घुटनों के दर्द को बढ़ाने वाले फूड्स

गलत और असंतुलित खान-पान के कारण कई बार घुटनों में दर्द की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में अगर आप पहले से ही अर्थराइटिस या फिर ओस्टियोअर्थराइटिस के मरीज हैं तो आपको कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करने की आवश्यकता है। इस स्लाइडशो के माध्यम से हम आपको उन फूड्स के बारे में बताएंगे, जिनका अधिक सेवन करने से आपको घुटनों में दर्द की समस्या हो सकती है।
क्यों होता है घुटनों में दर्द

घुटनों में दर्द होने से आपके रोजमर्रा के काम प्रभावित हो सकते हैं। हालांकि इस दर्द के कई कारण हो सकते हैं। मांसपेशियों में खिंचाव आना, यूरिक एसिड का स्तर बढ़ना, अर्थराइटिस या ओस्टियोअर्थराइटिस की समस्या होने या फिर घुटनों की मांसपेशियों के बहाव में असमानता आना आदि इस दर्द के पीछे का कारण हो सकते हैं।
प्रोसेस्ड फूड्स

ज्यादा प्रोसेस्ड फूड्स खाना निश्चित तौर पर आपके घुटनों के दर्द और सूजन को बढ़ा सकता है। प्रोसेस्ड फूड्स ओमेगा 6 फैटी एसिड्स से भरपूर होता है। इसपर हुए एक शोध में यह साबित होता है कि ओमेगा 6 फैटी एसिड्स युक्त खाद्य पदार्थ आपके प्रभावित हिस्से की सूजन और दर्द को बढ़ा सकते हैं। इसमें इंटरल्यूकिन और होमोसाइटीन आदि पाए जाते हैं, जो घुटनों के दर्द का कारण बन सकते हैं।
शुगर

अत्यधिक शुगर कंसंप्शन से न केवल डायबिटीज बल्कि घुटनों और जोड़ों का दर्द आदि भी हो सकता है। शोधकर्ताओं की मानें तो शुगर प्रो इंफ्लेमेटरी तत्व रिलीज करती है, जो आपके शरीर में दर्द का कारण बन सकती है। शरीर में अधिक शुगर प्रोटीन के साथ मिलकर ग्लायकेशन नामक कंपाउंड का उत्पादन करते हैं, जिससे आपके घुटनों या जोड़ों में दर्द हो सकता है।
ग्लूटेन

ग्लूटेन एक प्रकार का प्रोटीन है। जो मुख्य रूप से अनाज में पाया जाता है। यह आपके जोड़ों के दर्द को बढ़ा सकता है। एक शोध के अनुसार ग्लूटेन युक्त खाद्य पदार्थ शरीर में प्रो इंफ्लेमेटरी कंपाउंड्स को एक्टिव या प्रोड्यूस करता है, जो घुटनों के दर्द को और बढ़ा सकता है। ऐसे में गठिया के मरीजों को इससे परहेज करने की अधिक आवश्यकता रहती है।
नमक

अगर आप अर्थराइटिस या ओस्टियोअर्थराइटिस के मरीज हैं तो आपको नमक से भी परहेज करना चाहिए। आम लोगों के मुकाबले ज्यादा नमक का सेवन गठिया के मरीजों में दर्द बढ़ा सकता है। इसपर हुई रिसर्च के मुताबिक नमक का ज्यादा सेवन शरीर में फ्लूड रिटेंशन की समस्या पैदा करने के साथ ही जोड़ों की स्ट्रेंथ और मोशन को भी प्रभावित कर सकता है। इससे आपके घुटनों का दर्द बढ़ सकता है।
शराब

शराब का सेवन भी यदि अत्यधिक मात्रा में किया जाए तो यह घुटनों के दर्द को बढ़ा सकता है। शराब में ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी बोन डेंसिटी को कम कर देते हैं। यही नहीं इसका अधिक सेवन ओस्टियोअर्थराइटिस के खतरे को भी काफी बढ़ा देता है। इसलिए अर्थराइटिस और ओस्टियोअर्थराइटिस में तो खासकर इसका सेवन करना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
रेड मीट

रेड मीट का सेवन करना गठिया में काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। गठिया होने के बाद अगर आप इसका सेवन कर रहे हैं तो यह आपके घुटने के दर्द को दुगना कर सकता है। रेड मीट सैचुरेटेड फैट काफी हाई होता है। शोध की मानें तो रेड मीट का सेवन अर्थराइटिस के मरीजों में सूजन भी पैदा कर सकते हैं। वहीं इसमें ओमेगा 6 फैटी एसिड पाए जाते हैं, जो घुटनों के दर्द के साथ इंफ्लेमेशन भी बढ़ा सकते हैं।
हाई फैट डेयरी प्रोडक्टस

कुछ डेयरी प्रोडक्ट्स का अधिक सेवन करना भी आपके घुटनों के दर्द का कारण बन सकता है। हालांकि ऐसे कुछ ही डेयरी प्रोडक्टस हैं, जैसे आइसक्रीम और चीज आदि आपके घुटनों और जोड़ों के दर्द को और भी बढ़ा सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है कि इन फूड्स में शुगर की अधिक मात्रा पाई जाती है, जो घुटनों के दर्द को बढ़ाने के साथ ही सूजन को भी बढ़ा सकते हैं।
तैलीय पदार्थ

तैलीय पदार्थ हमेशा से ही हड्डियों के लिए नुकसानदायक रहा है। तैलीय पदार्थों में भी ओमेगा 6 फैटी एसिड्स की मात्रा पाई जाती है, जो बोन डेंसिटी को कम करने के साथ ही ज्वॉइंट्स पेन को बढ़ा सकते हैं। इसलिए अगर आप गठिया या फिर ओस्टियोअर्थराइटिस के मरीज हैं तो ऐसे खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रहें और एक हेल्दी डाइट फॉलो करें।