फॉलिक एसिड का सेवन

गर्भावस्था के दौरान फोलिक एसिड आहारों का सेवन गर्भवती महिलाओं को होने वाली परेशानियों से बचाता है। पहली तिमाही में महिलाओं को प्रतिदिन 4 मिग्रा फॉलिक एसिड लेने की आवश्यकता होती है। दूसरी और तीसरी तिमाही मे 6 मिग्रा फॉलिक एसिड लेने की आवश्यकता होती है। पर्याप्त मात्रा में फॉलिक एसिड लेने से जन्मदोष और गर्भपात का खतरा कम हो जाता है। इसके सेवन से उल्‍टी भी नहीं आती। आपको फॉलिक एसिड का सेवन तब से करना चाहिए जब से आपने मां बनने का मन बना लिया हो। फॉलिक एसिड युक्त आहारों के बारें में जानने के लिए ये स्लाइडशो पढ़ें।Image Source-Getty
हरी सब्जियां

हरी पत्‍तेदार सब्जियां जिसमें पालक गर्भावती महिलाओं के लिए सबसे उपयुक्‍त आहार होता है। इस सब्‍जी में लोह, एंटीऑक्‍सीडेंट और फॉलिक एसिड पाया जाता है जो प्रजन्‍न अंगों के लिए अच्‍छा होता है। गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियां फॉलिक का एक अच्छा स्रोत हैं, अत: प्रतिदिन किसी न किसी रूप में पालक, मेथी या मूली के पत्तों का सेवन करें। फॉलिक से भरपूर अन्य सब्जियों में मटर, मकई, फूलगोभी, शलगम, चुकंदर, सरसों का साग और भिंडी शामिल है।Image Source-Getty
साबुत अनाज

आहार में कार्बोहाइड्रेट शामिल करने से कमजोर प्रजनन प्रणाली मजबूत बनती है। इसीलिये आपको गेहूं से बनी ब्रेड, ब्राउन राइस, कॉर्न, ओट और ऐसे आहार जिनमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्‍यादा हो, खानी चाहिये। दिन में एक बार आपको साबुत अनाज तो खाना ही चाहिये। रेशा युक्‍त आहार करने से पेट साफ रहता है और इससे शरीर की सारी गंदगी भी दूर निकल जाती है।Image Source-Getty
फल

एवेकाडो में फॉलिक एसिड होता है। प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को खूब सारे फॉलिक एसिड की जरुरत पड़ती है तो इसे खाना बिल्‍कुल भी न भूलें।आम पाचन के लिये अच्‍छा और इसमें विटामिन ए और सी होता है, जो कि प्रेगनेंट महिलाओं के लिये अच्‍छा होता है।अंगूर में विटामिन ए, फोलेट, पोटैशियम, फास्‍फोरस, मैग्‍नीशियम और सोडियम होता है जो कि अच्‍छा है।Image Source-Getty
अंकुरित दाल

स्प्राउट्स के फायदे सिर्फ विटामिन-सी तक सीमित नहीं हैं। अंकुरित करने पर अनाज में विटामिन-बी करीब 20 से 30 फीसदी तक बढ़ जाता है, खासतौर पर बी-1, फॉलिक एसिड और बायोटिन।तूअर की दाल में फॉलिक एसिड होता है जो कि महिलाओं के लिये एक जरुरी मिनरल है। साथ ही इसमें ढेर सारा फाइबर भी होता है जिससे कब्‍ज की समस्‍या दूर होती है।अंकुरित करने पर अनाज में ऐसे एन्जाइम बनते हैं, जो प्रोटीन को एमिनो एसिड, फैट को फैटी एसिड और कार्बोहाइड्रेट को शुगर और स्टार्च में बदल देते हैं। ऐसा होने पर हमारा शरीर अनाज को ज्यादा आसानी से पचा लेता है।Image Source-Getty