आइसोप्रोपिल अल्कोहल

क्या आप जानते हैं कि अल्‍कोहल या शराब का उपयोग पीने के अलावा अन्य चीजों के लिए भी किया जा सकता है, जी हां अल्‍कोहल का उपयोग रोजमर्रा की कई छोटी-मोटी बीमारियों से छुटकारा प्राप्त करने के लिए भी कर सकते हैं। रबिंग अल्‍कोहल को आइसोप्रोपिल अल्‍कोहल के नाम से भी जाना जाता है। इसमें आमतौर पर 70% आइसोप्रोपिल अल्‍कोहल या इथेनॉल और 30% डिस्टिल वॉटर है। इसमें इथेनॉल सामग्री 90% तक भी हो सकती है, यह निर्माता पर निर्भर करता है। शरीर पर इसे रगड़ने के कई फायदे हैं। यह एक प्रभावी एंटीसेप्टिक, कीटाणुनाशक और क्लीनिंग एजेंट के रूप में काम करती है। इसे स्प्रिट के रुप में भी जानते हैं।
ऐसे करता है काम

त्वचा के रोम छिद्रों में गंदगी भर जाने की वजह से मुंहासे हो जाते हैं। शराब के कीटाणुनाशक, सुखदायक और ठंडा करने के गुणों के कारण यह मुँहासों को रोकने के लिए फायदेमंद है।
कैसे लगाएं

यह त्वचा से गंदगी को हटाकर रोम छिद्रों को खोल देता है। ऐसे में आप एक रुई में थोड़ी सी शराब लें और इसे मुँहासों पर लगाएं। इससे आपके रोम छिद्र खुल जाएंगे और आपको ठंडक भी महसूस होगी।
कब तक लगाएं

इसे 10 मिनट तक लगे रहने दीजिए। गुनगुने पानी के साथ प्रभावित क्षेत्र को धो लें। इसके बाद एलोवेरा ज़ैल का उपयोग कर सकते हैं। कुछ दिनों के लिए दिन में दो बार इसका उपयोग करें।
ध्यान रखें

यह काफी हद तक आपकी त्वचा को शुष्क कर सकता है, इसलिए एक लंबी अवधि के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।