गर्मी में कपड़े
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पूनम ने एक दिन ब्लू जींस और व्हाइट ट्यूब के ऊपर ब्लैक लेदर जैकेट पहनी। फिर खुद को आईने में देखा। मस्त लग रही थी। फिर निकल गई चांदनी चौक घूमने। एक घंटे बाद पूनम की गर्मी से हालत खऱाब होने लगी। पसीने और ब्लैक लेदर जैकेट के कारण उसको हाथों और पीठ पर रेशैज हो गए। तब से उसने जैकेट से तौबा कर ली। पूनम जब रैशेज के लिए हॉस्पीटल गई तो वहां उसके डॉक्टर ने उसे दवाइयों के साथ गर्मी में कुछ विशेष तरह के कपड़ें ना पहनने की हिदायत दी। ऐसे में आप पूनम के इस केस से पता लगा सकते हैं कि गर्मी में किस तरह के कपड़े नहीं पहनने चाहिए।
लेदर के कपड़े

स्टाइल एक तरफ और कम्फर्टेबिलिटी एक तरफ। गर्मी में जब भी स्टाइलिश कपड़े और कम्फर्टेबल कपड़ों के बीच में चुनने की बारी आए तो हमेशा कम्फर्टेबल कपड़े चुनें। ऐसे कपड़े जिसमें आपके साथ आपकी त्वचा भी सांस ले सके। इसके लिए जरूरी है किसी भी तरह की ड्रेस पहनते वक्त उसके मटेरियल पर विशेष तौर पर ध्यान दें। जैसे कि गर्मियों में चमड़े यानि लेदर से बने हर तरह के ड्रेस से दूरी बनाकर रखें। गर्मी में लेदर की पेंट या जूते नुकसान पहुंचाते हैं। ये गर्मी में निकले पसीने को ऑब्जर्व नहीं करता जिससे शरीर में रेशेज हो जाते हैं।
नेट के कपड़े

नेट के कपड़े दिखने में काफी स्टाइलिश लगते हैं औऱ सोबर भी। ये दिखने और पहनने में थोड़े आरामदायक भी होते हैं लेकिन केवल थोड़े समय के लिए। क्योंकि एक बार जहां पसीना निकलना शुरू हुआ, वहीं परेशानी होनी शुरू हो जाती है। ये गर्मी में पसीना ऑब्जर्व कर नहीं पाते जिससे त्वचा पर रैशेज या पसीने से लाल निशान पड़ जाते हैं।
पोलिएस्टर के कपड़े

ये सर्दियों के कपड़े हैं। इसलिए इसके कपड़े गर्मियों में बिल्कुल ना पहनें। पोलिएस्टर का कपड़ा जल्दी पानी नहीं सूखता और यही इसकी खासियत है जो इसे ठंड में पहनने का कारण बनाती है। लेकिन गर्मी में ये स्वास्थ्य और शरीर के लिए काफी हानिकारक है। ये शरीर से निकलने वाले पसीने को ऑब्जर्व नहीं कर पाता जिससे शरीर में लंबे समय तक नमी बने रहती है। जिस कारण त्वचा पर इंफेक्शन होने का खतरा रहता है।
सेटिन का कपड़ा
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अगर गर्मी में बीमार होने का शौक है तो सेटिन के कपड़े शौक से पहनिए। सेटिन का कपड़ा गर्मियों में दो कारणों से बीमार करता है। पहला तो ये कि ये काफी हैवी होता है और बिल्कुल भी हवादार नहीं होता। जिस कारण इसमें बहुत ज्यादा गर्मी लगती है। दूसरा ये कि ये हमेशा शरीर से चिपके रहता है जिस कारण इसे पहनने से फंगल इफेक्शन होने का डर रहता है।
सिल्क के कपड़े

गर्मी में सिल्क के कपड़े पहनने से आपको तो कोई नुकसान नहीं होगा। लेकिन कपड़े को जरूर नुकसान होगा। ये पसीना नहीं सोखता है जिससे कि हाथों और बगल में पसीना जमे रहता है। ये शरीर से रगड़ाता भी नहीं है तो रैशेज का भी खतरा नहीं होता। लेकिन इसे पहनने से हाथों के बगलों में जमा पसीना कपड़ों पर पीलेपन का कारण बन जाता है जिससे कपड़ा खराब हो जाता है।