नुकसानदेह है चॉकलेट

चॉकलेट खाना बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सबको पंसद होता है। चॉकलेट दिल के स्वास्थ्य के लिए अच्छी भी होती है। पर ज्यादा चॉकलेट खाना ना सिर्फ नुकसानदेह है, बल्कि इससे गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। ज्यादा चॉकलेट खाने से कई तरह के गंभीर रोग होने का खतरा बना रहता है। इसलिए इसके सेवन पर थोड़ी सी सावधानी रखें। आइए हम विस्‍तारे से बताते हैं।Image Source-Getty
मोटापा

आजकल आप बच्‍चों को आमतौर पर काफी ज्‍यादा मोटा देख सकते है। मोटापा बढ़ने की खास वजह बच्‍चों को मनमाने ढंग से खाना होता है। बच्‍चों की खाने की गंदी आदतों में चॉकलेट भी शामिल है। चॉकलेट को एक लिमिट से ज्‍यादा खाने पर मोटापा बढ़ता है और शरीर फूल जाता है।Image Source-Getty
टाइप 2 डायबटीज

टाइप 2 डायबटीज सिर्फ बड़े लोगों को ही नहीं होती बल्कि छोटे बच्‍चों को भी होती है। जो बच्‍चे ज्‍यादा चॉकलेट खाते है उन्‍हे टाइप 2 डायबटीज होने का खतरा काफी ज्‍यादा रहता है क्‍योंकि चॉकलेट खाने से उनके शरीर की इंसुलिन पर प्रभाव पड़ता है।Image Source-Getty
हाइपरएक्टिविटी

चॉकलेट में रिफाइन्‍ड शुगर होती है जो ब्‍लड स्‍ट्रीम में घुस जाती है और इससे ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। इससे शरीर में एड्रेलीन हारमोन्‍स की उत्‍पादकता बढ़ती है और बच्‍चा हाइपरएक्टिव हो जाता है।Image Source-Getty
लत लगना

अगर आपका बच्‍चा नियमित रूप से चॉकलेट का सेवन करता है तो उसे इसकी लत लग सकती है और न मिलने पर उसे बैचेनी के साथ - साथ कई अन्‍य दिक्‍कतें हो सकती है। इसलिए, जरूरी है कि आप अपने बच्‍चे पर निगाह रखें कि वह एक हद से ज्‍यादा चॉकलेट आदि का सेवन न करें।Image Source-Getty
एलर्जी

चॉकलेट में कई ऐसी अन्‍य चीजें पड़ी होती है जो बच्‍चों में एलर्जी पैदा कर देती है। अगर आपके बच्‍चे को कुछ स्‍पेशल फूड से एलर्जी है तो चॉकलेट खिलाने से पहले उसके इंग्रीयेंटेस पर ध्‍यान दें वरना उसे दिक्‍कत हो सकती है।Image Source-Getty
पेशाब बढ़ना

एक मिल्‍क चॉकलेट में 5 मिग्रा. कैफीन होती है जिसके शरीर में पहुंचने पर बच्‍चे को पेशाब ज्‍यादा लगती है। कई बार तो बच्‍चों को हर दस मिनट में पेशाब जाना पड़ता है। अगर ऐसा है तो बच्‍चे को मिल्‍क चॉकलेट कतई न दें।Image Source-Getty
हेल्दी फूड अच्छा न लगना

जब बच्‍चे चॉकलेट खाने के आदी हो जाते है तो उन्‍हे हेल्‍दी फूड अच्‍छा नहीं लगता है और वह हर बार भूख लगने पर चॉकलेट खाने की ही मांग करते हैं। इससे उनके स्‍वास्‍थ्‍य में लगातार गिरावट आती है और उनके शरीर का विकास रूक जाता है।Image Source-Getty