बबूल के स्वास्थ्य लाभ

बबूल के पत्तो के अलावा इसकी गोंद और छाल भी बहुत फायदेमंद होती है। बबूल कफ और पित्त का नाश करने वाला होता है और इसकी गोंद में भी कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम के अलावा अरबिक एसिड होता है। बाबुल के पेड़ की छाल और पत्तियों में टैनिन और गैलिक नामक एसिड होता है जिसके कारण इसका स्‍वाद कड़वा हो जाता है। यह जलन को दूर करने वाला, घाव को भरने वाला और रक्तशोधक होता है। आइए इसके स्‍वास्‍थ्‍य लाभों के बारे में जानें। image courtesy : getty images
एक्जिमा का उपचार

बबूल की छाल को एक्जिमा के उपचार के लिए कारगर माना जाता है, और इसकी गोंद त्वचा की जलन को दूर करने में लाभकारी। इसके अलावा बबूल के पत्तों से बना पेस्ट त्वचा पर लगाने से संक्रमण और चकत्ते की समस्‍या दूर करने में मदद मिलती है। image courtesy : getty images
खांसी में लाभकारी

बबूल के गोंद का छोटा सा टुकड़ा मुंह में रखकर चूसने से खांसी में आराम होता है। इसके साथ ही पुरानी खांसी होने पर या खांसने पर सीने में दर्द होने पर बबूल के कोमल पत्तों को पानी में खौला कर दिन में तीन बार पीने से सभी परेशानियों दूर हो जाती हैं। image courtesy : getty images
संक्रमण को नियंत्रित करें

बबूल की पत्तियां और छाल दोनों में ही व्‍यापक रूप से खून को बहने से रोकने और संक्रमण को नियंत्रित करने की क्षमता होती है। इसलिए इसका घाव, कटने और चोटों पर इस्‍तेमाल किया जा सकता है। image courtesy : getty images
ज्यादा पसीना आने की समस्या

अगर आपके शरीर से बहुत पसीना आता है और पसीना पोंछ-पोंछ कर आप बेहाल हो गए हैं तो बबूल आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए बबूल की पत्तियां पीसकर पूरे शरीर पर मसलें और फिर थोड़ी देर बाद स्नान कर लें। थोड़े दिन ऐसा करने से बहुत ज्‍यादा पसीना आना बन्द हो जाता है। image courtesy : getty images
बिस्तर पर पेशाब करना

छोटे बच्‍चे अक्‍सर बिस्‍तर पर पेशाब कर देते हैं। इस समस्‍या से बचने के लिए बबूल की कच्ची फलियों को छाया में सुखाकर, घी में भूनकर उसमें मिश्री मिलाकर 4-4 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम गर्म दूध के साथ बच्‍चों को देने से बिस्तर पर पेशाब निकलना बंद हो जाता है। image courtesy : getty images
मोटापा दूर करें

मोटापा कम करने के लिए आमतौर पर हम बहुत मेहनत करते हैं। लेकिन अगर आप मोटापे से बचना चाहते हैं तो आपके लिए बहुत ही सरल उपाय है बबूल के पत्तों का इस्‍तेमाल। इसके लिए बबूल के पत्तों को पानी के साथ पीसकर शरीर पर लगाने से मोटापे को आसानी से दूर किया जाता सकता है। image courtesy : getty images
पीरियड्स में होने वाले अति रक्तस्राव को दूर करें

कई महिलाओं और लड़कियों को पीरियड्स के दौरान बहुत ज्‍यादा ब्‍लीडिग होती है। इस तरह की समस्‍या होने पर बबूल का गोंद को घी में भून कर पीस लें अब इसमें बराबर वजन में असली सोना गेरू पीसकर मिला कर तीन बार छान कर शीशी में भर लें। पीरियड्स के दिनों में सुबह शाम 1-1 चम्मच चूर्ण ताजे पानी के साथ लेने से अधिक मात्रा में स्राव होना बन्द हो जाता है। image courtesy : getty images
आंखों की समस्याओं में लाभकारी

बबूल के पौधे की पत्तियां आंखों से अति‍रिक्त पानी की समस्‍या का उपचार करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। इसके अलावा आंखों की लालिमा और कंजंक्टिवाइटिस के कारण आंखों में सूजन को कम करने में भी इसका इस्‍तेमाल किया जाता है। image courtesy : getty images
मुंह स्वास्थ्य के लिए लोकप्रिय

बबूल की छाल मौखिक और दंत स्वच्छता के लिए भी बहुत लोकप्रिय है। वास्तव में, पहले के दिनों में, लोग अपने दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाने के लिए इसकी छाल के एक टुकड़े को मुंह में रखकर जुगल कर इसका प्रयोग करते थे। इसके अलावा बाबुल मसूड़ों संबंधित समस्याओं के उपचार के लिए भी अच्छी तरह से काम करता है। image courtesy : getty images