गले के कैंसर की शुरूआत

जब सांस लेने, बोलने और निगलने के लिए उपयोग होने वाली कोशिकाएं असामान्‍य रूप से विभाजित होने लगती हैं और नियंत्रण से बाहर हो जाती है, तो गले का कैंसर होता है। ज्यादातर गले के कैंसर मुख तार से शुरू होते है। और बाद में स्वर यंत्र से गले के पिछले हिस्से, जिसमें जीभ और टांन्सिल्स के हिस्से शामिल होते है, फैलते है, या स्वरयंत्र के नीचे से सबग्लोटीस और श्वासनली में फैलते है।
कैंसर के कारण जानें

तम्‍बाकू और गले के कैंसर का सीधा सम्‍बन्‍ध होता है। शराब पीने वालों को भी इसका खतरा रहता है, खासतौर पर अगर वे सिगरेट का सेवन भी करते हैं तो। एक विटामिन 'ए' की कमी और कुछ प्रकार के मानव पैपीलोमा वायरस (एचपीवी) संक्रमण के साथ लोगों में भी गले के कैंसर विकसित होने की अधिक संभावना हो सकती है।
कैसे पता लगाएं

गले के कैंसर से पीड़ित लोगों को खून की खांसी, साधारण खांसी, खाना निगलने में कठिनाई, स्वरों का बैठना, गर्दन में दर्द, सूजन या गले में गांठ का होना, अचानक वजन का घटना ऐसी ही कुछ खास परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे कुछ लक्षणों को देखने के बाद टेस्ट करा लेना चाहिए।
गले के कैंसर के साथ अन्य कैंसर

गले के कैंसर अन्य कैंसर के साथ जुड़े होते हैं। गले के कैंसर के रोगियों में से 15 फीसदी लोगों का गले के कैंसर के साथ मुंह, भोजन-नलिका या फेफड़ों के कैंसर के साथ एक ही समय पर निदान होता हैं। 10 से 20 प्रतिश‍त गले के कैंसर के साथ लोगों को अन्य कैंसर बाद में विकसित होते है।
पुरुषों में अधिक होता है गले का कैंसर

गले का कैंसर पुरुषों में अधिक सामान्‍य होता है, क्योंकि यह देखा गया है कि पुरूष महिलाओं के मुकाबले धूम्रपान अधिक करते है। इस प्रकार के कैंसर 55 वर्ष से कम उम्र के लोगों के बीच यह बीमारी कम देखी जाती है। कई बार गले के कैंसर का सफलतापूर्वक इलाज किया जा सकता है, लेकिन इलाज से व्यक्ति की बात करने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
विटामिन ‘सी’ और ‘बी’ का सेवन

ध्रूमपान और अन्‍य भोजन में विटामिन ‘सी’ और ‘बी’ से भरपूर पदार्थ जैसे- गाजर, आंवला, अमरूद, नींबू, हरी सब्जियां, सलाद इत्यादि को शामिल करें। इनसे इस कैंसर को दूर रखा जा सकता है। कई अध्‍ययन यह सिद्ध कर चुके हैं कि विटामिन ‘सी’ और ‘बी’ तथा भोजन में रेशों की मात्रा शरीर को कई तरह के कैंसर से बचाती है। रेशायुक्त खाद्य लेने से आंतों के कैंसर से सुरक्षा मिलती है।
पैसिव स्मोकिंग भी है खतरनाक

तम्‍बाकू और धूम्रपान गले के कैंसर का खतरा काफी हद तक बढ़ा देते हैं। और ऐसा नहीं कि सिगरेट का सेवन करने वाले ही इसके दुष्‍प्रभावों से पीडि़त होते हैं, बल्कि उस धुएं के संपर्क में आने वाले लोगों को भी यह बीमारी होने का खतरा उतना ही होता है।
कैंसर में मददगार थैरेपी

गले के कैंसर में तीन थैरेपी से इलाज किया जा सकता है- सर्जरी, विकिरण थैरेपी और कीमोथैरेपी। सर्जरी चिकित्सा के अंतर्गत अगर टयूमर छोटे हैं तो उसे कम साइड इफेक्ट के साथ निकाला जा सकता है। पर अगर टयूमर उन्नत है और आसपास के क्षेत्रों में फैला हुआ हैं तो सर्जरी और अधिक व्यापक होनी चाहिए। उन्नत टयूमर सर्जरी की स्थिति में बोलने, खाना चबाने, निगलने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।