बीमारियों के लिए अमरूद

विटामिन सी, विटामिन ए, विटामिन बी2, ई और के, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैंगनीज, फोस्‍फोरस। अमरूद इन सबका बेहतरीन स्रोत है। अतः अमरूद को यदि सुपर फ्रूट कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। यही नहीं अमरूद में एक औसत संतरे की तुलना चार गुणा ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है और एक नींबू की तुलना में दस गुना ज्यादा विटामिन ए होता है। कहने का मतलब यह है कि एक अमरूद में कई गुण छिपे हैं। अमरूद की खासियत यहीं खत्म नहीं होती। अमरूद तमाम बीमारियों से भी बचाने में कारगर सिद्ध हुआ है। आइये जानते हैं किन बीमारियों से अमरूद हमारा बचाव करता है।
बेहतर आंखों की रोशनी

कामकाजी जीवनशैली में यह बात किसी से छिपी नहीं है कि निरंतर कंप्यूटर स्क्रीन में देखने के कारण सबसे ज्यादा हमारी आंखें ही प्रभावित होती हैं। ऐसे में आंखों की रोशनी का सही बनाए रखना बहुत जरूरी है। आंखों की रोशनी के लिए विटामिन ए आवश्यक तत्व है और अमरूद विटामिन ए का बेहतरीन स्रोत है। विटामिन ए आंखों को स्वस्थ रखता है, कोर्निया साफ रखता है और आंखों की सेल्स की रक्षा करता है। विटामिन ए की कमी से अकसर रतौंधी होने का खतरा बना रहता है। जबकि नियमित अमरूद खाने से रतौंधी होने की आशंका भी कम हो जाती है। उम्र के बढ़ने के साथ आंखों में होने की समस्याओं को भी अमरूद के नियमित सेवन से कम किया जा सकता है। विशेषज्ञों की मानें तो आंखों की अच्छी रोशनी बनाए रखने के लिए अमरूद या अमरूद का जूस अवश्य लें।
दमकती त्वचा

प्रदूषण किस हद तक बढ़ गया है, इसकी चर्चा यहां करना आवश्यक नहीं है। लेकिन यह बताना जरूरी है कि प्रदूषण के कारण किस तरह हमारी त्वचा प्रभावित होती है। यही नहीं कम उम्र में ही त्वचा में झुर्रियां पड़ने की शिकायत होने लगी है। यही नहीं चेहरे में कालापन भी निंरतर बना रहता है। इन सब समस्याओं से निदान पाने के लिए अमरूद एक बेहतरी स्रोत है। अमरूद में, खासकर लाल अमरूद में एंटीआक्सीडेंट प्रोपर्टीज़ पाए जाते हैं। एंटीआक्सीडेंट हमारी त्वचा को क्षति होने से रोकते हैं। यही नहीं अमरूद के नियमित सेवन से चेहरा दमकता हुआ बअना रहता है। साथ ही रूखेपन से भी बचा जा सकता है।
मधुमेह

मौजूदा जीवनशैली की सबसे आम बीमारियों में एक मधुमेह है। शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां मधुमेह के मरीज मौजूद न हो। वास्तव में मधुमेह तेजी से अपने पांव पसार रहा है। चीनी चिकित्सकीय प्रणाली में सालों से मधुमेह के इलाज के लिए अमरूद का इस्तेमाल हो रहा है। तमाम शोध अध्ययन भी इस बात की पुष्टि करते हैं कि मधुमेह के रोगियों के लिए अमरूद बेहद लाभकारी है। अमरूद में मौजूद फाइबर शुगर स्तर को नियंत्रित करता है। विशेषज्ञों के मुताबिक प्रतिदिन एक या दो अमरूद अवश्य खाना चाहिए। जिन मरीजों में मधुमेह की स्थिति गंभीर है, वे अमरूद के पत्ते की चाय भी पी सकते हैं।
थॉयराइड नियंत्रित करना

अमरूद कॉपर का बेहतरीन स्रोत है। कॉपर थायराइड के लिए आवश्य तत्व है। वास्तव में कॉपर हारमोन के उत्पादन को नियंत्रित करता है। साथ ही अन्य मसकता को भी प्रभावित करता है। अमरूद में पोटाशियम भी पाया जाता है। यह तत्व भी थॉयराइड के लिए महत्वपूर्ण है। इन सबके इतर अमरूद हमारा वजन नियंत्रित रखता है। परिणामस्वरूप हमारी ऊर्जा बनी रहती है। थॉयराइड से बचाव के लिए स्वास्थ्य चिकित्सकों का मानना है कि अमरूद को अपनी नियमित जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। यही नहीं साथ ही अमरूद के पत्तों को चाय के रूप में सेवन करें।
हृदय सम्बंधी बीमारियों से बचाव

हृदय सम्बंधी बीमारियां भी दिनों दिन आम होती जा रही है। कम उम्र से लेकर उम्रदराज लोग हृदय सम्बंधी बीमारियों से ग्रस्त होने लगे हैं। ऐसे में जरूरी है कि हृदय सम्बंधी बीमारी से बचने के अटल उपाय ढूंढ़े जाएं। तमाम शोध अध्ययनों से इस बात की पुष्टि हुई है कि नियमित अमरूद के सेवन से रक्तचाप में कमी आती है और वसा भी कम होता है। वास्तव में इसके लिए अमरूद में मौजूद विटामिन सी, पोटाशियम जिम्मेदार हैं। असल में पोटाशियम हार्टबीट नियमित रखता है और उच्च रक्तचाव को नियंत्रित रखने में मददगार है।
कैंसर के खतरे को कम करना

अमरूद में कैंसर रोधी और ट्यूमर रोधी तत्व मसलन लाइकोपीन, विटामिन सी, पोलिफेनोल्स मौजूद हैं। अतः यह सर्वविदित है कि अमरूद के सेवन से कैंसर और ट्यूमर के खतरे को कम किया जा सकता है। इतना ही नहीं एक शोध अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है कि अमरूद के नियमित सेवन से प्रोस्टेट कैंसर के साइज को भी कम किया जा सकता है। अमरूद ब्रेस्ट, मुंह, त्वचा, पेट, लंग आदि कैंसरों में भी लाभकारी सिद्ध हुआ है।Image Source : Getty