स्वाद और सेहत का खजाना है हींग
हींग सिर्फ खाने का स्वाद ही नही बढ़ाती बल्कि हाजमा भी ठीक करती है। साथ ही कई बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आइए हम इस स्लाइड शो के माध्यम से हींग के औषधीय गुणों को जानें।

भारतीय व्यंजनों में हींग की एक खास जगह है। हींग की तेज खुशबू व्यंजन में एक अलग स्वाद लाती है। हींग सिर्फ खाने का स्वाद ही नही बढ़ाती, बल्कि हाजमा भी ठीक करती है। यह कई बीमारियों के लिए बहुत फायदेमंद होती है। आइए हम आपको इस स्लाइड शो के माध्यम से हींग के औषधीय गुणों की जानकारी देते हैं।

दांतों की समस्या के लिए हींग बहुत फायदेमंद होता है। दांतों में कीड़ा लग जाने पर रात में सोते समय दांतों में हींग दबाकर सो जाएं। ऐसा करने से कीडे अपने-आप निकल जाएंगे। दांत में दर्द होने पर हींग में जरा सा कपूर मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से दांत दर्द बंद हो जाता है।

कब्ज में हींग लेने से पेट साफ हो जाता है। कब्ज की शिकायत होने पर हींग के चूर्ण में थोडा सा मीठा सोडा मिलाकर रात में सोने से पहले लीजिए।

यदि शरीर के किसी हिस्से में कांटा चुभ जाए तो उस स्थान पर हींग का लेप करने करें। इससे पीड़ा भी समाप्त होगी और शरीर के अंदर घुसा हुआ कांटा अपने आप निकल जाएगा।

पीलिया होने पर हींग को गूलर के सूखे फलों के साथ खाना चाहिए। साथ ही हींग को पानी में घिसकर आंखों पर लगाने से फायदा होता है।

पेट दर्द होने पर हींग को पानी में घोलकर हल्का सा गर्म करके नाभि तथा इसके आसपास लेप लगायें। लेप लगाने से पेट दर्द में आराम मिलता है। साथ ही पेट में दर्द व ऐंठन होने पर अजवाइन और नमक के साथ हींग का सेवन करने से फायदा होता है।

अगर आप कान दर्द की समस्या से परेशान है तो हींग आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती हैं। इसके लिए कान दर्द होने पर तिल के तेल में हींग को पकाकर उस तेल की बूंदों को कान में डालने से कान का दर्द समाप्त हो जाता है। सिरदर्द होने पर हींग को गर्म करके उसका लेप लगाने से फायदा होता है।

मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियां जैसे पेट में दर्द, मरोड़ या अनियमित मासिक धर्म में हींग का सेवन करने से फायदा होता है। हींग का प्रयोग नियमित रूप से करने से आप ल्यूकोरिया जैसी समस्या से भी आसानी से छुटकारा पा सकती हैं।

हींग की मदद से शरीर में सही मात्रा में इन्सुलिन बनता है और ब्लड शुगर का स्तर नीचा रहता है। शुगर की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए हींग पाउडर को करेले के रस में मिलाकर दिन में एक बार नियमित रूप से सेवन करें।

हींग में रोग-प्रतिरोधक क्षमता होती है। दाद, खाज, खुजली जैसे चर्म रोगों के लिए हींग बहुत फायदेमंद होता है। चर्म रोग होने पर हींग को पानी में घिसकर उन स्थानों पर लगाने से फायदा होता है।

सांस के रोगों में हींग को इस्तेमाल एक औषधि के रूप में काफी समय से किया जाता रहा है। सूखी खांसी, अस्थमा, काली खांसी के लिए हींग और अदरक में शहद मिलाकर लेने से काफी आराम मिलता है। इससे छाती में फंसे बलगम और छाती दर्द से निजात पाया जा सकता है।
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