ रहे हों तो परेशान न हों बस ब्राह्मी के पांच अंगों का यानी पंचाग का चूर्ण लेकर एक चम्मच की मात्रा में लें और लाभ देखें।

हृदय के लिए फायदेमंद
ब्राह्मी में ब्राहमीन नामक एल्केलाइड होता है जो हृदय के लिए भी लाभदायक बताया जाता है। नियमित रुप से अगर ब्राह्मी का प्रयोग किया जाए तो आप ताउम्र हृदय से संबंधित किसी भी समस्या से बचे रहेंगे।
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