निधि दत्ता का फिटनेस मंत्र

जाने-माने फिल्म निर्देशक जेपी दत्ता की बेटी निधि दत्ता इस साल आने वाली अपनी फिल्म 'जी भर के जी ले' की वजह से खबरों में हैं। उनकी चर्चा में रहने के लिए लेकिन ये अकेला कारण नहीं है, बल्कि इस फिल्‍म में काम करने के लिए लिए निधि ने 20 किलो वजन कम किया। फिल्म की शूटिंग शुरू होने के एक हफ्ते पहले निधि के पैर में फ्रैक्चर हो गया, लेकिन निधि ने तभी भी जिम जाना नहीं छोड़ा। निधि ने खुद बताया कि उनकी फिटनेस का क्या मंत्र है, आप भी जानें -
आपकी फिटनेस का क्या मंत्र है और ये आपके लिये क्यों जरूरी है?

निधी के मुताबिक फिटनेस का बेस्ट फंड है कि अच्छा खाओ, रेग्युलर एक्सरसाइज करो और सकारत्मक रहो। बकौल निधी दत्ता फिटनेस एक हॉलिस्टिक कॉन्सेप्ट है, जिसके तरह खुश दिल और एक एक्टिव लाइफ स्टाइल होने चाहिए। निधि कहती हैं कि, फिटनेस का मतलब महज पतला हो जाना ही नहीं है, फिटनेस की मतलब है अपने शरीर का ध्यान रखते हुए एक बेहतर और स्वस्थ जीवन जीना। मेरी फिटनेस का लक्ष्य ज़ीरो-फगर की रेस में शामिल होना नहीं बल्कि हेल्दी लिविंग अपनाना है। निधी कहती हैं कि कि उन्हें अपने कर्व्स बेहत भाते हैं और हर भारतीय महिला को इन पर इतराना चाहिये। निधी के अनुसार जब वे वर्कआउट करती हैं उनका तनाव दूर होता है और लाइफ बैलेंस्ड होती है।
किस तरह का फिटनेस और डाइट प्लान फॉलो करती हैं?

मेरे फिटनेस रुटीन में स्वस्थ खान-पान और कॉन्सेंट्रेटेड वर्कआउट शामिल हैं, जो मुझे वो मुझे मनचाहे रिज़ल्ट देता है। मैं खासतौर पर एक दिन में दो बॉडी पार्ट्स की एक्सरसाइज करती हूं और साथ में खूब सारा कर्डियो। निधी हफ्ते में पांच दिन, रोज़ाना दिन में डेड़ घंटा वर्काउट करती हैं। जहां तक बात है डाइट की तो, अगर हम अपनी डाइट से प्रोसेस्ड और जंक फूड निकाल दें तो बहुत ज्यादा फायदा होता है। पैक्ट, ऑयली और प्रोसैस्ड फूड टेस्ट बट्स को तो खुश कर देता है, लेकिन सेहत को इससे बहुत नुकसान होता है। मैं नाश्ते में मूसली (Muesli), लो फट वाली दही और बैरीज़ लेती हूं और फिर दोपहर के भोजन के लिए सब्जियों के साथ रोस्टिड या ग्रील्ड चिकन। मेरे डिनर में ज्यादातर सूप, सलाद और कभी-कभी मछली शामिल होते हैं।
वर्कआउट की कौंन-कौंन सी एक्टिविटी आप सबसे ज्यादा पसंद और नापसंद करती हैं?

फंक्शनल ट्रेनिंग को में सबसे ज्यादा पसंद करती हूं। मोनोटोय मुझे बेहद उबाऊ एक्सरसाइज लगती है। मेरे ट्रेनर इस बात का पूरा खयाल रखते हैं कि मेरा वर्काउट सैशन मज़ेदार हो। जिस दिन मेरा मू़ड अच्छा नहीं होता, वे मुझे एक घंटा किंक-बॉक्सिंग कराकर सारा गुस्सा बाहर निकलवा देते हैं।
आप खुद को मोटिवेट कैसे करती हैं?

मुझे जब कभी भी लगता है कि मैं खुद को लो महसूस करती हूं, तो मैं खुद को अपने लक्ष्य की याद दिलाती हूं। मेरी मां ऐसे में हमेशा मेरे पास होती हैं और मुझे सकारात्मक चीज़ों के लिये प्रेरित करती हैं। वो मेरे जीवन में सबसे सकारात्मक लोगों में से एक हैं।
आप अपने फैन्स को क्या फिटनेस टिप्स देना चाहेंगी

मैं कहना चाहूंगी कि बस कभी हार मत मानिये! जब आप वर्कआउट शुरू करते हैं तो पेशेंस ही सबसे बड़ी कुंजी होती है। आपको बस नियमित काम करते रहने की ज़रूरत होती है। आपको पहले हफ्ते में रिज़ल्ट नहीं दिखाई देंगे, लेकिन अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते जाना बेहद जरूरी होता है।