रोजाना करें इन 5 फूड्स का सेवन, पीरियड्स होंगे नॉर्मल
आज हम आपको ऐसे कुछ फूड्स के बारे में बताएंगे, जिनको खाने से पीरियड्स से जुड़ी हर तरह की परेशानी दूर होगी और आपके पीरियड्स नॉर्मल होंगे।

बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण अक्सर महिलाओं को पीरियड्स से जुड़ी समस्याएं होने लगती है। अनियमित पीरियड्स में महिला के पीरियड्स एक या दो महीने में केवल एक बार या एक महीने में दो-तीन बार होने लगते हैं। इस समस्या से भविष्य में कई प्रकार की स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है। लेकिन महिलाएं अक्सर अनियमित पीरियड्स को अनदेखा कर देती है। लेकिन इस समस्या से बचने के उपाय करने चाहिए। और हो सके तो प्राकृतिक इलाज ही करवाना चाहिये। आज हम आपको ऐसे कुछ फूड्स के बारे में बताएंगे, जिनको खाने से पीरियड्स से जुड़ी हर तरह की परेशानी दूर होगी और आपके पीरियड्स नॉर्मल होंगे।
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अजवाइन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स पेल्विक एरिया के ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाते है। पीरियड्स नॉर्मल करने के लिए थोड़ी सी अजवाइन को कुछ समय के लिए पानी में भिगोकर रख दें। अब इसके पानी को पी लें।

पपीते में मौजूद पेपन नामक तत्व एस्ट्रोजन हॉर्मोन लेवल को बढ़ाते है, जिससे पीरियड्स नॉर्मल हो जाते है। इसलिए रोजाना पपीता खाएं या फिर इसके शेक बना कर पीएं। या कुछ महीनों के लिए नियमित रूप से कच्चे पपीते के रस का सेवन करें। लेकिन इस उपाय को पीरियड्स के दौरान न करें।

अदरक की तासीर गर्म होती है, जिससे शरीर का मेटाबॉलिज्म तेज होता है साथ ही पीरियड्स नॉर्मल हो जाते है। यह पीरियड्स को बढ़ावा देने वाले वाला और पीरियड्स में देरी या अल्प समय की समस्या को दूर करने के लिए बहुत अच्छा होता है। इसलिए अदरक को शहद के साथ खाएं। या
आधा कप में थोड़ी सी अदरक मिलाकर 5-7 मिनट के लिए उबाल लें। फिर इसमें थोड़ा सा शहद मिलाये। भोजन के बाद इसका मिश्रण का दिन में तीन बार सेवन करें।

कद्दू के बीज में मौजूद जिंक टेस्टेस्टेरॉन हॉर्मोन लेवल को बढ़ाते है, जिससे पीरियड्स नियमित हो जाते है। इसलिए रोजाना दिन में 3 बार कद्दू के बीज का आधा चम्मच खाएं।

काले तिल तासीर काफी गर्म होती है, जो पोल्विक एरिया में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने का काम करती है। रोजाना सुबह 1 चम्मच काले तिल खाएं।
हार्मोंन संतुलन में मदद करके तिल के बीज पीरियड्स को विनियमित करने में बहुत उपयोगी होते हैं। लिगनेन से भरपूर होने के कारण यह अधिक हार्मोंन को बांधने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें आवश्यक फैटी भी होते हैं जो हार्मोन के उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद करते हैं।
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